Photo:BLOOMBERG

5 Summer course प्रोग्राम्स में मशीन लर्निंग 2023

Sumemer पाठ्यक्रमों अक्सर सामान्य स्कूल वर्ष के बाहर अतिरिक्त प्रमाण-पत्र या योग्यता हासिल करने के लिए छात्रों द्वारा इस्तेमाल एक अवसर हैं। वे अध्ययन या एक कैरियर के ज्ञान के आधार को जोड़ने के स्तरों के बीच के अंतर को पूरा कर रहे हैं, इन पाठ्यक्रमों के अध्ययन के लगभग किसी भी क्षेत्र में पाया जा सकता है।

फिल्टर

  • Summer course
    प्रौद्योगिकी अध्ययन (5)

अध्ययन के संबंधित क्षेत्र

दुनिया भर से हजारों अध्ययन कार्यक्रम ब्राउज़ करें।

उच्च शिक्षा एक कॉलेज की डिग्री से अधिक है। ACADEMICCOURSES छात्रों को पाठ्यक्रम, प्रारंभिक वर्ष, लघु कार्यक्रम, प्रमाण पत्र, डिप्लोमा, और बहुत कुछ प्रदान करने वाले शिक्षकों से जोड़ता है। ACADEMICCOURSES छात्र-केंद्रित वेबसाइटों के Keystone Education Group परिवार का हिस्सा है जो छात्रों और उच्च शिक्षा संस्थानों मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस को एक-दूसरे को ऑनलाइन खोजने में मदद करता है। 2002 से छात्रों द्वारा भरोसा किया गया, ACADEMICCOURSES घर और दुनिया भर में उच्च और सतत शिक्षा के लिए आपका बहुभाषी प्रवेश द्वार है।

B Tech Courses: IIT नागपुर ने शुरू किए चार नए B Tech कोर्स, सीटों की संख्या भी बढ़ाई, जानें एडमिशन की पूरी डिटेल्स

IIT Nagpur New BTech Courses: आईआईटी नागपुर में चार नए बीटेक कोर्स शुरू किए गए हैं. इसी के साथ बीटेकोर्स के लिए सीटों की संख्या भी बढ़ा दी गई है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Oct 2022 03:42 PM (IST)

आईआईटी नागपुर में चार नए बीटेक कोर्स शुरू(प्रतीकात्मक तस्वीर)

IIT Nagpur New BTech Courses: भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), नागपुर ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से चार नए बीटेक कोर्स शुरू किए हैं. संस्थान ने कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग (सीएसई), इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग (ईसीई) स्ट्रीम के लिए नए बीटेक पाठ्यक्रम शुरू किए हैं. नए लॉन्च किए गए कोर्सेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरेक्शन एंड गेमिंग टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स शामिल हैं. इसके साथ ही आईआईआईटी नागपुर ने भी इस साल से बीटेक उम्मीदवारों के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी है.

सीटों की संख्या भी बढ़ा दी गई है
बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरेक्शन मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस एंड गेमिंग टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस और एनालिटिक्स कोर्स बीटेक सीएसई स्ट्रीम के तहत लॉन्च किए जा रहे हैं, जबकि इंटरनेट ऑफ थिंग्स कोर्स बीटेक ईएसई स्ट्रीम के तहत लॉन्च किया जा रहा है. इसके साथ ही IIIT नागपुर में चार नए बीटेक कोर्सेज शुरू होने के साथ ही 264 सीटें भी बढ़ा दी जाएंगी. पहले बीटेक सीएसई स्ट्रीम के लिए कुल 223 सीटें थीं और बीटेक ईएसई स्ट्रीम के लिए 150 सीटें थीं. गौरतलब है कि पिछले साल, IIIT नागपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस में 214 सीटें बढ़ाई थीं, जो अब बढ़कर 421 हो गई हैं, और इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग में 133 सीटें बढ़ाई थीं जो अब 216 हो गई हैं.

कितनी फीस देनी होगी
जो उम्मीदवार आईआईआईटी नागपुर से बीटेक कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें शैक्षणिक सत्र के लिए प्रथम वर्ष के शुल्क के रूप में कुल 2,47,000 रुपये का भुगतान करना होगा. 2022-23। संस्थान प्रत्येक सेमेस्टर के लिए एक सेमेस्टर शुल्क के मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस रूप में 1,23,500 रुपये लेगा.

News Reels

Published at : 07 Oct 2022 03:42 PM (IST) Tags: BTech Course Nagpur News IIT Nagpur हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

IIT Kanpur News: देश को आने वाले आर्थिक खतरों से बचाएंगे कानपुर IIT के विशेषज्ञ, क्या है तैयारी जानें

टाइम्स नाउ डिजिटल

IIT Kanpur News: आईआईटी कानपुर अब दुनिया को आर्थिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करेगा। इसके लिए विशेषज्ञ तैयार किए जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉक चेन और मशीन लर्निंग पर आधारित वित्तीय प्रणाली भी यहां विकसित होगी।

Kanpur IIT

  • कानपुर आईआईटी तैयार करेगा आर्थिक सुरक्षा विशेषज्ञ
  • ई-मास्टर्स डिग्री के लिए तैयार किया कोर्स
  • खतरों से बचाएंगे कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञ

IIT Kanpur News: पूरी दुनिया में आर्थिक क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। अब सिर्फ डिजिटल वित्त प्रणाली की बात नहीं है बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचेन के साथ मशीन लर्निंग आधारित वित्तीय प्रणाली विकसित करना जरूरी है। जिससे आर्थिक क्षेत्र को आने वाले खतरों से सुरक्षित रखा जा सके। कानपुर आईआईटी अब दुनिया को आर्थिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अब ऐसे ही विशेषज्ञ तैयार करेगा। संस्थान की ओर से क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स शुरू होने पर वक्ताओं ने यह बात कही।

वक्ताओं ने कहा कि, कोविड महामारी ने अर्थव्यवस्था को भारी झटका दिया है। डिजिटलीकरण में अब कुछ नया नहीं है। वर्तमान में एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग निवेश, चैटबॉट और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जा रहा है।

ऑनलाइन है यह कोर्स

ब्लॉकचैन, मशीन लर्निंग, मार्केट और डेटा इंटेलीजेंस, क्वांटिटेटिव मॉडलिंग आदि जैसी मांगी जाने वाली तकनीकों पर स्मार्ट फैसले लेने मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस वाले पेशेवरों की मांग है। आईआईटी कानपुर ने यह ई-मास्टर्स डिग्री इसी को ध्यान में रख तैयार की है। इस पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र, जटिल डेरिवेटिव, बड़े डेटा विश्लेषण, ट्रेजरी और क्रेडिट जैसे दस मॉड्यूल शामिल हैं। इस कोर्स को एक से तीन वर्ष के बीच पूरा किया जा सकता है। यह कोर्स ऑनलाइन है और इसमें पेशेवर दाखिला ले सकते हैं।

कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर

आपको बता दें कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉक चेन और मशीन लर्निंग पर आधारित वित्तीय प्रणाली भी यहां विकसित की जाएगी। इन तकनीकों के जरिये आर्थिक क्षेत्र को भविष्य में संभावित खतरों से बचने में मदद मिलेगी। इसके लिए संस्थान ने क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस तैयार किया है। कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर है। वहीं, आईआईटी अब 5जी, 6जी और एज कंप्यूटिंग के विशेषज्ञ तैयार करेगा। आने वाली 5जी तकनीक और भविष्य की जरूरत 6जी तकनीक के विशेषज्ञों को तैयार करने के लिए संस्थान ने संचार प्रणाली में एक ई-मास्टर्स प्रोग्राम शुरू किया है। इस कोर्स में तीन जून तक मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस आवेदन किया जा सकता है। इसमें वे प्रोफेशनल ही हिस्सा लेंगे, जो अब तक इसी सेक्टर से जुड़े हैं।

Kanpur News in Hindi (कानपुर समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharatपर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।

SBI कर रहा है एआई और मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस मशीन लर्निंग का इस्‍तेमाल, जैविक कपास उत्‍पादकों के लिए पेश करेगा सफल ऋण उत्‍पाद

बैंक मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस कारोबार बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) का बड़े पैमाने पर मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस उपयोग कर रहा है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: September 09, 2020 8:20 IST

SBI planning to launch loan product 'SAFAL' for organic cotton growers- India TV Hindi

Photo:BLOOMBERG

SBI planning to launch loan product 'SAFAL' for organic cotton growers

नई दिल्‍ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ऐसे जैविक कपास उत्पादकों के लिए, जिन्होंने पहले कभी कर्ज नहीं लिया एक नया ऋण उत्पाद, सफल पेश करने की योजना बना रहा है। देश के इस सबसे बड़े ऋणदाता बैंक के प्रबंध निदेशक सीएस सेट्टी ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित फिनटेक सम्मेलन में कहा कि बैंक कारोबार बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रहा है।

SBI के 'योनो एप' से जुड़ा बीज पोर्टल, एप के जरिए बीज खरीद सकेंगे किसान

अगले एसबीआई चेयरमैन के तौर पर दिनेश कुमार खारा के नाम की सिफारिश

SBI ने ATM से होने वाली धोखाधड़ी रोकने के लिए शुरू की विशेष सुविधा, सबको मिलेगा फायदा

सेट्टी ने कहा कि हम इस तथाकथित खुदरा क्षेत्र से आगे निकलकर किसानों तक पहुंचना चाहते हैं। आज हम केवल फसली ऋण ही नहीं दे रहे हैं, .हम एक नया उत्पाद सुरक्षित एवं त्वरित कृषि ऋण (सफल) पेश करने की तैयारी में हैं। एक कंपनी है जिसने सभी जैविक कपास उत्पादकों का ब्लॉकचेन के आधार पर एक डेटाबेस तैयार किया है।

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भर में इस कपास का कोई भी खरीदार यह जांच कर सकता है कि किसान वास्तव में जैविक कपास उगा रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि हम केवल डेटा ले रहे हैं और उन्हें क्रेडिट लिंकेज प्रदान कर रहे हैं क्योंकि उनके पास ऋण लेने का कोई इतिहास नहीं है। वे फसल ऋण लेने मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस वाले नहीं हैं, लेकिन हमें उन्हें अपने साथ लाने की क्षमता है क्योंकि प्रौद्योगिकी ने उन्हें एक-दूसरे के नजदीक ला दिया है और उन्हें बाजार दृश्यता प्रदान की है।

एआई और एमएल के उपयोग का एक और उदाहरण देते हुए सेट्टी ने कहा कि बैंक ने 17 लाख पूर्व-अनुमोदित ऋण दिए हैं और लॉकडाउन के दौरान इस उत्पाद के तहत 21,000 करोड़ के कारोबार बुक किए गए हैं। यह देखते हुए कि डेटा विश्लेषण की शक्ति को बैंक ने पूरी तरह से सराहा है, उन्होंने कहा कि हमारा एआई/एमएल विभाग एक प्रयोगात्मक विभाग नहीं है, यह एक व्यवसाय-उन्मुख विभाग है। हमने पिछले दो साल में लगभग 1,100 करोड़ रुपए की शुद्ध आय सृजित की है।

रेटिंग: 4.72
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 856