Gold and Silver Price Today: सोना और चांदी में जबरदस्त उछाल, जानिए आज के भाव
Gold and Silver Price Today: जयपुर के स्थानीय सर्राफा बाजार (Jaipur Sarafa market) में आज सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली. जानिए आज के भाव.
जयपुर. जयपुर के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोने और चांदी के भावों में तेजी (Gold and Silver Price Today) देखने को मिली. सोने में जहां 350 रुपए प्रति दस ग्राम का उछाल आया तो वहीं चांदी में 2100 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई. इस बढ़ोतरी के साथ सर्राफा बाजार में चांदी 65 हजार के पार पहुंच गई. जयपुर के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने की कीमत 54,100 रुपए प्रति दस ग्राम थी. गुरुवार को सोने की यह कीमत बढ़कर 54,450 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई. इस तरह सोना 350 रुपए प्रति दस ग्राम महंगा हुआ है.
सर्राफा बाजार में गुरुवार को चांदी की कीमत में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. चांदी के भाव बुधवार को इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल 63,400 रुपए प्रति किलो थी. यह चांदी की कीमत गुरुवार को 65,500 रुपए प्रति किलो हो गई. इस तरह चांदी के भाव में 2100 रुपए प्रति किलो का उछाल आया. जयपुर सर्राफा बाजार में गुरुवार को 22 कैरट सोने की कीमत 51,700 रुपए प्रति दस ग्राम, 18 कैरट सोने की कीमत 44,700 रुपए प्रति दस ग्राम और 14 कैरट सोने की कीमत 35,700 रुपए प्रति दस ग्राम रही.
ऐसे करें सोने की शुद्धता की पहचान : 24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध माना जाता है, लेकिन 24 कैरेट गोल्ड (Gold Rate of 24 Carat) की ज्वेलरी नहीं बनती है. आम तौर पर ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है. जिसमें इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल 91.66 फीसदी सोना होता है. अगर आप 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया गया है. ज्वेलरी में शुद्धता को लेकर हॉलमार्क (Hallmark) से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं और ये निशान ज्वेलरी में होते हैं. इसमें से एक कैरेट को लेकर लेकर होता है. अगर 22 कैरेट की ज्वेलरी होगी तो उसमें 916, 21 कैरेट की ज्वेलरी पर 875 और 18 कैरेट की ज्वेलरी पर 750 लिखा होता है. वहीं, अगर ज्वेलरी 14 कैरेट की होगी तो उसमें 585 लिखा होगा.
बिग बुल Rakesh Jhunjhunwala के इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल,एक्सपर्ट ने दी खरीदने की सलाह
Rakesh Jhunjhunwala Portfolio :- राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में शामिल शेयर में मंगलवार यानी 2 अगस्त को जोरदार तेजी देखने को मिली है। कारोबार की शुरुआत में यह टेक शेयर 13 फीसदी की तेजी के साथ 727 रुपये पर पहुंच गया। 5 कारोबारी सत्रों में इस शेयर में करीब 40 फीसदी की तेजी आई है।
राकेश झुनझुनवाला के पास नज़रा टेक में 10.03% हिस्सेदारी Rakesh Jhunjhunwala holds 10.03% stake in Nazra Tech
जेफ़रीज़ के नोट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में नजारा ने साल-दर-साल 70 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। इसकी वजह ई-स्पोर्ट्स और एक्विजिशन है। ई-स्पोर्ट्स में ग्रोथ आउटलुक अभी भी मजबूत है। किदोपिया में भी कीमतों में बढ़ोतरी फायदेमंद होनी चाहिए। जून 2022 तक नाज़ारा टेक के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, राकेश झुनझुनवाला के पास नज़रा टेक में 10.03% हिस्सेदारी है।
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जेफरीज ने दी बाय रेटिंग According to a report in Live Mint, Jefferies gave a buy rating.
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेफरीज ने नजारा टेक के शेयरों पर अपनी रेटिंग को अपग्रेड कर BUY कर दिया है। इसका टारगेट प्राइस 780 रुपये दिया गया है। जेफरीज ने अपने नोट में लिखा है, ‘ई-स्पोर्ट्स ने सालाना आधार पर 77 फीसदी की प्रभावशाली रेवेन्यू ग्रोथ हासिल की है। नोडविन का राजस्व भी साल-दर-साल 68 फीसदी बढ़ा है। इसी तरह स्पोर्ट्स-कीड़ा के राजस्व में भी सालाना आधार पर 103 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। स्पोर्ट्स-कीड़ा का राजस्व दोगुने से भी ज्यादा हो गया है।”
नजारा टेक के शेयरों में एक महीने में इतना उछाल Shares of Nazara Tech soar in a month
एक महीने में शेयर 10.49 फीसदी उछल चुका है। हालांकि अगर पिछले छह महीने की बात करें तो इस अवधि में नजारा टेक के शेयर ने निवेशकों को सिर्फ नुकसान ही पहुंचाया है और इसमें 35 फीसदी की गिरावट आई है। साल 2022 में अब तक यह शेयर करीब 41 फीसदी गिर चुका है। इसी तरह एक साल में इस शेयर में 24 फीसदी की गिरावट आई है।
डिस्क्लेमर :- शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम के अधीन है। यहां दी गई जानकारी केवल स्टॉक के प्रदर्शन की है यह निवेश सलाह नहीं है। कृपया निवेश करने से पहले अपने सलाहकार से सलाह लें। बैतूल समाचार किसी प्रकार के निवेश की सलाह नहीं देता।
Zee Entertainment के शेयरों में आया जबरदस्त उछाल, Sony Pictures से विलय की घोषणा ने बढ़ाई हलचल
Zee-Sony Merger : Zee Entertainment ने Sony Pictures Networks के साथ विलय की घोषणा की है, जिसके बाद बुधवार को कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल आई. शुरुआती कारोबार में ही कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लग गया.
Zee Entertainment ने Sony Pictures के साथ विलय की घोषणा की है.
मनोरंजन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Zee Entertainment ने Sony Pictures Networks के साथ विलय की घोषणा की है, जिसके बाद बुधवार को कंपनी के इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल शेयरों में जबरदस्त उछाल (Zee Share Price) आई. शुरुआती कारोबार में ही कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लग गया. जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, विलय के बाद बनी इकाई में सोनी पिक्चर्स की 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स ने बुधवार इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल को कहा कि उन्हें विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत दोनों कंपनियों के लाइनर नेटवर्क, डिजिटल संपत्ति, निर्माण परिचालन और कार्यक्रम लाइब्रेरी को साथ लाया जाएगा. ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस लिमिटेड (जील) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत गोयनका विलय के बाद बनी इकाई का नेतृत्व करेंगे.
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बुधवार के कारोबार में शुरुआती कारोबार में ज़ी के शेयरों में 24 फीसदी की उछाल दर्ज हुई, जिसके बाद कंपनी के शेयर 317 रुपये प्रति शेयर के 52 हफ्तों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गये. दोपहर 1.28 बजे कंपनी के शेयर 64.50 अंकों यानी 25.22% की उछाल लेकर 320.20 रुपये प्रति शेयर के लेवल पर थे.
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) ने एक बयान में कहा कि उसकी मूल कंपनी सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट आगे और निवेश करेगी, ताकि एसपीएनआई के पास लगभग 1.575 अरब अमेरिकी डॉलर का नकद अधिशेष हो. एसपीएनआई ने कहा कि संयुक्त कंपनी से सभी हितधारकों को लाभ मिलने की उम्मीद है. सौदे के अनुसार संयुक्त कंपनी में एसपीएनआई के शेयरधारकों की बहुलांश हिस्सेदारी होगी.
जील के अनुसार जील और एसपीएनआई के मौजूदा अनुमानित इक्विटी मूल्यों के आधार पर, जील के पक्ष में सांकेतिक विलय अनुपात 61.25 प्रतिशत है. जील ने आगे कहा, ‘हालांकि, एसपीएनआई में वृद्धि पूंजी के प्रस्तावित निवेश के बाद नई इकाई में जील की हिस्सेदारी 47.07 प्रतिशत और शेष 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी एसपीएनआई के पास रहने की उम्मीद है.'
बयान में यह भी कहा गया कि जी एंटरटेनमेंट के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत गोयनका विलय के बाद बनी इकाई का नेतृत्व करते रहेंगे. हालांकि, गोयनका कंपनी के दो सबसे बड़े शेयरधारकों - इनवेस्को और ओएफआई ग्लोबल चाइना फंड एलएलसी द्वारा पद छोड़ने के दबाव का सामना कर रहे थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, पहली बार सेंसेक्स 50 हजार पार
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार ने ऐतिहासिक ऊंचाई को छू लिया है। सेंसेक्स ने 50,000 का स्तर पार कर लिया है। देश के स्टॉक एक्सचेंज के इतिहास में पहली बार ये मुकाम आया है और निवेशकों के लिए ये मौका शानदार है। सेंसेक्स 266.96 अंकों के उछाल के साथ यानी 0.54 फीसदी ऊपर 50,059.08 का लेवल देखा जा रहा है और इसके साथ ही एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 79.10 अंक यानी 0.54 फीसदी की जबरदस्त तेजी के साथ 14,723.80 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बैंकिंग शेयरों में शानदार उछाल से शेयर बाजार को भारी सपोर्ट मिला है और इसके जरिए बैंक निफ्टी में भी 32,700 का स्तर पार हो गया है। कारोबार खुलने के शुरुआती 15 मिनट में ही बैंक निफ्टी 158.95 अंक यानी 0.49 फीसदी की बड़ी तेजी के साथ 32,702.65 पर इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल कारोबार कर रहा था।
अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ताजपोशी के साथ ही अमेरिकी बाजार में जो शानदार तेजी देखी गई उससे साफ था कि अन्य ग्लोबल मार्केट को भी इसका फायदा मिलेगा और ऐसा ही हुआ। आज प्री-ओपन में ही शेयर बाजार में सेंसेक्स ने 50 हजार का स्तर पार कर लिया और 9.15 बजे जैसे ही बाजार खुला सेंसेक्स ने इस ऐतिहासिक लेवल को पार किया और निवेशक झूम उठे।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व का शेयर सबसे अधिक करीब चार फीसदी चढ़ गया। बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर भी प्रॉफिट में थे। वहीं दूसरी ओर टीसीएस, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयर नुकसान में कारोबार कर रहे थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में तेजी से आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंक की बढ़त के साथ पहली बार 50,000 अंक के पार निकल गया।
गेहूं और तिलहन का रकबा 10 प्रतिशत बढ़ा, किसानों को अच्छे लाभ की उम्मीद
जानें, इस बार कितने क्षेत्रफल में हुई गेहूं व सरसों की बुवाई
देश में इस बार किसानों ने गेहूं व तिलहन की अधिक बुवाई की है। बताया जा रहा है कि इस बार पिछले साल के मुकाबले गेहूं और तिलहन की 10 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रफल में हुई है। अंतराष्ट्रीय बाजार के रूख को देखते हुए किसानों को इस बार भी गेहूं और सरसों से अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद है। बता दें कि हाल ही में कृषि मंत्रालय ने रबी फसलों की बुवाई के आंकड़े जारी किए हैं। इसके अनुसार रबी सत्र में 25 नवंबर तक गेहूं की बुवाई का रकबा 10.50 प्रतिशत बढ़कर 152.88 लाख हेक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 138.35 लाख हेक्टेयर था। तिलहन का रकबा 25 नवंबर तक 13.58 प्रतिशत बढ़कर 75.77 लाख हेक्टेयर हो गया है। इस बार बढ़े गेहूं ओर तिलहन के रकबे को देखते हुए अच्छे उत्पादन की उम्मीद की जा रही है। वहीं किसानों को गेहूं व तिलहन का बेहतर भाव मिलने की आशा है। बता दें कि बीते दिनों यूक्रेन और रूस युद्ध के दौरान गेहूं की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया था और अब भी इसकी कीमतें बाजार में बेहतर बनी हुई हैं।
देश में कब होती है गेहूं व सरसों की बुवाई
रबी की फसलों में मुख्य रूप से गेहूं, चना और सरसों आती हैं जिनसे किसानों को बेहतर लाभ की उम्मीद होती है। इसमें से गेहूं की बुवाई अक्टूबर में शुरू हाती है और कटाई मार्च-अप्रैल में शुरू हो जाती है। गेहूं के अलावा चना और सरसों रबी सीजन में उगाई जाने वाली अन्य प्रमुख फसलें हैं।
किस राज्य में कितना बढ़ा गेहूं और तिलहन का रकबा
मीडिया रिपोर्ट्स में प्रकाशित नए आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश (6.40 लाख हेक्टेयर), राजस्थान (5.67 लाख हेक्टेयर), पंजाब (1.55 लाख हेक्टेयर), बिहार (1.05 लाख हेक्टेयर), गुजरात (0.78 लाख हेक्टेयर), जम्मू और कश्मीर (0.74 लाख हेक्टेयर), और उत्तर प्रदेश (0.70 लाख हेक्टेयर) में गेहूं बुवाई के रकबे में बढ़ोतरी हुई है। इस रबी सत्र में 25 नवंबर तक तिलहन का रकबा 13.58 प्रतिशत बढ़कर 75.77 लाख हेक्टेयर हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह रकबा 66.71 लाख हेक्टेयर था। इसमें से इस अवधि के दौरान पहले के 61.96 लाख हेक्टेयर के मुकाबले सरसों की बुवाई 70.89 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
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दालों की बुवाई के रकबे में आई कमी
इस बार दालों के मामले में बुवाई का रकबा कुछ कम हुआ है। हालांकि ये गिरावट भी सीमित रही है। इस अवधि के दौरान पहले के 94.37 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस बार 94.26 लाख हेक्टेयर पर दलहन बुवाई की गई है। वहीं मोटे अनाज की बुवाई में भी सीमित गिरावट दर्ज हुई की गई है। इस अवधि इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल में मोटे अनाज की बुवाई 26.54 लाख हेक्टेयर में की गई, जो पहले 26.70 लाख हेक्टेयर में की गई थी। जबकि इस सीजन में चावल की बुवाई में बढ़त देखने को मिली है और बुवाई का क्षेत्र 9.14 लाख हेक्टेयर में पहुंच गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में 8.33 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस रबी सत्र में 25 नवंबर को सभी रबी फसलों के तहत कुल खेती का रकबा 7.21 प्रतिशत बढ़कर 358.59 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 334.46 लाख हेक्टेयर था।
क्या है रबी फसल सत्र 2022-23 में गेहूं, चना और सरसों का समर्थन मूल्य
हर बार की तरह इस बार भी रबी फसलों की बुवाई के पहले केंद्र सरकार ने रबी की प्रमुख फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिए है। सरकार की ओर से रबी फसल सत्र 2022-23 के लिए निर्धारित किया एमएसपी इस प्रकार है-
- गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य - 2,125 रुपये प्रति क्विंटल
- सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य- 5050 रुपए प्रति क्विंटल
- चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य- 5230 रुपए प्रति क्विंटल
- जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य- 1635 रुपए प्रति क्विंटल
- दाल (मसूर) का न्यूनतम समर्थन मूल्य- 5500 रुपए प्रति क्विंटल
- कुसुम का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5441 रुपए प्रति क्विंटल
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