बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

क्रिप्टोकरेंसी

ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन में भी पिछले 24 घंटों में लगभग 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.

Jeffrey Gundlach का कहना है कि वो मार्केट के बियरिश ट्रेंड में क्रिप्टो पर्चेज नहीं करेंगे क्योंकि अभी फेडरेल रिजर्व की ओर से कुछ ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं जो कि मार्केट पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं.

Shiba Inu की कीमत में गिरावट, ETH व्हेल्स ने खरीदे 1.6 लाख करोड़ SHIB

भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर शिबा इनु की कीमत ₹ 0.000977 पर ट्रेड कर रही है जो कि पिछले 24 घंटों में 3.75% की गिरावट है.

पिछले कुछ वर्षों में Nicholas ने बिटकॉइन को लेकर प्रतिकूल रवैया रखा है. उन्होंने मार्च में कहा था कि अगर बिटकॉइन एक लाख डॉलर पर भी पहुंचता है तो भी यह एक नाकामी होगी

Crypto एक्सचेंज ने 68 डॉलर रिफंड के बजाए कस्टमर को दिए 72 लाख डॉलर

इस मामले में कस्टमर ने एक्सचेंज को गलत रिफंड की सूचना देने के बजाय एक ज्वाइंट एकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी थी और अपनी बहन के लिए एक लग्जरी अपार्टमेंट खरीदने पर लगभग नौ लाख डॉलर खर्च किए थे

पिछले महीने उन्होंने क्रिप्टो को सट्टेबाजी का आखिरी गढ़ बताया था. उनका कहना था कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस सेगमेंट की कुर्बानी दे सकता है

ईरान में ट्रेडर्स इम्पोर्ट के लिए कर सकेंगे क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल

ईरान के कारोबारी व्हीकल्स और अन्य गुड्स के इम्पोर्ट के लिए डॉलर या यूरो में भुगतान के बजाय क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल कर सकेंगे। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ग्लोबल बैंकिंग सिस्टम से ईरान बाहर है

ग्‍लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन की कीमत 20,406 डॉलर (लगभग 16.3 लाख क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या हैं? रुपये) है.

डिजिटल करेंसी नहीं एसेट पर लगा है टैक्स

सबसे पहले तो ये समझिए सरकार ने जो टैक्स लगाया है वो डिजिटल एसेट या यूं कहें क्रिप्टोकरेंसी (Cyrptocurrency) जैसे बिटकॉइन पर लगा है, जो फिलहाल लीगल नहीं है. गौर करने की बात ये है कि सरकार इसे करेंसी नहीं मान रही है. तो अब भारत में डिजिटल एसेट (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. मतलब अब अगर कोई व्यक्ति किसी डिजिटल एसेट (Digital Asset) में निवेश करके 100 रुपए का मुनाफा कमाता है, तो उसे 30 रुपए टैक्स के रूप में सरकार को देने होंगे.

क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा. मान लीजिए, किसी ने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीदी हुई है. ये उसका निवेश है. मतलब उसका ये Asset हुआ. अब अगर खरीदने वाला इस एसेट को किसी और को ट्रांसफर करता है, तो उसे अलग से उस Asset की कुल कीमत पर 1% के हिसाब से TDS चुकाना होगा. TDS किसी Source पर लगाया जाता है. जैसे आपको हर महीने मिलने वाली तनख्वाह पर सरकार जो टैक्स लेती है, वो TDS होता है. कुल मिलाकर सरकार डिजिटल करेंसी को एक इनकम सोर्स मान रही है. इसकी कमाई पर 30% टैक्स भी लगा दिया गया है.

तो क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या हैं? क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?

बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या हैं? भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

shiba inu के भाव जल्द पांच गुना बढ़ सकते हैं, BITGERT के भाव बढ़ने की गुंजाईश 100 गुना तक है

What sparked 32% rally in Shiba Inu

पिछले कुछ समय में शीबा इनु क्रिप्टो करेंसी ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन साल 2022 में यह बहुत तेजी से रिटर्न देने वाली क्रिप्टो करेंसी बन गई है. क्रिप्टो बाजार के जानकारों का कहना है कि इस साल शीबा इनु के भाव 5 गुना तक बढ़ सकते हैं. इसके साथ ही क्रिप्टो बाजार के जानकारों का कहना है कि बिटगर्ट नाम की एक क्रिप्टो करेंसी के भाव इस साल 100 गुना तक बढ़ सकते हैं.

साल के शुरुआत में गिरा था भाव
साल 2022 की शुरुआत के साथ शुरू हुई क्रिप्टो बाजार में गिरावट का असर दुनिया की 10 सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी में से एक शीबा इनु पर भी पड़ा था. एक-दो दिनों की तेजी को छोड़कर साल के शुरुआती दिनों में शीबा इनु का दाम गिरा ही था.

क्रिप्टोकुरेंसी और ब्लॉकचेन हमारे भविष्य को कैसे बदल सकते हैं?

क्रिप्टोकुरेंसी और ब्लॉकचेन हमारे भविष्य को कैसे बदल सकते हैं?

हम एक वेब 2.0 युग में रहने से संक्रमण कर रहे हैं, जिसमें सोशल मीडिया स्क्रीन पर हावी है, वेब 3.0 पर, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित इंटरनेट को अधिक देखेगा।

कुछ लोग 1980 के दशक के दौरान इंटरनेट की सफलता के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के उदय की तुलना क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या हैं? करते हैं, जबकि अन्य तर्क देते हैं कि यह केवल एक गुजरने वाली सनक है। यह क्रिप्टोक्यूरेंसी थी, जिसका नाम बिटकॉइन (बीटीसी) था, और निवेश के लिए इसकी चमत्कारी क्षमता जिसने ब्लॉकचेन तकनीक को सुर्खियों में ला दिया है। ब्लॉकचेन क्रिप्टोक्यूरेंसी और इसके व्यापक अपनाने के इर्द-गिर्द घूमता रहता है।

हालांकि, प्रचलन में 19,000 से अधिक altcoins के साथ, क्या यह अभी भी केवल एक 'पासिंग फैड' हो सकता है यदि बाजार इतना विशाल और प्रतिस्पर्धी हो गया है? आइए वास्तविक दुनिया के एप्लिकेशन का पता लगाएं जो ब्लॉकचेन तकनीक और क्रिप्टोकुरेंसी मुख्यधारा के समाज में हो सकती है।

भारत में बिटकॉइन का भविष्य 2021

बिटकॉइन क्या है?

भारत में बिटकॉइन की स्थिति उसके बाजार मूल्य की तरह ही अस्थिर है। निरंतर अस्थिरता के बावजूद, 7 मिलियन से अधिक भारतीयों द्वारा डिजिटल मुद्रा बाजार में लगभग 1 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या अगले महीनों और वर्षों में आसमान छूने की उम्मीद है।

इंफोसिस के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ने हाल ही में कहा था कि बिटकॉइन भारत में मूल्य के भंडार के रूप में स्वीकार्य हो सकता है। क्योंकि, जैसा कि उन्होंने कहा, भारत में लेनदेन के लिए क्रिप्टोकरेंसी उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि ऐसा करने के लिए देश के पास पहले से ही बेहतर विकल्प (जैसे UPI) हैं।

बिटकॉइन का क्या फायदा है? What is the advantage of bitcoin?

  1. यहां आपकी लेन-देन शुल्क क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड द्वारा भुगतान की तुलना में बहुत कम है।
  2. आप दुनिया में कहीं भी और कभी भी बिना किसी परेशानी के बिटकॉइन भेज सकते हैं।
  3. यहां कोई बिटकॉइन अकाउंट ब्लॉक नहीं है, क्योंकि कभी-कभी बैंक हमारे क्रेडिट या डेबिट कार्ड को किसी कारण से ब्लॉक कर देता है, तो यहां वह समस्या नहीं होती है।
  4. यदि आप लंबे समय में बिटकॉइन में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको इससे बहुत लाभ मिल सकता है क्योंकि रिकॉर्ड में देखा गया है कि बिटकॉइन की कीमत बढ़ रही है, आपको इससे बहुत लाभ मिल सकता है।
  5. अगर बिटकॉइन लेनदेन प्रक्रिया की निगरानी किसी सरकार या प्राधिकरण द्वारा नहीं की जाती है, तो कई लोग हैं जो इसका दुरुपयोग करते हैं, तो यह उनके लिए फायदेमंद है।

निष्कर्ष

हमारा मानना है कि अधिक से अधिक लोग इसे समझ रहे हैं और हम क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर बहुत आशावादी हैं। लेकिन आने वाले समय में क्या होगा ये तो वक्त ही बता सकता है.

आशा है कि हमेशा की तरह आप हमारे इस विषय को समझ गए होंगे। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट कमेंट, शेयर करते रहें।

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