Environmental Performance Index 2022
स्टॉक मार्केट: टेलीकॉम सेक्टर 4% से ज्यादा नीचे गिरा, बैंकिंग सेक्टर भी 2% से ज्यादा नीचे लुढका; सभी 23 सेक्टर में रही गिरावट
शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई 708.68 अंक नीचे 33,538.37 पर और निफ्टी 214.15 पॉइंट नीचे 9,902.00 पर बंद हुआ। बाजार के गिरने का असर बीएसई के सभी सेक्टर पर भी साफ नजर आया। आज सभी 23 सेक्टर गिरकर बंद हुए।
इस महीने बेहतर प्रदर्शन करने वाला टेलीकॉम सेक्टर आज सबसे ज्याद 4.04 प्रतिशत नीचे चला गया। वहीं, बीएसई मेटल सेक्टर में 2.88 प्रतिशत और बैंकेक्स सेक्टर में 2.79 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
बीएसई के सिर्फ सभी सेक्टर में गिरावट
आज बीएसई के सभी सेक्टर जैसे बैंकिंग, फाइनेंस, इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स, इंडिया मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स, बीएसई फाइनेंस, बीएसई सीपीएसई, बीएसई पीएसयू, बीएसई इंडस्ट्रीयल, बीएसई प्राइवेट बैंक, बीएसई इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, बीएसई टेलीकॉम, बीएसई यूटिलिटीज, बीएसई ऑटो, बीएसई कैपिटल गुड्स, बीएसई कंज्यूमर डुराबेल्स, बीएसई मेटल, बीएसई ऑयल एंड गैस, बीएसई पावर, बीएसई टेक, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स, हेल्थकेयर और रियल्टी में गिरावट रही।
9 में से 2 बैंक शेयरों में बढ़त
आज बीएसई बैंकेक्स में शामिल 9 में से 7 बैंक के शेयरों में गिरावट और 2 के शेयरों में बढ़त रही। जिन बैंक के शेयरों में बढ़त रही उनमें इंडसइंड बैंक और सिटी यूनियन बैंक शामिल हैं। इसके अलावा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई जैसे बैंक के शेयरों में गिरावट रही।
दूसरी तरफ, ऑटो सेक्टर की 16 में से 13 कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। टाटा मोटर्स और मारूति के शेयर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। हालांकि, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हीरो मोटोकॉर्प के शेयरों में बढ़त रही।
बीएसई पर करीब 56 फीसदी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही
Which Indicator is best for trading : कौन सा इंडिकेटर शेयर मार्किट में ट्रेडिंग के लिए सबसे बढ़िया होता है
अगर आप शेयर मार्किट के बारे में थोड़ा बहुत भी जानते होंगे तो आपने इंडिकेटर का नाम बहुत बार सुना या पढ़ा होगा छोटे / बड़े ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स दोनों इसका बहुत उपयोग करते हैं और वो इसका उपयोग क्यों अधिक करते हैं और इसका ट्रेडिंग में क्या महत्व होता है चलिए जानते हैं
वैसे तो बहुत सारे इंडिकेटर ट्रेडिंग के लिए उपयोग में लाये जाते हैं किन्तु उनमे से कुछ इंडिकेटर ऐसे हैं जो बहुत सटीक हमको ट्रेडिंग के ( Buy और Sale ) सिगनल देते हैं इसका ट्रेडिंग में बहुत अधिक महत्व होता है और ये हमें बताता है की हमारा स्टॉप लॉस कहाँ होना चाहिए , सपोर्ट लेबल कहाँ है , हमें कहाँ पर खरीदारी करनी चाहिए या फिर बिकवाली करनी चाहिए आदि
RSI , वॉल्यूम , MA , EMA , बोलिंगर बैंड , डबल EMA , EMA क्रॉस , MA क्रॉस , MACD , RVI , स्टॉकास्टिक RSI , स्टॉकास्टिक
ये डबल नीचे संकेतक वो इंडिकेटर हैं जो सर्वाधिक उपयोग में लाये जाते हैं मैं अपने ब्लॉग में RSI , VOLUME , MA , EMA , के बारे में पहले ही जानकारी दे चुकी हूँ जिसको आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पूरी डिटेल में पढ़ सकते हैं और इसको चार्ट में कैसे सेट करते हैं आप वो भी पढ़ सकते हैं इन सबका लिंक मैने आपको नीचे दिया हुआ है
अब बात आती है कि कौन सा इंडिकेटर बढ़िया होता है जो बिलकुल सटीक भविष्यवाणी करता है तो आपको यहां बताते चलें कि हर इंडिकेटर का अपना महत्व होता है किन्तु आप अपने चार्ट में ७० से ७५ इंडिकेटर का इस्तेमाल नहीं कर सकते अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो आपको चार्ट में कुछ समझ नहीं आएगा
आपको जरुरत है सिर्फ ४ से ५ इंडिकेटर के बारे में अच्छे से जानने की जो मै और कुछ इन्वेस्टर भी करते हैं जिनमे से मुख्य रूप से RSI , MA , EMA , Volume , बोलिंगर बैंड हैं इसका मै आपको एक चित्र भी दिखाती हूँ इन सभी इंडिकेटर को आप बड़े ही आसानी के साथ investing.com की साइट पर सेट कर सकते हैं जो की मै आपको पहले भी अपने ब्लॉग में बता चुकी हूँ जिसको आप दोबारा यहां क्लिक करके देख सकते हैं
RSI Indicator :-
MA & EMA Indicator :-
मै आपको सारे इंडिकेटर के बारे में विस्तार के साथ बता चुकी हूँ अब सिर्फ बचा है बोलिंगर बैंड जो कि बहुत ही विख्यात इंडिकेटर है और सभी प्रकार के छोटे और बड़े ट्रेडर्स इसका प्रयोग करते हैं यह शेयर की वोलैटिलिटी को दर्शाता है इस इंडिकेटर में स्टॉक का प्राइस इंडिकेटर के अंदर ही रहता है और वहीँ मूव करता है ये दो लाइन्स के बीच बंटा हुआ होता है आइये जानते हैं कि यह कैसे काम करता है
ऊपर वाली लाइन को अपर बैंड तथा नीचे वाली लाइन को लोवर बैंड कहा जाता है अगर स्टॉक की कीमत अपर बैंड की ओर जाने लगे तो उसको ओवर बोट कहते हैं और यह एक बिकवाली का संकेत होता है इसी तरह जब स्टॉक नीचे की ओर जाने लगे तो उसको ओवर सोल्ड कहते हैं और ये एक खरीदारी का संकेत होता है जब Price अधिक ऊपर या नीचे होता है तो ये Expand हो जाता है और डबल नीचे संकेतक जब Price ऊपर नीचे कम होता है तो Band भी सिकुड़ जाता है तो इस प्रकार ये इंडिकेटर शेयर की Volatility को दर्शाता है
बोलिंगर बैंड साइड वेज मार्किट में सबसे अच्छा सपोर्ट और रेजिस्टेंस को दर्शाता है इसके द्वारा स्टॉक के ट्रेंड का पता चलता है जब भी शेयर की कीमत ऊपर के प्राइस बंद को तोड़ती है और ये कुछ समय तक ऊपर ही रहती है तो इसे बुलिश का सिग्नल मन जाता है
इसी प्रकार अगर शेयर की कामत लोअर बैंड को तोड़ती है और कुछ समय नीचे ही रहती है तो वो बेयरिश का सिग्नल होता है अगर शेयर बुलिश है और शेयर की कीमत अपर बैंड से मिडिल बंद की और जाने लगे तो ये एक बुलिश रिवर्सल का सिग्नल होता है
इसी प्रकार अगर शेयर बेयरिश है और शेयर की कीमत लोअर बैंड से मिडिल बैंड की और जाने लगे तो ये एक बेयरिश रिवर्सल का सिग्नल होता है मतलब कि अब शेयर की चाल बदलने वाली है और खरीदारी करनी चाहिए
जब बंद दूसरे की तरफ आने लगता है तो इसका मतलब ट्रेंड का मोमेंटम ख़त्म हो गया है या फिर कम हो गया है एक बात ज्यादा ध्यान देने वाली ये होती है कि अगर स्ट्रांग है तो ये काफी फाल्स ( False ) सिग्नल देता है ये सिर्फ साइड डबल नीचे संकेतक वेज मार्किट में ही अच्छा काम करता है आपको और अच्छे से समझाने के लिए मै इसका चित्र आपको शेयर कर रही हूँ
आपको ये अध्याय कैसा लगा ये अवश्य बताएं और इसको आजमा के देखें अगर आपको चार्ट सेट करने में या ट्रेडिंग में अभी भी कोई दिक्कत आ रही हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं मै आपकी हर संभव मदद करुँगी - धन्यवाद् - Happy Investing
Share Market Closing: बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी में 2% की गिरावट, 15400 के नीचे Nifty, ये शेयर टूटे
Stock Market Updates: वीकली एक्सपायरी यानी गुरुवार के दिन डबल नीचे संकेतक शेयर बाजार भारी बिकवाली के साथ टूटे और 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए. आज के ट्रेडिंग सेशन में शेयर बाजार में काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों ही इंडेक्स 2-2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. सेंसेक्स में 1,045.60 अंक यानी कि 1.99 फीसदी की गिरावट देखने को मिली और ये इंडेक्स 51,495.79 के लेवल पर बंद हुआ. इसके अलावा निफ्टी 50 इंडेक्स में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है. निफ्टी 50 में 331.60 अंक यानी कि 2.11 फीसदी की गिरावट देखने को मिली और ये इंडेक्स 15,360.60 के लेवल पर बंद हुआ. आज के ट्रेडिंग सेशन में 607 शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है और 2680 शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है और 97 शेयरों में कोई बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है.
SDG Index Report: सस्टेनेबल डेवलपमेंट रैंकिंग में नेपाल-भूटान से पिछड़ा भारत, एक साल में 2 पायदान का नुकसान
SDG Index Report: भारत को सस्टेनेबल डेवलपमेंट डबल नीचे संकेतक रैंकिंग में दो पायदान का नुकसान हुआ है। नई रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के 2030 के एजेंडे के हिस्से के रूप में अपनाए गए 17 विकास लक्ष्यों में देश को पिछले वर्ष के मुकाबले दो रैंक नीचे गिरकर 117 पर आ गया है।
साल 2021 की रिपोर्ट के अनुसार भारत पिछले साल 115वें पायदान पर था। देश भूटान, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश से भी नीचे है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत डबल नीचे संकेतक का एसडीजी स्कोर 100 में से 61.9 है। झारखंड और बिहार राज्य साल 2030 तक एसडीजी का लक्ष्य पूरा करने के लिए तैयार नहीं है। झारखंड 17 एसडीजी में 5 में पीछे व बिहार 7 में पीछे हैं। वहीं केरल, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ एसडीजी के अच्छे स्कोर पाने में सबसे आगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत पर्यावरणीय प्रदर्शन सूचकांक में 180 देशों में 168वें रैंक पर आ गया है। यह पर्यावरण,जलवायु, प्रदूषण, स्वस्छता, पेयजल, जैव विविधता आदि जैसे कारकों के आधार पर तय होता है। बता दें वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों ने सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा अपनाने का निर्णय लिया था। जो धरती पर भविष्य में शांति और समृद्धि का ब्लूप्रिंट है। इसमें 17 लक्ष्य तय किए गए हैं।
Environmental Performance Index: पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में भारत का प्रदर्शन 180 देशों में सबसे खराब, जानें पहले स्थान पर कौन?
Environmental Performance Index: पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि भारत का सबसे कम स्कोर करना गंभीर चिंता का मुद्दा है.
Environmental Performance Index: भारत को पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक-2022 (Environmental Performance Index-2022) में सबसे नीचे स्थान दिया गया है. इन देशों के पर्यावरणीय प्रदर्शन का मूल्यांकन करने वाले सूचकांक में देश ने 180 देशों में सबसे कम स्कोर किया है.
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक-2022 (EPI) की 180 देशों की सूची में भारत सबसे नीचे स्थान पर पहुंच गया है. प्रत्येक दो साल में सामने आने वाले पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक Environmental Performance Index) की 11 श्रेणियों के 40 मानकों में भारत की रैंकिंग 180वीं रही है.
Environmental Performance Index 2022
Top 10 Countries
भारत का प्रदर्शन चिंताजनक
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 में भारत 18.9 के कुल स्कोर के साथ 180वें स्थान पर है और पिछले एक दशक में प्रदर्शन में 0.6 अंकों की गिरावट आई है. बता दें भारत के पड़ोसी देशों ने बेहतर प्रदर्शन किया है जिसमें पाकिस्तान 176वें और बांग्लादेश 177वें स्थान पर है.
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि भारत का सबसे कम स्कोर करना गंभीर चिंता का मुद्दा है. रिपोर्ट प्रत्येक दूसरे साल वर्ल्ड डबल नीचे संकेतक इकोनॉमिक फोरम येल सेंटर फॉर इन्वायरनमेंट लॉ एंड पॉलिसी तथा कोलंबिया यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर इंटरनेशन अर्थ साइंस इन्फॉर्मेंशन नेटवर्क द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की जाती है.
बता दें साल 2022 की रिपोर्ट येल तथा कोलिबिया अर्थ इंस्टीट्यूट ने संयुक्त रूप से तैयार की है. पर्यावरण संबंधी सभी रिपोर्टों में Environmental Performance Index की रिपोर्ट को सबसे सटीक माना जाता है.
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022: भारत का स्कोर
भारत का स्कोर इस इंडेक्स में सबसे कम 18.90 है. पर्यावरण जोखिम का खतरा, हवा की शुद्धता, जल स्रोतों के स्वास्थ्यवर्धक प्रबंधन, वायु प्रदूषण, पानी एवं सफाई के निर्धारकों, जैव विविधता, पेयजल की गुणवत्ता, कूड़े के निष्पदान, ग्रीन एनर्जी में निवेश समेत सभी निर्धारकों में भारत का प्रदर्शन सबसे नीचे रहा है.
इस सूची में डेनमार्क सबसे ऊपर
पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 (ईपीआई- 2022) की रैंकिंग में डेनमार्क को सबसे शीर्ष पर रखा गया है. इसमें भारत 180वीं पायदान पर है. इसकी सबसे बड़ी कारण यह है कि केंद्र सरकार ने मौजूदा पर्यावरण कानूनों को मजबूत करने एवं नए कानून बनाने की जगह उन्हें तथा शिथिल कर रखा है.
अमेरिका इस स्थान पर
अमेरिका पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में 43वें स्थान पर है. इस सूची में फ्रांस 12वें डबल नीचे संकेतक स्थान पर, जर्मनी 13वें स्थान पर, ऑस्ट्रेलिया 17वें स्थान पर, इटली 23वें स्थान पर और जापान 25वें स्थान पर है.
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