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Convertibility of Capital Account and Rupee | India | Financial Management

In this article we will discuss about the parameters for capital account and rupee convertibility in the financial markets.

Capital account convertibility is one of the essential parameters, not only for an effective integration of the financial markets of the domestic economy, with the world economy but also for India’s maturing as a mega world भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता economic power in the prevailing environment of competition, deregulation and proliferation of information technology.

The basic objectives of capital account convertibility are:

1. To deepen and integrate financial markets

2. To raise the access to global savings

3. To discipline domestic policy makers

4. To allow greater freedom to individual decision making.

Full Convertibility of Rupee:

Full convertibility also known भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता as ‘floating rupee’ which means the removal of all controls on the cross-border movement of capital, out of India to anywhere else or vice versa. There are two kinds of convertibility – current account convertibility and capital भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता account convertibility.

Capital account convertibility (CAC) refers to the freedom to convert local financial assets into foreign financial assets or vice versa at market-determined rates of interest. As of now, convertibility of the rupee into foreign currencies is almost wholly free for current account i.e. in case of transactions such as trade, travel and tourism, education abroad etc. If CAC is introduced along with current भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता account convertibility it would mean full convertibility.

डेली अपडेट्स

(a) रुपए के नोटों के बदले सोना प्राप्त करना
(b) रुपए के मूल्य को बाज़ार की शक्तियों द्वारा निर्धारित होने देना
(c) रुपए को अन्य मुद्राओं में और अन्य मुद्राओं को रुपए में परिवर्तित करने की स्वतंत्र रूप से अनुज्ञा प्रदान करना
(d) भारत में मुद्राओं के लिये अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार विकसित करना

प्र.भुगतान संतुलन के संदर्भ में निम्नलिखित में से किससे/किनसे चालू खाता बनता है? (2014)

  1. व्यापार संतुलन
  2. विदेशी परिसंपत्तियाँ
  3. अदृश्यों का संतुलन
  4. विशेष आहरण अधिकार

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) केवल 1, 2 और 4

भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता

प्रथम विश्व युद्ध से पहले पूरी दुनिया में स्वर्णमान (गोल्ड स्टैण्डर्ड) के मानक होते थे, जिसके तहत मुद्राओं का मूल्य सोने के रूप में एक स्थिर दर पर निश्चित किया जाता था । लेकिन 1971 में ब्रेटन वुड्स प्रणाली की विफलता के बाद भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता इस प्रणाली को बदल दिया गया। मुद्रा की परिवर्तनीयता से तात्पर्य एक ऐसी प्रणाली से है जिसके अंतर्गत एक देश की मुद्रा विदेशी मुद्रा में परिवर्तित हो जाती है और विलोमशः भी। 1994 के बाद से भारतीय रुपया चालू खाते के लेन-देन में पूरी तरह से परिवर्तनीय बना दिया गया।

प्रथम विश्व युद्ध से पहले पूरी दुनिया में स्वर्णमान (गोल्ड स्टैण्डर्ड) के मानक होते थे, जिसके तहत मुद्राओं का मूल्य सोने के रूप में एक स्थिर दर पर निश्चित किया जाता था । लेकिन 1971 में ब्रेटन वुड्स प्रणाली की विफलता के बाद इस प्रणाली को बदल दिया गया। मुद्रा की परिवर्तनीयता से तात्पर्य एक ऐसी प्रणाली से है जिसके अंतर्गत एक देश की मुद्रा विदेशी मुद्रा में परिवर्तित हो जाती है और विलोमशः भी। 1994 के बाद से भारतीय रुपया चालू खाते के लेन-देन में पूरी तरह से परिवर्तनीय बना दिया गया।

भारत पूंजी खाता परिवर्तनीयता में बड़े बदलावों के मुहाने पर है: रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर

शंकर ने फॉरेन एक्सचेंज डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफईडीएआई) की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने पूंजी खाते पर परिवर्तनीयता के बढ़ते स्तर को हासिल करने में एक लंबा सफर तय किया है और विदेशी पूंजी प्रवाह की एक स्थिर संरचना हासिल करने के लिहाज से नीतिगत भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता विकल्पों के लिए व्यापक रूप से इच्छित भारत में मुद्रा की परिवर्तनीयता नतीजे पाए हैं।

परिवर्तनीयता का मतलब भुगतान संतुलन से जुड़े लेन-देन की खातिर भुगतान करने के लिए घरेलू मुद्रा को विदेशी मुद्रा एवं विदेशी मुद्र के घरेलू मुद्रा में बदलने की क्षमता से है।

वहीं चालू खाता परिवर्तनीयता चालू खाता लेनदेन के लिए घरेलू मुद्रा को परिवर्तित करने की क्षमता या स्वतंत्रता है जबकि पूंजी खाता परिवर्तनीयता पूंजी खाता लेनदेन के लिए घरेलू मुद्रा को परिवर्तित करने की क्षमता है।

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