1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा वित्त वर्ष में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आय पर टैक्स कलेक्शन अब तक लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा है.

uttarakhand news, uttarakhand samachar, niti aayog data, niti aayog report, उत्तराखंड न्यूज़, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड सेक्स रेशो, नीति आयोग

Coronavirus Diet: इम्यून सिस्टम को करना चाहते हैं मजबूत तो इन 5 हेल्दी ड्रिंक्स को अपनी डाइट में करें शामिल

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 08 Apr 2021 07:54 AM (IST)

वर्तमान स्थिति को देखते हुए इन दिनों बीमार पड़ने का खतरा आप मोल लेना नहीं चाहते होंगे. बीमारियों को दूर करने के लिए आपको अपने इम्यून सिस्टम बढ़ावा देने की जरूरत है, जिसे सही पोषण खाने की आवश्यकता होती है. हमारे इम्यून सिस्टम में मौजूद एंटीबॉडीज बीमारियों, संक्रमण से लड़ते हैं और और महत्वपूर्ण है कि आप उसे स्वस्थ और मजबूत रखें.

कोरोना वायरस महामारी ने हमारे दैनिक जीवन में इम्यूनिटी के महत्व का एहसास करा दिया है. मेलबॉर्न यूनिवर्सिटी की तरफ से किए गए रिसर्च में पाया गया कि मजबूत इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ सकता है और संक्रमण से आपको ठीक होने में मदद कर सकता है. अगर आप भी चाहते हैं कि इम्यूनिटी मजबूत बने, तब ये कुछ ड्रिंक्स आपकी मदद करने में सक्षम होंगे.

बीजेपी, AAP, कांग्रेस… दिल्ली में किसकी ‘मिनी सरकार’? ऐसी बन रही सियासी तस्वीर

दिल्ली नगर निगम (MCD) की 250 सीटों के लिए आज वोटिंग हो रही है. सुबह 8 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा. इस बार 1,349 कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं. वहीं डेढ़ करोड़ वोटर इन कैंडिडेट्स की किस्मत का फैसला करेंगे. इस बार का एमसीडी चुनाव त्रिकोणीय हो गया है. क्योंकि बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनावी रण जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.

दरअसल, MCD पर पिछले 15 साल से काबिज बीजेपी अपने सियासी वर्चस्व को कायम रखने के लिए जद्दोजहद कर रही है, तो AAP दिल्ली की सत्ता के साथ-साथ नगर निगम पर भी दबदबा बनाने की कवायद में है. वहीं, कांग्रेस दिल्ली की सियासत में अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने के लिए मशक्कत कर रही है. उधर, बसपा दलित वोटरों के सहारे एक बार फिर दिल्ली में अपनी उपस्थिति दर्ज करना चाहती है, तो असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM मुस्लिम वोटों के दम पर दिल्ली में जगह बनाने के लिए उतरी है.

Direct Tax Collection in FY23: पहली छमाही में 24% बढ़ा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, 8.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा आंकड़ा

Direct Tax Collection in FY23: पहली छमाही में 24% बढ़ा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, 8.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा आंकड़ा

1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा वित्त वर्ष में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आय पर टैक्स कलेक्शन अब तक लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा है.

Direct Tax Collection: 1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा वित्त वर्ष में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आय पर टैक्स कलेक्शन अब तक लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा है. टैक्स डिपार्टमेंट ने आज रविवार को यह जानकारी दी. कर विभाग ने एक बयान में कहा कि एक अप्रैल से आठ एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति अक्टूबर के दौरान कॉरपोरेट आय पर कर संग्रह में 16.74 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 32.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से आठ अक्टूबर, 2022 के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 8.98 लाख करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले साल की समान अवधि के कलेक्शन से 23.8 प्रतिशत अधिक है.

भारत में टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा मजबूत

बता दें कि डायरेक्ट टैक्स में कॉरपोरेट और व्यक्तिगत आयकर आता है. बयान में कहा गया है कि रिफंड को एडजस्ट करने के बाद डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.45 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो एक साल पहले की इसी अवधि के नेट कलेक्शन से 16.3 प्रतिशत अधिक है. यह कलेक्शन वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट अनुमान का 52.46 प्रतिशत बैठता है. कर संग्रह को किसी भी देश में आर्थिक गतिविधियों का संकेतक माना जाता है. लेकिन भारत में औद्योगिक उत्पादन और निर्यात में सुस्ती के बावजूद कर संग्रह का आंकड़ा मजबूत रहा है.

Petrol and Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी किए एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति पेट्रोल और डीजल के रेट, कहां है सबसे महंगा और सबसे सस्‍ता

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

कुछ एनालिस्ट्स का मानना ​​है कि आर्थिक वृद्धि ने अपनी रफ्तार गंवा दी है लेकिन कंपनियों के मुनाफे की वजह से ‘इंजन’ दौड़ रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के अपने अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है. अन्य रेटिंग एजेंसियों ने भी जियो-पॉलिटिकल टेंशन और सख्त होती वैश्विक वित्तीय स्थिति को देखते हुए वृद्धि दर के अनुमान में कमी की है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि कुल राजस्व संग्रह की बात की जाए, तो अभी तक कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति और प्रतिभूति लेनदेन कर यानी एसटीटी सहित) की वृद्धि क्रमश: 16.73 प्रतिशत और 32.30 पर रही है. रिफंड के एडजस्ट होने के बाद सीआईटी संग्रह एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति में शुद्ध वृद्धि 16.29 प्रतिशत बैठती है. वहीं व्यक्तिगत आयकर संग्रह में वृद्धि 17.35 प्रतिशत (केवल पीआईटी) और एसटीटी के साथ 16.25 प्रतिशत बैठती एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति है. सीबीडीटी ने कहा कि एक अप्रैल, 2022 से आठ अक्टूबर, 2022 की अवधि के दौरान कुल 1.53 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड से 81 प्रतिशत अधिक है.

लगातार चेतावनियों से भी चेता नहीं उत्तराखंड, चाइल्ड सेक्स एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति रेशो में सबसे फिसड्डी राज्य

उत्तराखंड में सबसे कम रहा शिशु जन्म लिंग अनुपात.

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 07, 2021, 11:एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति 04 IST

नई​ दिल्ली/देहरादून. उत्तराखंड समय पर नहीं चेता और उसने उचित कदम नहीं उठाए, नीति आयोग के ताज़ा जारी किए गए आंकड़ों से यह साबित हुआ. आयोग ने हाल में, सस्टेनेबेल डेवलपमेंट गोल्स (SDG) को लेकर जो डेटा जारी किया, उसके मुताबिक शिशु जन्म में लिंग अनुपात के मामले में सबसे पिछड़े राज्य के तौर पर उत्तराखंड ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. एसडीजी के आंकड़ों के हिसाब से बालक बालिका लिंग अनुपात के मामले में उत्तराखंड में केवल 840 का औसत है, यानी राज्य में प्रति 1000 बालकों पर सिर्फ़ 840 बालिकाएं जन्मती हैं. हैरत और दुख की बात यह है कि 2021 में ऐसे आंकड़े होंगे, यह अनुमान विशेषज्ञों ने पांच साल पहले ही लगा लिया था!

आपके शहर से (देहरादून)

Corona impact: कोरोना की आपदा को बनाया अवसर, खेती कर ये दो दोस्त बन गए सफल

उत्तराखंडः काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह हरिद्वार में हर की पौड़ी पर बनेगा कॉरिडोर

पढ़िए उत्तराखंड की 'ग्लेशियर लेडी' की कहानी, 21 सालों से गंगा को बचाने के लिए कर रही संघर्ष

देहरादून में सड़क पर मवेशी छोड़ने वालों की खैर नहीं, नगर निगम अब करेगा यह कार्रवाई

Dehradun: देहरादून में आरटीए के इस आदेश के बाद विक्रम चालकों की बढ़ी चिंता

Sarkari Naukri: पर्यावरण मंत्रालय में 12वीं से लेकर ग्रेजुएट के लिए निकली बंपर वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई, मिलेगी अच्छी सैलरी

Dehradun: नए साल पर देहरादून-मसूरी जा रहे हैं तो इस छोटे से मंदिर में एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति भी होकर आएं

नाबालिग बेटी से बलात्कार करने वाले पिता को कोर्ट ने सुनाई 25 साल की सजा

Uttarakhand Corona Update: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्शन में उत्तराखंड सरकार, संक्रमण को लेकर अलर्ट जारी

अत्यंत दुर्लभ केस : डॉ ज्योति जायसवाल

विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति जायसवाल के मुताबिक बच्चेदानी के बाहर पेट यानी एब्डोमन में भ्रूण का विकास होकर स्टोन बेबी में बदल जाने की स्थिति बहुत ही दुर्लभ है। इस प्रकार के केस का प्रकाशन (पब्लिकेशन) भी मेडिकल जर्नल में बहुत ही कम देखने को मिलता है। डॉ. ज्योति जायसवाल के अनुसार लिथोपेडियन या स्टोन बेबी तब एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति बनता है जब गर्भावस्था, गर्भाशय के बजाय पेट में (एब्डामिनल प्रेगनेंसी) होती है। एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति जब यह गर्भावस्था अंतत: विफल हो जाती है और भ्रूण के पास पर्याप्त रक्त की आपूर्ति नहीं होती है तो शरीर के पास भ्रूण को बाहर निकालने का कोई तरीका नहीं होता है। नतीजन, शरीर अपनी स्वयं की प्रतिरक्षा प्रक्रिया का उपयोग करके भ्रूण को पत्थर में बदल देता है जो शरीर को किसी भी ऐसी विदेशी वस्तु से बचाता है जिससे शरीर को कोई नुकसान न हो। ऊतकों का इस प्रकार का कैल्सिफिकेशन मां को संक्रमण से बचाता है। कई बार इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता लेकिन कई बार इसके पेट के अंदर रहने के कारण दूसरी समस्याएं भी जन्म लेने लगती हैं। कैल्सीफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शरीर के ऊतकों में कैल्शियम का निर्माण होता है, जिससे ऊतक सख्त हो जाते हैं। यह एक सामान्य या असामान्य प्रक्रिया हो सकती है।

रेटिंग: 4.48
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 833