यह आदेश प्रकार प्रतिभूतियों में स्थिति पर निवेशकों के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि यदि आप किसी विशिष्ट कंपनी के 100 शेयर रुपये पर रखते हैं। 30 प्रति शेयर। और, शेयर रुपये की कीमत पर कारोबार कर रहा है। 38 प्रति शेयर।
Stock- स्टाॅक
क्या होता है स्टॉक?
Stock: स्टॉक (जिसे इक्विटी के नाम से भी जाना जाता है) एक सिक्योरिटी है, जो किसी कंपनी के एक अंश के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करती है। यह स्टॉक के मालिक को कंपनी के एसेट और जितना स्टॉक उनके पास है, उसके लाभ के बराबर के अनुपात का अधिकार देता है। स्टॉक के यूनिट को ‘शेयर' कहा जाता है। स्टाॅक की खरीद और बिक्री मुख्य रूप से स्टॉक एक्सचेंजो पर की जाती है, हांलाकि इसकी बिक्री निजी तौर पर भी की जाती है और स्टॉक मार्केट के प्रकार ये कई इंडीविजुअल निवेशकों के पोर्टफोलियो की बुनियाद होते हैं। इन ट्रांजेक्शन को सरकारी नियमों का पालन करना पड़ता है जिनका प्रयोजन निवेशकों को धोखाधड़ी वाले प्रचलनों से बचाना होता है। पारंपरिक रूप से, दीर्घकालिक अवधि में उनका प्रदर्शन अधिकांश अन्य स्टॉक मार्केट के प्रकार निवेशों की तुलना में बेहतर रहा है। इन निवेशों को अधिकांश ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकरों से खरीद जा सकता है।
स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं (How many types of stocks are there)
इस तरह की कंपनी लगातार अपने प्रॉफिट को मैनेज करने में सफल होती है इस तरह की कंपनी में Dividend स्टॉक कम होता है या नहीं होता है इस तरह की कंपनी अपने स्टॉक होल्डर को Dividend देगी या नहीं देगी यह निश्चित नहीं होता है और इस तरह के स्टॉक सबसे ज्यादा रिस्की होते हैं मतलब Growth स्टॉक में सबसे ज्यादा रिस्क होता है
2. मूल्य स्टॉक (Value stock) = वैल्यू स्टॉक में डिस्काउंट अवेलेबल होते हैं जो प्राइस उसका निश्चित होता है उसमें भी वह डिस्काउंट कर देते हैं और कभी कभी Value स्टॉप पर कंपनी अपने प्रॉफिट पर डिस्काउंट भी देती है मतलब अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर को Dividend के रूप में बांट देती है उसे Value स्टॉक कहते हैं
अन्य दो प्रकार और भी है स्टॉक के
1.ब्लू चिप स्टॉक (Bluechip stock)
ब्लू चिप स्टॉक उन कंपनी के स्टॉक होते है जो अपने सेक्टर में लीडर होती है और इनकी लार्ज कैपिटल होती है। ब्लू चिप स्टॉक भरोसेमंद और इन्वेस्टर की पहली पसंद होते है। क्योकि यह स्टॉक नियमित रूप से प्रॉफिट कमाने में सक्षम है। यदि ब्लू चिप स्टॉक में अधिक समय के लिए निवेश किया जाए तो यह अधिक लाभकारी हो सकता है।
2.पैनी स्टॉक (Penny stock)
Penny का अर्थ है- पैसे । वह स्टॉक जिनकी वैल्यू बहुत कम (यानी 1 रुपये से 25 रुपये तक) होती है और मार्किट कैपिटल 100 करोड़ से अधिक नही होती है उन्हें पैनी स्टॉक कहते है। पैनी स्टॉक में निवेश करना सुरक्षित नही माना जाता है यह स्टॉक में बहुत जोखिम होता है।
सबसे आम स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार
ट्रेडिंग, एक पूरी प्रक्रिया के रूप में, केवल खरीद और बिक्री की जटिलताओं स्टॉक मार्केट के प्रकार को पार कर जाती है। अलग-अलग ऑर्डर प्रकारों के साथ, जब खरीदने और बेचने की बात आती है, तो इसे लागू करने के कई तरीके हैं। और, बेशक, इस पद्धति में से प्रत्येक एक अलग उद्देश्य की सेवा करता है।
मूल रूप से, प्रत्येक व्यापार में अलग-अलग ऑर्डर होते हैं जो एक पूर्ण व्यापार बनाने के लिए संयुक्त होते हैं। प्रत्येक व्यापार में कम से कम दो आदेश होते हैं; जबकि एक व्यक्ति सुरक्षा खरीदने का आदेश देता है, और दूसरा उस स्टॉक मार्केट के प्रकार सुरक्षा को बेचने का आदेश देता है।
तो, जो स्टॉक से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैंमंडी आदेश प्रकार, यह पोस्ट विशेष रूप से उनके लिए है, कार्यप्रणाली में गहराई से खुदाई करने की कोशिश कर रहा है।
स्टॉक मार्केट ऑर्डर क्या है?
एक स्टॉक मार्केट के प्रकार आदेश एक निर्देश है कि एकइन्वेस्टर स्टॉक खरीदने या बेचने का प्रावधान करता है। यह निर्देश या तो स्टॉक ब्रोकर को या किसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर दिया जा सकता है। विचार करें कि विभिन्न स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार हैं; ये निर्देश तदनुसार भिन्न हो सकते हैं।
एक एकल आदेश या तो एक बिक्री आदेश या एक खरीद आदेश होता है, और इसे निर्दिष्ट किया जाना चाहिए, भले ही ऑर्डर प्रकार दिया जा रहा हो। अनिवार्य रूप से, प्रत्येक ऑर्डर प्रकार का उपयोग प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, ऑर्डर खरीदने और बेचने दोनों का उपयोग या तो किसी ट्रेड में प्रवेश करने या उससे बाहर निकलने के लिए किया जा सकता है।
यदि आप एक खरीद आदेश के साथ व्यापार में प्रवेश कर रहे हैं, तो आपको इसे बेचने के आदेश से बाहर निकलना होगा और इसके विपरीत। उदाहरण के लिए, एक साधारण व्यापार तब होता है जब आप स्टॉक की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। आप व्यापार में कदम रखने के लिए एक खरीद आदेश दे सकते हैं और फिर, उस व्यापार से बाहर निकलने के लिए एक बिक्री आदेश दे सकते हैं।
स्टॉक मार्केट ऑर्डर के प्रकार
कुछ सबसे सामान्य स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार नीचे सूचीबद्ध हैं:
बाजार आदेश
यह तुरंत प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का एक आदेश है। यह आदेश प्रकार गारंटी देता है कि आदेश निष्पादित किया जाएगा; हालांकि, यह निष्पादन की कीमत की गारंटी नहीं देता है। आम तौर पर, एक मार्केट ऑर्डर मौजूदा बोली पर या उसके आसपास निष्पादित होता है या कीमत मांगता है।
लेकिन, व्यापारियों के लिए यह याद रखना आवश्यक है कि अंतिम-व्यापार मूल्य विशेष रूप से वह मूल्य नहीं होगा जिस पर अगला ऑर्डर निष्पादित किया जाएगा।
सीमा आदेश
एक सीमा आदेश एक निश्चित कीमत पर प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का आदेश है। एक खरीद सीमा आदेश केवल सीमा मूल्य या उससे कम स्टॉक मार्केट के प्रकार पर रखा जा सकता है। और, एक विक्रय आदेश को सीमा मूल्य या उससे अधिक पर रखा जा सकता है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप किसी शेयर के शेयर खरीदना चाहते हैं, लेकिन कहीं भी रुपये से अधिक स्टॉक मार्केट के प्रकार खर्च नहीं करना चाहते हैं। 1000.
Stock Market में कितने तरह के Sector होते हैं? ऐसे समझें
Stock Market Investment नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1900 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं। शेयर बाजार में इन कंपनियों को 11 प्रमुख सेक्टर में बांटा गया है। तो आइए जानते है शेयर बाजार में विभिन्न सेक्टर्स कौन-कौन से हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आपके शहर को अलग-अलग सेक्टर में रखा जाता है, किसी सेक्टर में आवासीय घर होते हैं, तो किसी में इंडस्ट्रीज। इसी तरह शेयर मार्केट में भी विभिन्न सेक्टर होते हैं जिनमें उस क्षेत्र से जुड़ी कई कंपनियां होती हैं। जैसे कि FMCG सेक्टर में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, ITC आदि कंपनियां हैं तो वहीं IT सेक्टर में TCS, विप्रो जैसी कई कंपनियां होती हैं। उन्हें अलग-अलग सेक्टर में रखने का आधार होता है कि, वे किस सेक्टर से संबध रखते हैं। निवेशकों के मन में यह सवाल अक्सर होता है कि स्टॉक मार्केट में कितने सेक्टर होते है?
स्टॉक मार्केट में सेक्टर के प्रकार
अब बात आती है स्टॉक मार्केट में कितने सेक्टर होते है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1900 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं। शेयर बाजार में इन कंपनियों को 11 प्रमुख सेक्टर में बांटा गया है। तो आइए जानते है शेयर बाजार में विभिन्न सेक्टर्स कौन-कौन से हैं?
●कृषि और कमोडिटी (Agriculture and Commodity)
●बैंक और वित्तीय सेवाएं (Banks and Financial Services)
●इलेक्ट्रिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स (Electricals & Electronics)
●फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG)
●गैस और पेट्रोलियम (Gas and Petroleum)
●सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology infrastructure)
●रियल एस्टेट (Real Estate)
सेक्टर को छोटे हिस्सों में बांटना
शेयर बाजार (Stock Market) में कई सेक्टर होते हैं और ये सेक्टर भी कई और छोटे हिस्सों में विभाजित होते हैं। सेक्टर समान व्यवसाय मॉडल के आधार पर कई शेयरों का समूह होता है। इससे निवेशकों को विशेष स्टॉक की पहचान करने में आसानी होती है। जरूरत से ज्यादा जानकारी लेने के फेर में कई बार निवेशकों का समय बर्बाद होता है। ऐसे में ये सेक्टर्स निवेशकों को सही स्टॉक चुनने में काफी मदद करते हैं। कई बार उस सेक्टर में छिपे हुए ऐसे क्षेत्रे के बारे में भी पता चलता है, जिसे अब तक हम नहीं जानते है।
स्टॉक मार्केट एक्सचेंजों में लिस्टेड सभी कंपनियों को अलग-अलग सेक्टर में बांटना भी उन्हें एक अलग पहचान देता है और इंवेस्टर्स के लिए इसे पहचानना आसान होता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि मार्केट में आने वाले उतार चढ़ाव पूरे सेक्टर को प्रभावित करते हैं। इस वजह से उस सेक्टर के अंतर्गत आने वाली लगभग सभी कंपनियों पर भी मार्केट के उतार चढ़ाव का असर दिखता है। इसीलिए निवेश के पहले एवरग्रीन सेक्टर व विभिन्न सेक्टर में निवेश करने की सलाह दी जाती है, जिससे मार्केट के उतार चढ़ाव का आपके पोर्टफोलियो पर बुरा असर न पड़े। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए सही सेक्टर का चुनाव बेहद जरूरी होता है।
What Is Share Market in Hindi? - शेयर बाज़ार क्या है?
Share का अर्थ होता है "हिस्सा" या "भाग" लेकिन शेयर बाजार या Share Market की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों में हिस्सा लेना, किसी कंपनी का Share खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।
शेयर बाज़ार के माध्यम से आम आदमी भी बड़े से बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है लेकिन Share Market यह एक ऐसी जगह है की, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमा भी लेते है और पैसे गवा भी लेते है याने Share Market में किसी को बहुत फायदा होता है या फिर किसी का नुकसान भी हो जाता है।
Share Market में Share ख़रीदे और बेचे जाते है। भारत में मुख्य रूप से Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) यह दो Stock Exchange है।
Share खरीदने और बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल होते है, वो अपना कमीशन लेकर किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदने बेचने का काम करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर या दलाल स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Types of Share Market in Hindi - शेयर मार्केट के कितने प्रकार होते है
मुख्यतः Share Market स्टॉक मार्केट के प्रकार के दो प्रकार होते है एक Primary Share Market और दूसरा Secondary Share Market इसका विश्लेषण नीचे दिया गया है।
1. Primary Share Market (प्राथमिक शेयर मार्केट)
सबसे पहले कंपनी को अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है पर उसे Initial Public Offering या IPO लाना पड़ता है और उसके बाद ही निश्चित किये हुए मूल्य पर अपने शेयर को पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किया जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर के जरिये कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचती हैं।
अगर कोई कंपनी को Initial Public Offering या IPO के लिए जाते समय उसको अपने बारे में, promoters, financials, businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत की पूरी जानकारी देनी होती है।
शेयर बाजार में पैसा कैसे निवेश करें? How to Money Invest in Share Market?
शेयर मार्केट में Invest करने से पहले हमारे सामने कई सवाल होते हैं जैसे कि, How to invest in share market, कहां निवेश और कैसे निवेश करें या Invest करने में कोई धोखा तो नहीं। इन ही बातो का हमने खयाल रखा तो हम आसानी से शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
- जब कभी भी Invest करना हो उससे पहले उस कंपनियों की हालातों पर नजर रखें।
- शेयर विकास दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो तो तब बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
- जब भी शेयर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखे।
- कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है, जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो आपको सबसे पहले उनके पास से दो account खोलने पड़ते है " Demat Account " और " Trading Account " यह स्टॉक मार्केट के प्रकार account खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
- आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए की, वह कम फ़ीस में आपको अच्छी और बेहतरीन सेवा दे।
- शेयर बाजार में पैसे लगाना ही सबकुछ नही है बल्कि आपको financial plan की भी जरूरत होती है। इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी financial situation, cash flow और स्टॉक मार्केट के प्रकार स्टॉक मार्केट के प्रकार रिक्स लेने की क्षमता पर विचार करना चाहिए।
- शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है वरना आपको बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है। इसलिए आप किसी जल्दबाजी में कोई फैसला ना ले।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 170