Technical Analysis kaise Karen - Technical Analysis kya hai
Share Market मे invest करने से पहले आपको Technical Analysis कैसे करे वो सीखना चाइए । आज इस पोस्ट में हम जानेंगे What is Technical Analysis in Stock Market, टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते है शेयर बाज़ार में ।
Technical Analysis एक ऐसा एनालिसिस है जिसमे किसी स्टॉक का मूवमेंट , वॉल्यूम, उसकी Price Action और दूसरे indicators का सहारा लिया जाता है जिससे उस स्टॉक के मारे में कुछ आगे कि जानकारी मिल सके कि stock में आगे क्या मूवमेंट हो सकती है ।
Technical Analysis करने में किसी स्टॉक कि Price Action देखी जाती है , Open Price - Low Price - High Price देखा जाता है । स्टॉक ने एक साल में कितनी movement की है वो देखा जाता है (जिसको 52 weeks High Or 52 Weeks Low बोला जाता है) Technical Analysis में सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखा जाता है । अगर आपको पता नहीं है कि Support - Resistance क्या है तो यहां क्लिक करके आप फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें उसके बारे में समझ सकते है | "What Is Support and Resistance"
Technical Analysis करने के लिए इन बातो को ध्यान में रखना ज़रूरी है :
- Chart (चार्ट) क्या होता है :
शेयर मार्केट में चार्ट का बहुत ही अलग महत्व है । चार्ट आपको किसी भी स्टॉक कि movement को दिखाता है । चार्ट का भी अलग अलग प्रकार होता है जैसे कि , Candle Stick Chart, Kagi, Heikin Ashi, Line Chart, Volume Candle और इसमें ज्यादातर Use होने वाला चार्ट Candle Stick Chart है ।
- Chart Pattern (चार्ट पैटर्न) क्या है :
शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव रहता है मल्टब कि कोई भी share एक तरफा movement नहीं करता है । कोई भी share उपर- नीचे प्राइस एक्शन करता है । जो अलग अलग चार्ट पैटर्न बनाता है जिसको पढ़कर आपको एक अंदाजा आ सकता है कि शेयर मे क्या movement हो रही है ।
प्रत्येक कैंडल स्टिक एक विशेष अवधि के दौरान उस शेयर में व्यापार को विशिष्ट संख्या को दर्शाता है । जापानी कैंडल स्टिक सबसे पुरानी चार्ट तकनीक है । कैंडल स्टिक के अलग अलग प्रकार है जिसमे मारूबोजू, डोजी, हैमर, हैंगिंग मेन, शूटिंग स्टार और अन्य पैटर्न का समावेश होता है ।
- Indicator का उपयोग :
जब कभी technical analysis किया जाता है तब Indicator का उपयोग किया जाता है । Indicator एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो चार्ट पर लगाया जाता है और Indicator के जरिए एक अनुमान लगाया जाता है की शेयर में क्या मूवमेंट हो सकती है । RSI, MACD, VOLUME, MOVING AVERAGE मुख्य indicator है जिसका इस्तेमाल Technical Analysis में किया जाता है ।
- Price Action का महत्व :
शेयर बाज़ार में कीमत पर Focus किया जाता है । शेयर की Price को देखा जाता है । शेयर की movement और Price Action देखकर शेयर का अनुमान लगाया जाता है कि शेयर मे क्या movement हो सकती है ।
Technical Analysis में कंपनी कि Analysis नहीं की जाती जिसको फंडामेंटल एनालिसिस कहा जाता है । Technical Analysis में सिर्फ चार्ट पर देखकर Analysis किया जाता है ।
- Volume का उपयोग :
Technical Analysis kaise Karen - Technical Analysis kya hai Reviewed by Share Market Help on मार्च 08, 2021 Rating: 5
Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स
Stock Market Trading Courses: यहां जानें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में करियर विकल्प क्या हैं और आप इसमें किन योग्यताओं के साथ जॉब कर सकते हैं।
Image credit: freepik
हाइलाइट्स
- स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
- जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
- इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
- आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
- करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
- आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
- आप रिसर्चर या फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें ट्रेनर भी बन सकते हैं
- आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI registered Investment Advisor) या सेबी पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।
- स्टॉकब्रोकर (Stockbroker)
- फाइनांशियल एडवाइजर (Financial Advisor)
- इनवेस्टमेंट एडवाइजर (Investment Advisor)
- पोर्टफोलिया मैनेजमेंट सर्विस (Portfolio Management Services) (PMS)
- रिसर्च एनालिस्ट (Research Analyst)
- ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग (Online Stock Trading)
- फाइनांशियल एनालिस्ट (Financial Analyst)
- इक्वीटी इनालिस्ट (Equity Analyst (Fundamental/ Technical)
- मार्केट रिसर्चर (Market Researcher)
- एमएफ डिस्ट्रिब्यूटर / एडवाइजर (MF Distributor/Advisor)
- इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटर / एडवाइजर (Insurance distributor/advisor)
- एक क्लीयर ट्रेडिंग प्लान तैयार करना। ट्रेडिंग प्लान का लक्ष्य श्ूजर के लिए क्लीयर और मीनिंगफुल होना चाहिए।
- स्ट्रैटजी को लागू करने के लिए ट्रेडर को टेक्नोलॉजी और मेथ्ड से फैमिलियर होना चाहिए।
- आउटकम को प्राप्त करने की प्लानिंग फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें के लिए, ट्रेडर को प्लानिंग पर भरोसा करना चाहिए।
- लगातार सफलता प्राप्त करने में सक्षम होने के लिए रेवेंज ट्रेडिंग (revenge trading), रीसेंसी बायस (recency bias), स्टीरियोटाइपिंग इत्यादि जैसे बिहेवेरियल बायसेज (behavioral biases) के बारे में हमेशा अवेयर रहना चाहिए।
- हमेशा कुछ नियम रखें और हमेशा उनका पालन करें।
- ट्रेडिंग को फुलटाइम प्रोफेशन/बिजनेस के रूप में मानें जिसमें बिजनेस करने की लागत में आपको होने वाली हानि होती है। नुकसान से कभी भी न हिचकिचाएं और हमेशा स्ट्रिक्ट स्टॉप-लॉस का पालन करें।
- ट्रेडर ज्यादातर सेल्फ थॉट ब्रीड (self-taught breed) होते हैं। हालांकि, एक प्रोफेशनल ट्रेडर को शुरू करने के लिए फाइनांस की मूल बातें समझने की जरूरत है। कॉलेज की डिग्री आजकल एक प्रीकंडीशन है - कम से कम यदि आप ट्रेडिंग को सिरियसली लेना चाहते हैं या किसी सम्मानजनक फाइनांशियल इंस्टीट्यूशन या कॉर्पोरेशन में ट्रेडिंग से रिलेटेड करियर बनाना चाहते हैं।
- अधिकांश ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनांस, अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स या इंडस्ट्री में डिग्री होती है। डिफाइंड क्राइटेरिया के रूप में, शुरुआत करने के लिए आयु 18 वर्ष हो ऐसा जरूरी नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करने की कोई न्यूनतम उम्र नहीं है। नाबालिग और वयस्क दोनों शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
- माता-पिता या गार्जियन द्वारा संबंधित दस्तावेज जमा करने के बाद नाबालिग के नाम पर अकाउंट खोला जा सकता है। नाबालिग के वयस्क होने तक माता-पिता या गार्जियन अकाउंट की देखरेख करते हैं। नाबालिग के 18 साल के होने के बाद, डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट व्यक्ति को कुछ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेज प्राप्त करने के लिए एक एडवाइजरी भेजता है ताकि वह नया अकाउंट खोल सके और उसमें डिटेल ट्रांसफर कर सके।
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड जरूरी है। इसे खोलते समय आपको केवाईसी दस्तावेजों के साथ अपने पैन कार्ड की एक प्रति जमा करनी होगी। दूसरी ओर, किसी के लिए इस इंडस्ट्री में इनवेस्टेंट एडवाइजरी या किसी कंसल्टिंग कंपनी में प्रोफेशनल के रूप में काम करने के लिए एनआईएसएम सर्टिफाइड होना चाहिए और इकोनॉमिक्स / बिजनेस मैनेजमेंट / फाइनांस या इसी तरह के कोर्स में मास्टर या ग्रेजुएट होना जरूरी है।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें करें NBT ऐप
कैसे पकड़ें शेयर बाजार की नब्ज व जानिए टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ
दरअसल अनिश्चितता से भरे शेयर ट्रेडिंग में भावों के उतार-चढ़ाव को समझना ही सबसे बड़ी चुनौती होती है। जो ट्रेडर यह समझते हैं कि मुनाफा कमाना बड़ा लक्ष्य है, वे अक्सर घाटा खाते हैं, जबकि भावों की भाषा को पढ़ने वाले कुल मिलाकर फायदे में रहते हैं, क्योंकि किसी भी शेयर के भावों में ही छिपा रहता है उसका भूत, वर्तमान और भविष्य, बस इसे पढ़ने के लिए सधी और पैनी नजर चाहिए। अब सवाल है कि भावों की भाषा पढ़ी कैसे जाए। इसका एक प्रमुख माध्यम है टेक्निकल एनालिसिस।
टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ है किसी स्टॉक के मार्केट डाटा का सूक्ष्म अध्ययन करके उसकी संभावित कीमत का अनुमान लगाना। इसमें मुख्य रूप से दो बातों पर गौर किया जाता है। भाव और ट्रेडिंग की मात्रा यानी वॉल्यूम। सरल शब्दों में कहा जाए तो टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी स्टॉक की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया। इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। यदि किसी स्टॉक में औसतन रोजाना एक लाख शेयर ट्रेड होते हैं और अगर किसी एक दिन अचानक इनकी तादाद बढ़कर एक लाख 70 हजार हो जाए तो इसका मतलब है कि जरूर उस स्टॉक में कोई हलचल मची है।
टेक्निकल से अलग फंडामेंटल: आगे बढ़ने से पहले हम आपको बता दें कि टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस से अलग है। फंडामेंटल एनालिसिस में जहां हम लंबे निवेश के नजरिए से कंपनी के अतीत और वर्तमान को कसौटी पर कसने की कोशिश फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें करते हैं, वहीं टेक्निकल एनालिसिस मूल रूप से भावों की तात्कालिक गणना पर आधारित पद्धति है। इसका उद्देश्य ट्रेडर की मदद करना होता है। फिर चाहे वह ट्रेडर इंट्रा डे हो या फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडर। फंडामेंटल एनालिसिस में हम कंपनी की आय, उसके द्वारा दिए गए लाभांश और शोध जैसी बातों को अपने अध्ययन का आधार बना सकते हैं।
टेक्निकल एनालिसिस में इनमें से कुछ संकेतकों का उपयोग किया जा सकता है लेकिन इसमें मुख्य रूप से कुछ विशेष टूल्स और तकनीक का इस्तेमाल किया जता है। इन विशेष साधनों में एक है चार्ट का अध्ययन। चाटरें के जरिए टेक्निकल एनालिसिस करने वाला ट्रेडर दो अहम चीजों पर ध्यान देता है- पहला प्राइस मूवमेंट और दूसरा शेयर का ट्रेंड। अगर कोई शेयर आपके द्वारा निर्धारित कीमत से दो फीसदी गिर भी जाता है तो मुमकिन है कि वह अपट्रेंड हो। यानी उसमें मुनाफा वसूली या किसी और वजह से थोड़े वक्त के लिए करेक्शन आया हो लेकिन वह जल्द ही फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। टेक्निकल एनालिसिस के जरिए हम यह समझने की कोशिश करते हैं कि किस सीमा के बाद कोई शेयर अपनी दिशा बदल सकता है।
टेक्निकल एनालिसिस को समझने व ट्रेड के लिए चार्ट पैटर्न की मदद कैसे ली जाती है: टेक्निकल एनालिसिस में काम आने वाले चार्ट पैटर्न भी कई तरह के होते हैं। जैसे- हेड एंड शोल्डर, डबल टॉप या बॉटम वगैरह। इसके अलावा जो चीज टेक्निकल एनालिसिस में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, वह है मूविंग एवरेज। मूविंग एवरेज पर अलग से चर्चा करेंगे, फिलहाल हम आपको उसका एक परिचय देते चलें। मूविंग एवरेज का अर्थ है कि कोई शेयर किसी खास अवधि में किस औसत भाव के साथ मूव कर रहा था। इसका आकलन लगाने में हम कुछ और तकनीकी बिंदुओं पर गौर कर करते हैं, जैसे, सपोर्ट और रेजिस्टेंस।
आगे की पोस्टो में हम टेक्निकल एनालिसिस के एक एक पहलू पर विस्तार से गौर करेंगे। हम इसके जरिए शेयर के भावों का अर्थशास्त्र समझने की कोशिश करेंगे। लेकिन ये याद रखिए कि एक सफल ट्रेडर के लिए टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान होना जरूरी है तो फंडामेंटल एनालिसिस की समझ भी आवश्यक है। शेयर बाजार में कीमतें किसी एक सिद्धांत के आधार पर तय नहीं होती हैं। यहां सबसे बड़ा नियम है अनिश्चितता का। इसलिए आप बाजार के विश्लेषण की जितनी ज्यादा विधाओं को समझेंगे, आपका एप्रोच और एक्शन उतना ही सटीक होगा।
शेयर ट्रेडिंग में किसी भी ट्रेडर को नुकसान क्यों होता है? सीधा जवाब फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें है- वह एंट्री और एक्जिट के सही भाव का अनुमान लगाने में विफल रहा। अगर सही प्राइस प्वाइंट मिल गया तो फिर समझिए कि मंजिल आधी फतह हो गई।
शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market?
शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market? Chart देखने के लिए प्लेटफार्म, कैंडल को समझना, Bullish Candle, Bearish Candle, Candlestick Pattern, Major Reversal Patterns, Continuation Pattern, Moving Average
साथियों, यह प्रश्न अक्सर नए निवेशकों द्वारा पूछा जाता है जो हाल में Share Market में Entry ले ली है पर उसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है की शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखें? उन्हें इसके बारे में पता नहीं होता है कि किस तरह से चार्ट को रीड करें और उसमें निवेश करें। अगर देखा जाए तो चार्ट को समझना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि चार्ट को बिना समझे निवेश करना बिना युद्ध कला के ज्ञान के किसी बड़े योद्धा से लड़ने के बराबर है। इसीलिए शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आप कुछ शेयर मार्केट को समझना बहुत जरूरी है। इसके बारे में बात करेंगे।
शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें Of Share Market?
शेयर बाजार का चार्ट देखने के लिए और समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आपको एक ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर चार्ट को अच्छे से Present किया जाए क्योंकि चार्ट को Read करने से पहले आपके पास वह चार्ट होना बहुत ही आवश्यक है। इसके बाद जब आपके पास चार्ट उपलब्ध है तो आप चार्ट के छोटे इकाई कैंडल को समझना शुरू कीजिए। जब आपको कैंडल समझ में आ जाए और यह भी समझ में आ जाए कि किस तरह से चाट बनता है तो टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करके चार्ट को एनालाइज करना शुरू कीजिए की चार्ट किसी Specific Point से ऊपर जाएगा या फिर नीचे। इन सभी चीजों के बारे में हमने नीचे स्टेप में बताया है, जिसे आप अच्छे से पढ़ सकते हैं।
Chart देखने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें प्लेटफार्म: शेयर मार्केट का चार्ट देखने के लिए आपको सबसे पहले कोई ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर आप चार्ट देख पाए। मैं जो प्लेटफार्म यूज करता हूं और आप सभी को भी रेकमेंड करता हूं वह है tradingview.com यहां पर आप बहुत ही अच्छे तरह से चार्ट को देख पाएंगे और एनालाइज कर पाएंगे।
कैंडल को समझना: आप यह जरूर जानते होंगे की किसी चार्ट को पढ़ने से पहले हमें कैंडल को समझना बहुत ही जरूरी है क्योंकि कैंडल चार्ट की सबसे छोटी इकाई है। छोटे-छोटे कैंडल को मिलाकर एक चार्ट का निर्माण होता है। आपको यह बता दे कि कैंडल दो तरह की होती है- 1. Bullish Candle 2. Bearish Candle
Bullish Candle: बुलिश कैंडल सामान्यतः हरी और सफेद रंग की होती है, यह तेजी को दर्शाती है, इसके चार प्रमुख भाग होते हैं Open, Close, Low & High.
Bearish Candle: बियरिश कैंडल सामान्यतः लाल और काली रंग की होती है, यह मंदी को दर्शाती है, इसके चार प्रमुख भाग होते हैं Open, Close, Low & High.
Candlestick Pattern: जब आप कैंडल के बारे में अच्छे से जान और समझ लेते है तो अब आप कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे सीखना बहुत आवश्यक है। कैंडलस्टिक पैटर्न बहुत तरह के होते है इसका प्रयोग कर आप शेयर में सबसे पहले एंट्र, एग्जिट, स्टॉपलॉस और टारगेट का अनुमान लगा सकते है।
Major Reversal Patterns: जब आप चार्ट के बारे में बेसिक तरह से रीड करना आ जाये चार्ट अलग अलग टाइम फ्रेम में मेजर रेवेर्सल पैटर्न ढूंढ़ सकते है। इसमें प्रमुख रूप से हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न, इनवर्स हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न, डबल टॉप और डबल बॉटम पैटर्न आते है।
Continuation Pattern: इस चार्ट पैटर्न में same ट्रेंड को continue किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से ट्रैंगुलर, रेक्टंगुलर और फ्लैग एंड पोल चार्ट पैटर्न आते है।
Moving Average: यह एक अच्छा इंडिकेटर है जो अपने पिछले चाल का एवरेज को दर्शाता है। इसमें 50 मूविंग एवरेज, 200 मूविंग एवरेज प्रमुख है।
ऊपर दी गई सभी जानकारियों के आधार पर आप शेयर मार्केट में चार्ट का एनालिसिस कर पाएंगे। इसके लिए प्रमुख रूप से आपको बहुत ही ज्यादा प्रैक्टिस की जरूरत होती है। इसमें हमने कुछ प्रमुख चीजों के बारे में बात किया है। जब आप इतना सीख लेते हैं तो इसके बाद आप चार्ट का एनालिसिस आसानी से कर पाएंगे।
शेयर बाज़ार का चार्ट किस तरह देखते है? FAQ
आर्टिकल के इस भाग में हम कुछ इस आर्टिकल से जुड़ी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जो कुछ नए Investors के मन में अक्षर चल रहे होते है जिसका जवाब मैंने निचे निम्नलिखित प्रकार दर्ज किया है।
क्या शेयर मार्केट से पैसा कमाना संभव है?
Ans. हाँ, परन्तु इसके लिए आपको शेयर को एनालाइज करने का टेक्निकल तथा फंडामेंटल तरीका सीखना होगा।
शेयर बाजार का Chart देखने के लिए कौन से प्लेटफार्म का उपयोग करें?
Ans. Basically, शेयर बाज़ार का Chart देखने के लिए Trending View.in Website का उपयोग करके हम आसानी से शेयर मार्किट का Chart देख सकते है।
इन्हें भी पढ़ें-
मेरा नाम Prabhat Kumar Sharma हैं। मुझे लिखना बहुत पसंद है और मुझे Share Market, Cryptocurrency और Business की बहुत अच्छी और गहरी जानकारी है। मैं इस Blog के माध्यम से इस टॉपिक से जुड़े आपके कठिन से कठिन प्रश्नो को एक बेहतरीन और आसान तरीके से लिखकर बताने का प्रयास करता हूँ।
एक अच्छा investore कैसे बने
Be a good investor : Hello, दोस्तों 😊आज हम जानेंगे की एक अच्छा investor कैसे बने | दोस्तों मैं आपको एक बात बता दू किसी काम में expart होने के लिए आपको उस चीज के बारे में पूरी जान कारी लेनी होगी | और आपको रेगुलर होना पड़ेगा |
अगर आप एक expart invester बनने में रूचि रखते है तो सबसे पहले आपको उससे जुड़ी बेसिक जानकारी रखनी होगी | दोस्तों इसके लिए हम जानते है investment के कुछ रूल |
स्टॉक मार्किट कैसे काम करता है|
NSE और BSE क्या है? और इनके क्या काम है
शेयर मार्केट में पैसे कैसे इन्वेस्ट करें पता करे
SIP Investment vs Lump Sum
निफ्टी और सेंसेक्स क्या है और ये कैसे काम करता है पूरी जानकारी रखे
किसी भी स्टॉक मार्किट का Fundamental Analysis कैसे करे
किसी भी स्टॉक मार्किट का Technical Analysis कैसे करे
1.दोस्तों शेयर या स्टॉक मार्किट डिजिटल रूप है इलेक्ट्रॉनिक device द्वारा काम किया जाता है | इसमें हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते है | BSE और NSE में जो Company लिस्टेड रहती है उसके Share किसी ब्रोकर के माध्यम से ख़रीदे व बेचे जाते है |
दोस्तों मानले अगर आपने किसी कंपनी का शेयर ले रखा है और कंपनी में किसी तरह की प्रॉब्लम आ गई तो और उसका शेयर गिर गया तो उस कंपनी के शेयर खरीदने वाले को नुकसान का सामना करना परता है |
इसमें कुछ अच्छी खबर भी होती है कुछ लोग इसके शेयर सस्ते में खरीद सकते है |और फिर कंपनी की प्रोब्लेम सही होने पे उस कंपनी के शेयर तेजी से उप्पर इनक्रीस होते है |
2. दोस्तों आइये जानते है शेयर मार्किट में पैसा कैसे लगाना है सबसे पहले तो दोस्तो आप किसी company का शेयर खरीदने वा बेचने की जल्दबाजी बिलकुल भी न करे ।
दोस्तो market में अनुशासन बहुत जरूरी है कई investor stock market में उतार चढाव के कारण अपनी कमाई डूबा देते है
दोस्तों आप शेयर मार्केट के शेयर के प्रति अपना नजरिया नियंत्रित रखे आप हाई return की उम्मीद बिलकुल भी न रखे। इससे शेयर का रेट कम हो जाए तो आपको दुख न हो ।
दोस्तों आप सरप्लस फंड ही उपयोग में लाए अर्थात् सारे खर्चों के बाद बचा हुआ धन ही share market में लगाए।जिससे अच्छा return मिलने पे उसी पैसे को उसे पैसे को आप फिर से अपयोग कर सके।
दोस्तो अब आइए जानते है । SIP V/S LUMP SUM दोस्तो ये सब तरीके होते है की आप कौनसे तरीके से पैसा लगाए जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहे । जैसे की mutual found में पैसा लगाना आसान हैं लेकिन किस तरीके से लगाए।
आइए हम जानते है । SIP systematic investment plan हैं जो की एक प्लानिंग के तहत् mutual found में invest करने का तरीका बताता है । और वही LUMP SUM तरीके से आप तभी invest करे जब आपके पास लगाने के लिए बहुत पैसा हो । और SIP तब अपनाए जब आप एकदम sure हो कि आप हर महीने fixed amount invest कर सकते हो |
3.जब निष्पक्षत रूप से स्टॉक की बात होती है तो दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज याद आते है | BSE – Bombay Stock Exchange जब की दूसरा है NSB – National stock Exchange ये भारत के सबसे बढे और एशिया ,जापान ,चीन के बाद सबसे फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें बड़े stock Exchange है।
NSE 1992 में शुरु हुआ यह stock market के मामले में भारत का सबसे बड़ा stock exchange है इससे पूरी तरह से कागज पे आधारित stock trading से राहत मिली ।
यह benchmark index bhi होता है जिसे Nifty भी कहा जाता है। इसमें 50 अधिक कारोबार वाली company listed होती है। इसे nfty 50 भी कहा जाता है।
इन सबके अलावा BSE जो की 1875 फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें मे the native share और ब्रॉकर एसोसिएट से शुरु किया गया था। इसका भी अपना benchmark index होता है इसे सेंसेक्स भी कहा जाता है जो की electronic treding में बदल गया।
मूलतः इसमें ओसत से उप्पर कारोबार करने वाली 30 company को लिस्ट किया गया है।
Be a good investor : दोस्तों बस मैं इतना कहना चाहूंगा कि stock में invest करने से पहले अच्छी तरह से जानकारी ले ले।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 169