डिजिटल गोल्ड बनाम फ़िजिकल गोल्ड: क्या डिजिटल इनवेस्टमेंट बेहतर है?
इस लोकप्रियता का कारण क्या है और यह हमारे घरों में मौजूद सोने से कैसे अलग है? इसे जानने के लिए Jar के पास आपके लिए एक गाइड है:
डिजिटल गोल्ड क्या है?
डिजिटल गोल्ड, फ़िजिकल सोने का एक विकल्प है। यह एक्सचेंज रेट में बदलाव और उतार-चढ़ाव से मुक्त होता है और इनवेस्टर को वास्तव में फ़िजिकल सोने के बिना, दुनिया भर में आसानी से व्यापार करने की सहूलियत देता है।
भारत में आप कई ऐप और वेबसाइट के ज़रिए डिजिटल गोल्ड ख़रीद सकते हैं। हालांकि, केवल तीन गोल्ड कंपनियां - ऑगमोंट गोल्ड लिमिटेड, डिजिटल गोल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड - सेफ़गोल्ड, और एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ही आपका सोना रखती हैं।
यह ऑनलाइन सोना ख़रीदने और इसमें इनवेस्ट करने का एक सुरक्षित, सुविधाजनक और किफ़ायती तरीक़ा है, जिसमें किसी अतिरिक्त स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट की भी ज़रूरत नहीं होती है।
यहां जानें डिजिटल गोल्ड क्या है कि आप Jar के साथ डिजिटल गोल्ड में कैसे इनवेस्टमेंट कर सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड बनाम पारंपरिक गोल्ड
1. इनवेस्टमेंट का आकार: फ़िजिकल गोल्ड में इनवेस्टमेंट करते समय आपको कम से कम 1 ग्राम सोना ख़रीदना होता है, जिसकी क़ीमत में हर रोज़ उतार-चढ़ाव होता है। जबकि, डिजिटल गोल्ड में इनवेस्टमेंट करना बहुत ही किफ़ायती है और इसे 1 रुपए तक की कम क़ीमत में भी ख़रीदा और बेचा जा सकता है। यह किफ़ायती है और अपनी सीमित आय के बावजूद भी आप आसानी से डिजिटल गोल्ड में इनवेस्टमेंट कर सकते हैं।
2. स्टोरेज: हमने आमतौर पर हमारे भारतीय घरों में अपने बुजुर्गों को फ़िजिकल सोना लॉकर में रखते देखा है। यह बहुत ज़ोखिम भरा होता है, क्योंकि इसमें चोरी होने का डर हमेशा रहता है। ज़ोखिम से बचने के लिए इसे लंबे समय तक बैंक लॉकर में रखा जाता है, जिसके लिए रजिस्ट्रेशन फ़ीस, वार्षिक फ़ीस, सर्विस फ़ीस वग़ैरह के तौर पर स्टोरेज कॉस्ट देनी पड़ती है।
डिजिटल गोल्ड आपको लंबे समय तक के लिए इनवेस्टमेंट और लागत की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। यह सेफ़ फ़्री है या फ़ेस वैल्यू पर इंश्योर्ड है।
3. उच्च लिक्विडिटी: दूसरे तरह के संपदा/एसेट की तुलना में सोना सबसे ज़्यादा लिक्विड कमोडिटी है। हालांकि, फ़िजिकल गोल्ड के साथ अभी भी लिक्विडिटी की समस्याएं रहती हैं। जैसे: फ़िजिकल सोने को बेचने और इसके लिए पूरी-पूरी रीसेल वैल्यू पाने के लिए इसे उसी डीलर को बेचना पड़ता है, जिससे आपने इसे ख़रीदा था। पूरी रीसेल वैल्यू पाने के लिए ओरिजनल ख़रीद बिल रखना भी एक ज़रूरत होती है।
डिजिटल गोल्ड कहीं भी और कभी भी आसानी से ख़रीदा और बेचा जा सकता है। भविष्य में सोने की पूरी रीसेल वैल्यू पाने के लिए आपको कई सालों तक किसी डीलर के पास जाने या एक सुरक्षित सोना ख़रीद खाता रखने की ज़रूरत नहीं है।
4. ट्रेडिंग: फ़िजिकल गोल्ड के ट्रेडिंग की तुलना में डिजिटल गोल्ड में ट्रेडिंग करना ज़्यादा सुविधाजनक है। फ़िजिकल गोल्ड ख़रीदने या बेचने के लिए आपको एक दिन रुकना होगा और एक ज्वैलरी शॉप या बैंक में जाना होगा, जो कि समय लेने वाली और असुविधाजनक प्रक्रिया है। अगर आप सोना ख़रीदना चाहते हैं, तो आपके पास सोने का लॉकर भी होना चाहिए।
दूसरी ओर, डिजिटल गोल्ड कभी भी, कहीं भी, कुछ सरल चरणों में ऑनलाइन ख़रीदा और बेचा जा सकता है। एक सफल बिक्री के बाद पैसा कुछ ही दिनों में सीधे आपके रजिस्टर्ड वॉलेट या बैंक खाता में ट्रांसफ़र हो जाता है।
5. आप क्या भुगतान करते हैं: गोल्ड ज्वैलरी ख़रीदते समय आपको न केवल सोने की क़ीमत चुकानी पड़ती है, बल्कि मेकिंग चार्ज और अतिरिक्त टैक्स भी देना पड़ता है। ज्वैलर्स, आपके गहनों के डिजाइन के आधार पर 7% से 25% तक चार्ज करते हैं। अगर, चुनी गई ज्वैलरी में क़ीमती पत्थर और रत्न भी शामिल हैं, तो लागत बढ़ जाती है और इनका दाम भी सोने की क़ीमत में शामिल हो जाता है। जब आप सोने की ज्वैलरी को बेचने जाते हैं, तब आपको उन जड़े हुए गहनों के दाम नहीं मिलते या इसे जोड़ा नहीं जाता है।
डिजिटल गोल्ड के ज़रिए आप केवल शुद्ध 24 कैरेट सोने का व्यापार करते हैं। आपकी ख़र्च की गई कुल राशि केवल सोने में इनवेस्ट की जाती है। ख़रीदारी करते समय आपको केवल 3% जीएसटी का भुगतान करना होता है।
6. सुरक्षा: बहुत से लोग डिजिटल गोल्ड में इनवेस्टमेंट करने से हिचकते हैं, क्योंकि यह एक नया कॉन्सेप्ट है और उन्हें इस क्षेत्र में जानकारी भी कम है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, इनवेस्टमेंट के विकल्प के रूप में डिजिटल गोल्ड सुरक्षित है। आपके अकाउंट में जमा हुआ हर एक ग्राम सोने पर वास्तविक फ़िजिकल गोल्ड सुरक्षित होता है। इसका मतलब है कि आपको किसी भी समय, किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं है।
इस अंतर को बेहतर ढंग से समझने और निर्णय लेने में आपकी मदद करने के लिए यहां एक टेबल दी गई है:
डिजिटल गोल्ड साफ़ तौर पर एक बेहतरीन विकल्प लगता है, लेकिन, यह वास्तव में इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने इनवेस्टमेंट से क्या चाहते हैं।
डिजिटल और फ़िजिकल गोल्ड दोनों के अपने फ़ायदे और नुक़सान होते हैं। लेकिन, आप अपनी रीसर्च ज़रूर करें और समझें कि आपके लिए कौन-सा तरीक़ा बेहतर हो सकता है।
डिजिटल गोल्ड बनाम फ़िजिकल गोल्ड: क्या डिजिटल इनवेस्टमेंट एक बेहतर इनवेस्टमेंट है?
Digital Gold क्या है और कैसे ख़रीदे (2022) ₹1 रुपये से शुरू करे निवेश|
पिछले 10 वर्षों मे गोल्ड ने 5.7 % प्रति वर्ष Return डिजिटल गोल्ड क्या है दिया है, सुनने मे यह थोड़ा Normal लग सकता है पर गोल्ड एक बिना जोखिम के किया जाने वाला निवेश विकल्प है क्योंकि चाहे बाजारों मे कितनी भी मंदी क्यूँ न हो लेकिन आपका पैसा अगर Gold मे Invested है तो आपको अपने पैसे के नुकसान के जोखिम की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है|
आप गोल्ड मे इन्वेस्ट अनेक प्रकार की Gold Bond Scheme की सहायता से कर सकते है तथा 2 प्रकार से रिटर्न का फायदा उठा सकते है, पहला जिसमे आपको गोल्ड की Price बढ़ने से जो Gain होगा और दूसरा उन Bonds पर मिलने वाला वार्षिक ब्याज| यदि आप Gold Bond मे इन्वेस्ट करना चाहते है, तो Sovereign Gold Bond Scheme आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है|
5 Gold Mutual Fund के रिटर्न
एसआईपी के माध्यम से Gold Mutual Fun d s में निवेश करना भी फायदे का सौदा हो सकता है|
पिछले एक साल में Top गोल्ड म्यूचुअल फंड्स ने करीब 40% का Return दिया है जो किसी भी PPF से कही ज्यादा है|
1 साल के गोल्ड म्यूचुअल फंड्स का रिटर्न
Gold Mutual Funds | 6 Month Return | 1 Year Ret. |
DSP World GMF | 49% | 61.% |
Axis GMF | 30.01% | 34.60% |
Nippon GMF | 29.41% | 34.64% |
HDFC GMF | 29.37% | 34.38% |
ICICI GMF | 28.86 | 33.36% |
Kotak GMF | 28.69% | 33.16% |
SBI GMF | 28.54% | 33.85% |
Aditya Birla GMF | 28.36% | 32.90% |
Quantum GMF | 28.30% | 30.31% |
Invesco GMF | 29.80% | 33.52% |
6 आपको क्या करना चाहिये?
देखिये Digital Gold Market में Return के साथ साथ Risk भी शामिल होता है|
इसलिए अगर आप निवेश के उद्देश्य से जा रहे है तो आपको सभी तरह के फंड्स और प्रोडक्ट को उनके Charges और Fetures के Base पर Compare करना चाहिये|
और एक्सपर्ट की राय लेते हुए अपने लिए Best Scheme में पैसा Invest करना चाहिये|
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Posted by Abhishek
अभिषेक राजस्थान से हैं और वे हैप्पीहिंदी.कॉम पर बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट और पर्सनल फाइनेंस के विषयों पर पिछले 4 वर्षों से लिख रहे हैं| उनसे [email protected] पर संपर्क किया जा सकता हैं|
गोल्ड में निवेश की प्लानिंग? जानिए डिजिटल और फिजिकल सोना खरीदने के लिए क्या है आयकर नियम
डिजिटल गोल्ड या फिजिकल गोल्ड में निवेश करने या खरीदने पर टैक्स लगाया जाता है। अगर आप निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको टैक्स नियम के बारे में जरूर जानना चाहिए।
डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, जानिए कितना लगेगा टैक्स (फोटो-Freepik)
बहुत से लोग गोल्ड में निवेश करते हैं, क्योंकि यह एक सुरक्षित निवेश के रूप में माना जाता है। फिजिकल गोल्ड के अलावा डिजिटल गोल्ड और पेपर गोल्ड की भी आजकल डिमांड है। ऐसे में अगर आप इसमें से किसी भी गोल्ड में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको आयकर विभाग के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
फिजिकल गोल्ड पर टैक्स
ज्वैलरी के रूप में फिजिकल गोल्ड को खरीदा जाता है। इसके अलावा कुछ लोग सोने के सिक्के भी खरीदे जाते हैं। सोने के सिक्के आमतौर पर 5 या डिजिटल गोल्ड क्या है 10 ग्राम के मूल्यवर्ग में खरीदे जाते हैं। सभी तरह के फिजिकल गोल्ड हॉलमार्क वाले होते हैं। ऐसे में सोना खरीदने पर आयकर नियम के अनुसार, फिजिकल सोना पर कैपिटल लाभ टैक्स लगता है।
क्लियर के फाउंडर एंड सीईओ अर्चित ने कहा कि पूंजीगत लाभ पर टैक्स बेनेफिट के आधार पर लगाया जाता है, चाहे लांग टाइम कैपिटल गेन हो या अल्पकालिक पूंजीगत लाभ हो। अगर आप बिक्री की तारीख से पहले 36 महीने से अधिक समय तक सोना रखते हैं, तो यह एक लॉन्ग टाइम लाभ के तहत आतना है। हालांकि इससे कम पर यह अल्पकालीन टैक्स बेनेफिट्स है। इस तरह के लाभ पर 20 फीसदी और 4 फीसदी का टैक्स लगाया जाता है।
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डिजिटल गोल्ड पर टैक्स
डिजिटल गोल्ड फिजिकल गोल्ड में निवेश का एक माध्यम है। इसमें निवेश के बाद सोना बेचने पर टैक्स लगाया जाता है। यह सेबी या आरबीआई किसी के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है। इसमें आप सीधे निवेश कर सकते हैं। इसपर टैक्स फिजिकल गोल्ड की तरह ही लगाया जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर टैक्स
भारत सरकार की ओर से जारी किया जाने वाला यह एक डिजिटल गोल्ड है, जिसे समय-समय पर सरकार की ओर से जारी किया जाता है। आरबीआई सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। SGB को नवंबर 2015 में पेश किया गया था। इसे सोना में निवेश का सुरक्षित विकल्प माना जाता है। निवेशक को छमाही आधार पर 2.5 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलता है।
मैच्योरिटी पर या आठ साल के बाद किसी भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर लाभ पर टैक्स मुक्त रखा गया है। वहीं पांच साल के बाद एसजीबी की बिक्री पर कोई भी लाभ दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ होगा और इंडेक्सेशन के बाद ऐसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 20 फीसदी टैक्स लगता है।
पेपर गोल्ड पर टैक्स
अर्चित गुप्ता के अनुसार, अन्य पेपर गोल्ड निवेश जैसे म्यूचुअल फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की बिक्री पर फिजिकल गोल्ड के समान ही टैक्स लगाया जाता है।
क्या आप भी खरीदना चाहते हैं Digital Gold? जानिये इसके बेनिफिट, कैसे खरीद सकते हैं?
डीएनए हिंदी: नवरात्रि और दशहरा मनाने के बाद, दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों के साथ, भारतीय साल के उस दौर में एंटर करने को तैयार है जब सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है. चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है. वास्तव में, हम में से अधिकांश के लिए, कोई भी विशेष अवसर - जैसे कि शादी, बच्चे का जन्म, या शायद कोई त्योहार भी - पीली धातु के बिना अधूरा होगा.
हालांकि, फिजिकल गोल्ड (Physical Gold) खरीदने में कई महत्वपूर्ण खामियां हैं, जैसे कि इसकी शुद्धता का निर्धारण डिजिटल गोल्ड क्या है करने में कठिनाई और भंडारण के लिए बहुत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. सभी अनिश्चितताओं के बीच, अच्छी खबर यह है कि सोना खरीदने का पारंपरिक तरीका खत्म हो गया है और सोने में निवेश करने के नए साधन हैं. लगातार विकसित हो रही डिजिटल दुनिया में, ध्यान डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) पर ट्रांसफर हो गया है. यह हाल ही में निवेशकों के बीच पसंदीदा बन गया है क्योंकि इसे आसानी से खरीदा जा सकता है और इसे स्टोर करना आसान है.
डिजिटल गोल्ड क्या है?
डिजिटल गोल्ड, जैसा कि नाम से डिजिटल गोल्ड क्या है पता चलता है, असली सोना है जिसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. यह वास्तव में आपके पास किसी भी कीमती धातु के बिना पीली धातु को खरीदने और निवेश करने का एक आभासी तरीका है. इसलिए मूल रूप से, जब भी आप डिजिटल गोल्ड खरीदते हैं, तो आपको रसीद या बिल के रूप में आपकी खरीदारी का प्रमाण मिलता है और विक्रेता आपकी ओर से सुरक्षित तिजोरी में उतना ही फिजिकल गोल्ड डिपोजिट करता है.
डिजिटल गोल्ड के फायदे
- ग्राहक फोनपे, पेटीएम, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल और अन्य सहित विभिन्न प्रकार के मोबाइल वॉलेट, यूपीआई ऐप और बैंकों का उपयोग करके अपनी सुविधानुसार डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं.
- आप डिजिटल गोल्ड के साथ अपने निवेश के बारे में पूरी तरह से मन की शांति प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि यह शुद्धता का आश्वासन देता है और धोखाधड़ी की किसी भी संभावना को समाप्त करता है. ये हमेशा 24-कैरेट गोल्ड होता है और इसलिए 99 प्रतिशत से अधिक शुद्ध होने की गारंटी है.
- सुरक्षित भंडारण डिजिटल गोल्ड खरीदने के मुख्य लाभों में से एक है. चूंकि आपको गोल्ड फिजिकल रूप से प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं है, इसलिए आपको इसके सुरक्षित स्टोरेज के लिए कोई भौतिक व्यवस्था करने की आवश्यकता नहीं है.
- फिजिकल गोल्ड की बिक्री के विपरीत, जिसके लिए एक जौहरी की यात्रा की आवश्यकता होती है, उपभोक्ता अपने बैंक खाते के माध्यम से एक लाइव, चौबीसों घंटे बाजार से जुड़ी दर का उपयोग करके अपना डिजिटल सोना बेच सकते हैं और सीधे अपने खाते में राशि प्राप्त कर सकते हैं.
- डिजिटल गोल्ड से निपटने में शामिल ज्वैलर्स के साथ इसे भौतिक सोने के लिए आसानी से बदला जा सकता है. आप इसे असली सोने के लिए बेच सकते हैं, जिसमें आभूषण, सिक्के और बुलियन शामिल हैं.
- डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए बड़ी रकम निवेश करने की जरूरत नहीं है. कई कंपनियां आपको कम से कम 1 रुपये में सोने में निवेश करने की अनुमति देती हैं.
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