आपने यदि शेयर मार्केट के बारे में कहीं पर सुना है या आप शेयर मार्केट के बारे में जानते हो तो आपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जरूर सुना होगा और कई सारे लोगों के मुंह से यह कहते हुए भी सुना होगा कि शेयर मार्केट में share को खरीदने और बेचने के लिए एक डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है तो चलिए जानते हैं कि डीमैट अकाउंट क्या है डीमैट अकाउंट को कैसे खोला जाता है इसको खोलते समय आपको कितनी फीस देने की आवश्यकता पड़ती है इसके लिए कौन से डॉक्यूमेंट आवश्यक है तो चलिए डीमेट अकाउंट क्या है के साथ इसके अन्य विषयों के ऊपर भी मैं आपको विस्तार से बताता हूं
डीमैट अकाउंट होल्डर्स के लिए जरूरी खबर, 30 सितंबर से पहले कर लें ये काम वरना लॉक डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं हो जाएगा खाता
Demat Account Alert: अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं और शेयरों में निवेश करते हैं तो आपके पास डीमैट अकाउंट जरूर होगा. डीमैट अकाउंट के बिना शेयर बाजार में ट्रांजैक्शन नहीं की जा सकती है लेकिन 1 अक्टूबर से डीमैट अकाउंट (Demat Account) के टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (two-factor authentication) अनिवार्य कर दिया जाएगा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ओर से जून में इश्यू किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, अपने डीमैट खाते को चालू रखने के लिए 30 सितंबर से पहले निवेशकों को अपने खाते का टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन जरूर करना है. अगर कोई 30 सिंतबर से पहले अपना डीमैट अकाउंट का टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन नहीं करेगा तो उसका अकाउंट लॉक कर दिया जाएगा.
बता दें कि टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन, नॉलेज फैक्टर के साथ बायोमैट्रिक का इस्तेमाल करके कर सकते हैं. मार्केट रेगुलेटर सेबी के 3 दिसंबर 2018 के सर्कुलर की ओर मेंबर्स का ध्यान खींचते हुए ये बताया गया कि ये सर्कुलर स्टॉकब्रोकर्स के लिए साइबर सिक्योरिटी और साइबर रेजीलेंस फ्रेमवर्क पर है.
क्या है टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन
सेबी और एक्सचेंज के ज्वाइंट कंसल्टेशन के मुताबिक, ये साफ किया गया कि यूजर आईडी के अतिरिक्त वन फैक्टर ऑथेंटिकेशन के तौर पर यूजर्स बायोमैट्रिक डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं और सेकंड फैक्टर ऑथेंटिकेशन के लिए इन फैक्टर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- नॉलेज फैक्टर (पासवर्ड, पिन)
- पोजेशन फैक्टर (ओटीपी, सिक्योरिटी टोकन, ऑथेंटिकेटर ऐप)
बायोमैट्रिक ना होने पर करें ये काम
नोटिफिकेशन में ये भी बताया गया है कि अगर किसी जगह पर बायोमैट्रिक नहीं हो पा रहा है तो यूजर्स नॉलेज फैक्टर डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं और पोजेशन फैक्टर दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. सर्कुलर में कहा गया है कि क्लाइंट की ओर से इंटरनेट बेस्ड ट्रेडिंग और वायरलेस टेक्नोलॉजी के जरिए हर लॉगिन सेशन पर ये टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन करना जरूरी है.
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन के लिए खाताधारक को पहले TOTP (टाइम बेस्ड वन टाइम पासवर्ड) जनरेट करना होगा. ये अलग तरह का ओटीपी होता है, जो टीओटीपी ऐप के जरिए जनरेट होता है. ये टीओटीपी सिर्फ 30 सेकंड के लिए वैलिड होता है और हर 30 सेकंड में रीजनरेट होता है.
डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?
- Connect@ Money9.com
- Updated On - July 28, 2022 / 10:41 AM IST
शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट. हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है, लेकिन ट्रांजैक्शन (लेन-देन) को पूरा करने के लिए तीनों एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए.
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है. डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है. ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैट रूप में स्टोर (संग्रहित) करते हैं. फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया (प्रोसेस) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है. जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है.
एंजेल ब्रोकिंग – Angel One
इस ब्रोकर का भी देश के सबसे बड़े ब्रोकर के अंदर इसका नाम आता है एंजेल ब्रोकिंग ने अपना नाम बदलकर एंजेल वन रख लिया है यहां पर जब आप डीमैट खाता खोलते हो तो आपको शेयर मार्केट सीखने के लिए फ्री में लर्निंग वीडियो प्रोवाइड कराई जाती है यहां से भी आप किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं
इस ब्रोकर के पास भी देश में कई सारे लोगों के डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं डीमैट खाता खोले गए हैं अप स्टॉक के ऊपर ज्यादातर लोग काफी ज्यादा विश्वास करते हैं इसके पीछे की असली वजह यह है कि अप स्टॉक के चेयरमैन रतन टाटा है अप स्टॉक पर भी आप किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं
देश में लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ऊपर दिए गए तीन ब्रोकर ही है लेकिन इनके अलावा भी देश में कई सारे ब्रोकर आपको देखने को मिलते हैं जैसे कि Fyres, Alice Blue, sharekhan और इनके अलावा जितनी भी बैंक के होती है उन सभी कि आपको ब्रोकिंग सेवा भी मिल जाती है तो यदि आप चाहो तो बैंकों में जाकर भी अपना एक डीमैट खाता खुलवा सकते हो
डीमैट अकाउंट का इतिहास – History of Demat Account
शेयर मार्केट में 2010 से पहले डीमैट खाता खोलने के लिए काफी ज्यादा टाइम और फॉर्म का इस्तेमाल होता था लेकिन 2010 के बाद जरोदा आया और यहां पर यह सारा कार्य ऑनलाइन ही होने लग गया इससे पहले जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी के शेयर खरीदता था तो जब वह शेयर खरीदता तो कंपनी उसको उसके खरीदे गए शेयरों का वेरीफिकेशन एक कागज पर करके भेजती थी और जब इन्हीं शेयर को वापस बेचना होता था तो उस व्यक्ति को पहले एक फॉर्म भर के उस कंपनी के पास भेजना होता था तब जाकर वे शेयर बिकते थे जो कि एक बहुत ही टाइम कंज्यूम करने वाली प्रोसेस है इसके अंदर लोगों शेर खरीदने और बेचने मैं महीनों का समय लग जाता था डीमैट अकाउंट को डीमेट एलाइंस कहां जाता है
डीमेट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कुछ इंपॉर्टेंट डॉक्यूमेंट का होना बहुत ही आवश्यक है इनमें से सबसे महत्वपूर्ण पैन कार्ड और आपका बैंक खाता होता है इसके साथ ही आपको आधार कार्ड और अपनी फोटो का भी इस्तेमाल करना पड़ता है
डीमेट अकाउंट के फायदे – Benefits of Demat Account
ऑनलाइन डिमैट अकाउंट के वैसे तो कई सारे फायदे हैं लेकिन चलिए मैं आपको कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में बताता हूं
कम टाइम – जब आप किसी ब्रोकर के माध्यम से ऑनलाइन डीमैट खाता खोलते है तो इसमें आपका बहुत सारा समय बचता है
जब आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते और बेचते हैं तो आपको किसी ब्रोकर के पास जाकर कोई फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि आप अपने मोबाइल फोन से ही अपने शेयर को खरीद और बेच सकते है
आजकल मार्केट में कई सारी ब्रोकिंग कंपनियां कंपटीशन में उतरी हुई है और इस कंपटीशन के चक्कर में वह लोगों के फ्री में डीमेट अकाउंट खोल रहे हैं तो आप चाहो तो फ्री में डीमेट अकाउंट खुलवा सकते हे पहले के समय एक डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए काफी ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता था
जब आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते और बेचते है तो इसके बीच में सिर्फ आपका ब्रोकर और आप शामिल होते हो इसमें तीसरे पक्ष का कोई भी काम नहीं होता है इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं होती है आज का सिस्टम पहले से कई गुना बेहतर है
Demat Account: क्या है डीमैट अकाउंट, जानें खाता खोलने के लिए कौन से दस्तावेज हैं जरूरी
- जानिए क्या है डीमैट अकाउंट।
- यह ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करते हैं।
- जानें डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन से दस्तावेज हैं जरूरी हैं।
शेयर बाजार में स्टॉक खरीदना और बेचना है तो उसके लिए डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। डीमैट अकाउंट एक तरह से आपके बैंक अकाउंट की तरह होता है। अगर आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं तो आपको डीपी(ब्रोकर/बैंक) की वेबसाइट पर लॉगिन कर के अपना पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ अपलोड करना होगा। आवश्यक डॉक्यूमेंट बैंकों और अन्य वित्तीय संगठनों में आम हैं जो ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करते हैं। स्टॉक मार्केट के मामले में डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल एक ऐसे अकाउंट और लॉकर के रूप में किया जाता है, जहां आप खरीदे गए शेयर्स को जमा कर सकें। डीमैट अकाउंट खोलने से पहले आपको पर्सनल और इनकम डीटेल शेयर करने होते हैं।
डीमैट अकाउंट में टू-फैक्टर कैसे सक्षम करें
सर्कुलर के अनुसार, बायोमेट्रिक अथेंटिफिकेशन का उपयोग पासवर्ड या पिन या ओटीपी और रिक्योरिटी टोकन के साथ किया जाएगा। हालांकि, जहां बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण संभव नहीं है, वहां ओटीपी और सिक्योरिटी टोकन के साथ पासवर्ड और पिन के संयोजन का उपयोग करके डीमैट खातों में लॉगिन की अनुमति दी जाएगी।
ज़ेरोधा के अनुसार, टीओटीपी प्राप्त करने के लिए, एक व्यक्ति को अपने पीसी या मोबाइल फोन पर गूगल ऑथेंटिकेटर, माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर, ऑटि, लास्ट पास ऑथेंटिकेटर, अपस्टॉक्स ऐप डाउनलोड करना होगा। मोबाइल लॉगिन के मामले में ओटीपी या पिन के साथ बायोमेट्रिक्स का उपयोग किया जाएगा।
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