दिल्ली का बवाना गैंग हरिद्वार में सक्रिय, व्यापारी से मांगी 5 लाख की रंगदारी
हरिद्वार के एक व्यापारी से दिल्ली सक्रिय व्यापारी के बवाना गैंग ने 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगी है. व्यापारी को रंगदारी के लिए फोन आया था. पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
हरिद्वारः दूसरे प्रदेशों के बड़े बदमाशों के निशाने पर एक बार फिर हरिद्वार के व्यापारी हैं. दिल्ली के बवाना गैंग की ओर से सिडकुल के एक व्यापारी से 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. इस मामले में उद्यमी के पिता ने सिडकुल थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
सिडकुल पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के बवाना गैंग के नाम पर उद्यमी से 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है. युवक के पिता ने इस मामले में पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है. आरोपी ने धमकी देते हुए बवाना गैंग के बारे में यू-ट्यूब से जानकारी लेने की बात भी कही है. सिडकुल के उद्यमी विरेंद्र सिंह निवासी गणेशपुरम कनखल ने सिडकुल थाने में तहरीर देकर बताया कि 22 मार्च को उनका बेटा अमित पंवार डैंसों चौक से गुजर रहा था. तभी उसके मोबाइल नंबर पर एक नंबर से कॉल आई थी.
बात करने वाले ने खुद को बवाना गैंग का सदस्य बताते हुए 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. इसके साथ ही रंगदारी न देने पर गोली मारने की धमकी दी. वहीं, कॉल करने वाले ने कहा कि उसके बारे में यू-ट्यूब पर देख लेना, जिसके बाद अमित पंवार के हाथ-पांव फूल गए और उसने अपने पिता को इसके बारे में जानकारी दी. इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
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बवाना गैंग की लगी है डीपी: जिस नंबर से उद्यमी को फोन किया गया है, उसके व्हाट्सएप डिस्प्ले प्रोफाइल पर नीरज बवाना की फोटो लगी है, जिसमें लिखा है गैंगस्टर नीरज बवाना नाम ही बहुत है अपना, जो नहीं जानता वो भी जान जाएगा, यूट्यूब पर देख लियो.
चल रहा है नंबर: रंगदारी मांगने के लिए जिस नंबर का प्रयोग किया गया वह अब तक चल रहा है. उसपर बाकायदा घंटी जा रही है, जिस व्यक्ति ने फोन उठाया वह खुद को हरियाणा का बता रहा है.
नंबर की हो रही जांच: जिस नंबर से उद्यमी को फोन कर रंगदारी की मांग की गई, अब पुलिस उस नंबर की जांच में जुट गई है. पुलिस पहले इस बात की तस्दीक कर रही है कि क्या यह फोन वास्तव में नीरज बवाना गैंग की तरफ से किया गया या फिर किसी ने सिर्फ इसके नाम का इस्तेमाल किया है.
घायल व्यापारी बीकानेर रैफर, आक्रोश, पुलिस सक्रिय
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 दिसम्बर 2022। सोमवार शाम को सरदारशहर रोड पर ठुकरियासर-लिखमादेसर फांटे पर श्रीडूंगरगढ़ कृषि मंडी के व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना में घायल व्यापारी भागीरथ नाथ सिद्ध को गंभीर अवस्था में बीकानेर रेफर किया गया हैं। आंखों में मिर्ची डालने से व्यापारी गंभीर रूप से घायल हो गया है जिसका प्राथमिक उपचार श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सालय में किया गया एवं नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सुनील गोयल के परामर्श अनुसार बीकानेर रेफर किया गया है। मंडी से घर जा रहे व्यापारी के साथ हुई लूट की वारदात के बाद मंडी व्यापारियों में खासा रोष हैं। मंडी के व्यापारी ओमप्रकाश बाना, हेतराम जाखड़ आदि थाने भी पहुंचे और पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया ने श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स में प्रकाशित हुई लूट की खबर का संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक से दुरभाष पर बात की और मामले को गंभीर बताते हुए त्वरित रूप से प्रभावी कार्रवाई करने की बात कही। वही दूसरी ओर पुलिस भी सक्रिय होकर लुटेरों की तलाश में जुट गई है। सीओ दिनेश कुमार की अगुवाई में पुलिस दल ने मौका मुआयना किया और संभावित भागने के रास्तों पर नाकाबंदी करवाई है। एएसआई हेतराम ने चिकित्सालय पहुंच कर पीड़ित के बयान लिए। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार लूट की रकम 20 लाख रुपये से अधिक की है। पीड़ित व्यापारी के बीकानेर रेफर किये जाने के कारण अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
आसनसोल बाजार में ठगी का गिरोह सक्रिय, व्यापारी को लूटा
बंगाल मिरर,आसनसोल (Asansol News) : आसनसोल बाजार में अंजान व्यक्ति की बातों में न आये। अगर कोई आपसे किसी तरह के हादसे की बात कहकर आपको डराये, तो उससे सतर्क रहें, क्योंकि आसनसोल बाजार ठगी का गिरोह सक्रिय है। मंगलवार की दोपहर ही ठगों ने एक व्यापारी को ठगी का शिकार बनाया।
आसनसोल दक्षिण थाना क्षेत्र में आसनसोल बाजार के नईकी हटिया के पास आसनसोल के स्टील बर्तन व्यापारी दुर्गा प्रसाद अग्रवाल से दो ठगों ने सोने की चैन एवं अंगूठी लूटकर फरार हो गये। सूत्रों के अनुसार मंगलवार की दोपहर दुर्गा प्रसाद अग्रवाल से अपने घर खाना खाने जा रहे थे। तभी बाइक सक्रिय व्यापारी सवार दो युवक उनके पास पहुंचे और कहा कि आगे किसी व्यक्ति की हत्या हो गयी है। वहां झमेला हो रहा है। सोने की चैन एवं अंगूठी उतार कर थैला में रखकर जाइए। दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने बिना कुछ सोचे समझे अपने गले की चैन एवं अंगूठी उतार कर थैला में जैसे ही रखा। मोटरसाइकिल सवार युवकों ने झपटा मारकर थैला छीना और लेकर फरार हो गया।
ठगी के शिकार दुर्गाप्रसाद अग्रवाल के शोर मचाने के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। सूचना पाकड़ मौके पर पुलिस पहुंचकर मामले की जांच कर चली गयी। स्थानीय लोगों ने कहा कि दिनदहाड़े भीड़ भाड़ क्षेत्र में इस प्रकार की घटना हो रही है। व्यवसायी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। थाना में इसे लेकर शिकायत की गई। पुलिस ने कहा कि मामले की जांचकर अविलंब कार्रवाई की जाएगी।
व्यापार प्रमाणपत्र
डीलर के अधिकार में मोटर वाहन को पंजीकरण की आवश्यकता से इस शर्त पर छूट दी जाएगी बशर्ते कि वह पंजीकरण प्राधिकारी से एक व्यापार प्रमाण पत्र प्राप्त करता है । व्यापार प्रमाण पत्र का कोई भी धारक बिना पंजीकरण के किसी खरीदार को मोटर वाहन नहीं देगा, चाहे वह अस्थायी या स्थायी हो। नियम 35 के तहत प्रदान या नवीनीकृत किया गया कोई सक्रिय व्यापारी भी व्यापार प्रमाण पत्र जारी होने की तारीख से बारह महीने की अवधि के लिए लागू होगा या पूरे भारत में प्रभावी होगा।
व्यापार प्रमाण पत्र या व्यापार पंजीकरण चिह्न और संख्या के उपयोग पर प्रतिबंध
एक व्यापार प्रमाण पत्र का उपयोग केवल उस व्यक्ति द्वारा किया जाएगा जिसे इसे जारी किया गया है और ऐसा व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उपयोग किए जाने के संबंध में सौंपे गए प्रमाण पत्र या संख्या को अनुमति या प्रस्ताव नहीं देगा;
बशर्ते कि इस नियम का प्रावधान उस व्यक्ति पर लागू नहीं होगा, जहां उस व्यक्ति को जिसे प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है, सक्रिय व्यापारी या एक प्रामाणिक व्यक्ति अपने रोजगार में और उसके अधिकार के तहत कार्य कर रहा है, या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा व्यापार प्रमाण पत्र के फ़ोल्डर की ओर से सक्रिय करने वाला व्यक्ति वाहन में मौजूद है, या यदि ऐसा वाहन केवल एक व्यक्ति द्वारा उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है और उचित परीक्षण या निशान के उद्देश्य के लिए उस वाहन के संभावित खरीदार द्वारा उपयोग किया जा रहा है।
जिन उद्देश्यों के लिए व्यापार प्रमाण पत्र केसाथ मोटर वाहन का उपयोग किया जा सकता है
- व्यापार प्रमाण पत्र के धारक की ओर से या उसके द्वारा निर्माण, या मरम्मत के दौरान या पूरा होने के बाद परीक्षण के लिए; या
- तौल हेतु धर्मकांटे के लिए जाते हुए या वापस आते हुए अथवा उसके पंजीकरण के लिए या किसी भी स्थान पर आने और जाने के लिए; या
- किसी संभावित क्रेता के लाभ के लिए या उसके द्वारा एक उचित राह या प्रदर्शन के लिए और ऐसे स्थान पर जाने और लौटने के लिए जहां ऐसा व्यक्ति इसे रखने का इरादा रखता है; या
- डिलीवरी के उद्देश्य से डीलर या क्रेता या किसी अन्य डीलर के परिसर की ओर जाने या वापस लौटने के लिए; या
- वाहन में बॉडी की फिटिंग कराने या पेंटिंग या मरम्मत के उद्देश्य से एक कार्यशाला में जाने या वापस लौटने के लिए; या
- हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन से परिवहन के लिए या उसके बाद, जाने और वापस लौटने के लिए, या
- मोटर वाहनों या किसी भी स्थान पर जिस पर वाहन होना है या बिक्री के लिए पेश किया गया है, की एक प्रदर्शनी से आगे बढ़ने या लौटने के लिए; या
- किराया-खरीद, पट्टे या हाइपोथीकेशन के एक समझौते के प्रावधानों के तहत दूसरे पक्ष की ओर से किसी चूक के कारण वाहन को हटाने के बाद या फाइनेंसर के लिए या की ओर से कब्जा कर लिया गया है।
Guidelines
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में व्यापार प्रमाण पत्र के अनुदान या नवीकरण के लिए आवेदन करें
- केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 के नियम 81 में निर्दिष्ट उचित शुल्क और कर का भुगतान करें
- निम्नलिखित श्रेणियों के प्रत्येक वाहन के सक्रिय व्यापारी लिए अलग आवेदन किया जाएगा, अर्थात् :—
- मोटर साइकिल;
- अवैध गाड़ी;
- हल्के मोटर वाहन;
- मध्यम यात्री मोटर वाहन;
- मध्यम माल वाहन;
- भारी यात्री मोटर वाहन;
- भारी माल वाहन;
- निर्दिष्ट विवरण का कोई अन्य सक्रिय व्यापारी मोटर वाहन;
आवश्यक दस्तावेज़
- फॉर्म 16 में आवेदन
संदर्भ
- केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 (नियम 34)
- राज्य परिवहन आधिकारिक वेबसाइट
कुछ राज्यों में तारांकन चिह्न (*) वाले दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है।
हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ी भारत की सक्रियता, समुद्री अपराध रोकने के लिए नौसेना ने शुरू की गश्त
सामरिक और व्यापारिक रूप से अहम हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत रही है। इसके मद्देनजर भारत और इंडोनेशिया की नौसेनाएं इस समय समुद्र के जरिए होने वाले अवैध व्यापार को रोकने के लिए संयुक्त रूप से गश्त कर रही हैं। यह 39वां मौका है, जब भारत-इंडोनेशिया समन्वित गश्त की जा रही है। यह दोनों नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग बढ़ाने और भारत-इंडोनेशिया के बीच दोस्ती के बंधन को और मजबूत करने का प्रयास है।
19 दिसंबर तक चलेगी समुद्री गश्त
भारत और इंडोनेशिया की नौसेनाओं ने 08 दिसंबर से संयुक्त गश्त शुरू की थी, जो 19 दिसंबर तक चलेगी। समुद्री गश्त शुरू होने से पहले भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित मिसाइल कार्वेट आईएनएस करमुक ने इंडोनेशिया के बेलावन में हुई ब्रीफिंग में भाग लिया। दोनों नौसेनाएं 15-16 दिसंबर को सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ गश्त करेंगी, जिसका समापन पोर्ट ब्लेयर में एक डीब्रीफ के साथ होगा।
साल में दो बार आयोजित होता है गश्ती अभ्यास
नौवहन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिए हिंद महासागर क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण हिस्से को सुरक्षित और संरक्षित रखने के उद्देश्य से भारत और इंडोनेशिया वर्ष 2002 से साल में दो बार गश्ती अभ्यास कर रहे हैं। इस तरह के नौसैन्य सहयोग दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी समझ सक्रिय व्यापारी व पारस्परिकता बढ़ाने में सहायता करते हैं।
मैत्रीपूर्ण रहे हैं दोनों देशों के संबंध
भारत और इंडोनेशिया के बीच पारंपरिक रूप से करीबी एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। दोनों देशों के मजबूत आपसी संबंधों में कई गतिविधियों और बातचीत का एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल है। इंडिया-इंडो कॉर्पैट का 39वां संस्करण दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग को बढ़ाने और भारत सक्रिय व्यापारी तथा इंडोनेशिया के बीच मित्रता के मजबूत बंधन को और सुदृढ़ करने का प्रयास करता है।
हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ी भारत की सक्रियता
भारत सरकार के सागर दृष्टिकोण यानि क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना इस समुद्री इलाके की समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में आने वाले देशों के साथ सक्रिय रूप से भाग ले रही है। इससे आगे चलकर तस्करी, अवैध अप्रवासन की रोकथाम और समुद्र में खोज एवं बचाव (एसएआर) संचालन के लिए सूचना के आदान-प्रदान से परिचालन तालमेल को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पहल
समुद्री गश्त में भारत का प्रतिनिधित्व आईएनएस करमुक के साथ स्वदेशी निर्मित लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी वेसल एल-58 और डोर्नियर मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट करेंगे। इस समुद्री गश्त का मकसद दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ बढ़ाने के साथ ही समुद्र के जरिये होने वाले अवैध व्यापार को रोकना है। इसके अलावा ड्रग्स की तस्करी, समुद्री आतंकवाद और सशस्त्र समुद्री डकैती रोकने के उपाय तलाशना है। इन गतिविधियों के माध्यम से अवैध रूप से मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, समुद्री आतंकवाद, सशस्त्र समुद्री लूट और उपद्रवियों को रोकने के उपायों की प्रक्रिया को सुविधाजनक व सरल बनाया जाता है।
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