मिट्टी की नमी का सूचक यंत्र

21 जुलाई 2021, इंदौरमिट्टी की नमी का सूचक यंत्र – किसानों की सुविधा के लिए नित नए यंत्र विकसित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आईसीएआर-एसबीआई , कोयंबटूर द्वारा विकसित एवं सोर्स टेक साल्यूशंस कम्पनी बेंगलुरु द्वारा निर्मित मिट्टी की नमी जांचने का यह ऐसा सूचक यंत्र है , जिससे खेत की नमी को आसानी से जांचा जा सकता है और यह पता लगाया जा सकता है , कि फसल को सिंचाई की जरूरत है या नहीं। यह यंत्र पानी की बचत में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

सोर्स टेक साल्यूशंस कम्पनी के श्री विनय कृष्णा ने कृषक जगत को बताया कि इस यंत्र से मिट्टी की नमी को आसानी से जांचा जा सकता है। इसमें दो रॉड लगी हुई है , जिन्हें ज़मीन में गाड़ते ही मिट्टी की नमी का पता इस यंत्र में लगे चार एलईडी से चल जाता है। इसमें नीला रंग पर्याप्त नमी का संकेत देकर सिंचाई नहीं करने का संकेत देता है , जबकि हरा रंग तुरंत सिंचाई नहीं करने का संकेत देता है। नारंगी रंग कम नमी की ओर इशारा कर सिंचाई करने का संकेत देता है , वहीं लाल रंग तुरंत सिंचाई करने की ज़रूरत को बताता है। इस यंत्र की अधिकतम कीमत 1650 रुपए है। श्री कृष्णा ने कहा कि इस मृदा नमी संकेतक को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित दूसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जल संरक्षण के लिए नई तकनीक के सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान और नवाचार के लिए पहला पुरस्कार मिला है।

McClellan इंडिकेटर एक प्रभावकारी स्टॉक बाज़ार ऑसिलेटर है

McClellan - आधिकारिक Olymp Trade ब्लॉग

1969 में McClellan ऑसिलेटर शर्मन और मैरियन मैक्लेलन द्वारा विकसित किया गया था। ऑसिलेटर के साथ साथ, उन्होंने मैक्लेलन समेशन इंडेक्स विकसित किया। दोनों के मुख्य सिद्धांतों का वर्णन "पैटर्न्स फॉर प्रॉफिट: द मैक्लेलन ऑसिलेटर एंड समेशन इंडेक्स" पुस्तक में किया गया है।

मूलत, McClellan इंडिकेटर बाजार की व्यापकता (ब्रेथ) या प्रसार, या बाजार सीमा को दर्शाता है। यह पद्धति 19 और 39 की अवधि में तेज और धीमे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) के बीच अंतर पर आधारित है। ऑसिलेटर की यह प्रक्रिया ट्रेडर को ऊपर और नीचे के ट्रेंड को चिह्नित करने में मदद करती है।

McClellan ऑसिलेटर और बाजार की व्यापकता (ब्रेथ)

बाजार की व्यापकता (ब्रेथ) स्टॉक की गिरावट की संख्या के मुकाबले कीमतों में बढ़ोतरी की संख्या है।

सकारात्मक बाजार की व्यापकता (ब्रेथ) तब देखी जाती है जब बढ़ते शेयरों की संख्या गिरावट वाले शेयरों की संख्या से अधिक हो जाती है।

सकारात्मक बाजार की व्यापकता (ब्रेथ) इंगित करती है कि बाजार में बुल (तेज़ी) हावी है और सूचकांक या स्टॉक में मूल्य वृद्धि करने में मदद करते हैं। इस बीच, बड़ी संख्या में असेट की गिरती कीमतों से मंदी की गति और नीचे की ओर गतिविधि का संकेत मिलता है।

McClellan ऑसिलेटर सिग्नल

आम तौर पर, इस सूचक के सिग्नल अन्य के समान स्टॉक सूचक का उपयोग ही होते हैं क्योंकि वे समान सिद्धांतों पर आधारित हैं।

इंडिकेटर चार्ट में पांच महत्वपूर्ण स्तर होते हैं। ये +100, +70, 0, -60 और -100 हैं। जब इंडिकेटर उन्हें पार करता है, तो यह संभावित बाजार में प्रवेश के अवसर का संकेत मिलता है।

जब McClellan इंडिकेटर शून्य से ऊपर होता है, स्टॉक चार्ट बढ़त के चरण में होते हैं।

जब McClellan इंडिकेटर शून्य से नीचे होता है, स्टॉक चार्ट्स गिरावट के चरण में होते हैं।

सबसे आम ट्रेडिंग रणनीतियों में से एक शून्य-लेवल क्रॉसिंग पर आधारित है।

जब इंडिकेटर शून्य स्तर को नीचे-से-ऊपर पार करता है, तो यह एक अप-ट्रेड का सिग्नल है।

जब संकेतक शून्य स्तर को ऊपर-से-निचे पार करता है, तो यह डाउन-ट्रेड का सिग्नल होता है।

McClellan indicator - Olymp Trade - Blog - 06.06.2022

वह स्थिति जब इंडिकेटर एक उल्लेखनीय परिवर्तन दर्शाता है, जैसे कि 100 अंक को पार कर जाना, और नकारात्मक क्षेत्र सकारात्मक में चला जाना, इसे ब्रेथ थ्रस्ट कहा जाता है। यह एक मजबूत बाजार रिवर्सल का संकेत है जो एक तेजी के ट्रेंड की शुरुआत को स्टॉक सूचक का उपयोग इंगित करता है।

McClellan इंडिकेटर के +70 और -70 लेवल का काम अन्य ऑसिलेटर्स के समान है और ओवरबॉट और ओवरसोल्ड क्षेत्र की सीमाओं का संकेत देता है। ओवरबॉट क्षेत्र +70 से ऊपर है, और ओवरसोल्ड क्षेत्र -70 से नीचे है।

+70 को ऊपर-से-नीचे पार करना एक डाउन ट्रेड का संकेत है, और -70 निचे-से-ऊपर पार करना एक अप ट्रेड का संकेत है।

S&P 500 दैनिक चार्ट - Olymp Trade - ब्लॉग - 06.06.2022

यदि ऑसिलेटर +100 से अधिक पहुँच जाता है या -100 से नीचे गिर जाता है, तो बाजार अत्यधिक ओवरबॉट या अधिक ओवरसोल्ड होता है।

वैसे अल्पावधि में सुधार की उम्मीद की जा सकती है, यह आमतौर पर वर्तमान ट्रेंड की पुष्टि करता है।

MACD के साथ McClellan इंडिकेटर की समानता

जैसा कि McClellan ऑसिलेटर विशेष रूप से स्टॉक बाज़ार विश्लेषण के लिए डिज़ाइन किया गया एक तकनीकी साधन है, हम सुझाव देते हैं कि ट्रेडर इसे अकेले उपयोग करने के बजाय अन्य इंडिकेटर या मूल्य गतिविधि के साथ इसे लागू करें। इस बीच, बात यह है कि यह MACD की समान पद्धति पर आधारित है, बाद वाला स्टॉक, Forex दोनों और अन्य बाजार क्षेत्रों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके आलावा, MACD अकेले उपयोग किए जाने पर McClellan की तुलना में अधिक विश्वसनीय साबित हुआ है।

कई इंडिकेटर के साथ साथ, MACD Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इसका उपयोग करने से उन ट्रेडर को पर्याप्त जानकारी और अभ्यास मिलेगा जो McClellan इंडिकेटर को भी समझना चाहते हैं। इसलिए, MACD के बारे में अधिक जानकारी और दोनों इंडिकेटर को यथोचित उपयोग करने के तरीका सीखने के लिए सहर्ष स्वागत है।

जोखिम चेतावनी: लेख की सामग्री में निवेश की सलाह निहित नहीं है और आप अपनी ट्रेडिंग गतिविधि और/या ट्रेडिंग के परिणामों के लिए पूरी तरह से स्वयं जिम्मेदार हैं।

ऑसिलेटर आमतौर पर एक मानदंड की आवधिक गणना पर आधारित होते हैं जो दिए गए थ्रेसहोल्ड से मान (वैल्यू) लेता है। उन थ्रेसहोल्ड से प्राप्त मान (वैल्यू) को मापने से आम तौर पर अवलोकन के समय में ट्रेंड के गुणों की जानकारी मिलती है जैसे ADX के मामले में इसकी ताकत। साथ ही साथ, ऑसिलेटर्स ट्रेंड की दिशा का संकेत नहीं देते हैं।

तकनीकी विश्लेषण का साधन जो मूल्य स्टॉक सूचक का उपयोग प्रदर्शन का विश्लेषण करने और इस द्वारा प्राप्त जानकारी की व्याख्या करने के लिए कुछ एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं।

इंडिकेटर का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकें2 – बोललिंगर बैंड्स ( Bollinger Bands ) – यह इंडिकेटर भी ट्रेडर के बीच काफी लोकप्रिय है। इसमें कुछ बैंड्स होते हैं। जब किसी स्टॉक का भाव इनके ऊपरी बैंड्स के आसपास होता है तो ये अनुमान लगाया जाता है कि इस स्टॉक का भाव बढ़ रहा है।

इंडिकेटर कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंटेक्निकल इंडिकेटर्स दो प्रकार के होते हैं लीडिंग (Leading) और लैगिंग (Lagging)। एक लीडिंग इंडिकेटर कीमत के आगे चलता है, जिसका अर्थ है कि आम तौर पर यह पहले से ही ट्रेंड में रिवर्सल (यानी बदलाव) या एक नए ट्रेंड के बनने का संकेत दे देता है।

कैसे MACD संकेतक का उपयोग करने के?

इसे सुनेंरोकेंMACD indicator Hindi का उपयोग स्टॉक एक्सचेंज ट्रेडिंग में किया जाता है, और यह व्यापारियों को खरीदने और बेचने का संकेत प्रदान करता है। एमएसीडी ट्रेडिंग बहुत लोकप्रिय है, खासकर इसके उपयोग में आसानी और दक्षता के लिए। व्यापारी व्यापारिक अवसरों की पहचान करने के लिए वित्तीय बाजारों में इस सूचक का उपयोग करते हैं।

सूचक क्या है उदाहरण सहित?

इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक सूचक :-वैसे सूचक जिन्हें प्राकृतिक श्रोत से प्राप्त किया जाता है प्राकृतिक सूचक कहलाता है । जैसे – लिटमस, हल्दी ,प्याज, लाल पत्ता गोभी,वैनिला,लौंग आदि । मानव निर्मित सूचक :- वे सूचक जिन्हें प्रयोगशालाओं में बनाया जाता है मानव निर्मित सूचक कहलाता है जैसे -फेनाॅल्फथैलीन,मिथाईल आॅरेंज आदि ।

सूचक कितने प्रकार के होते हैं उदाहरण सहित बताइये?

इसे सुनेंरोकेंसूचक दो प्रकार के होते हैं-(1) प्राकृतिक सूचक, (2) स्टॉक सूचक का उपयोग संश्लेषित सूचक। 1. प्राकृतिक सूचक-ऐसे सूचक जो प्राकृतिक पदार्थों, जैसे हल्दी, लिटमस आदि से प्राप्त हों, प्राकृतिक सूचक कहलाते हैं।

सूचक क्या है नाम लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंअम्ल और क्षार की पहचान करने मे सूचकों का उपयोग तो हम सबने किया है, लिटमस, फिनॉफ्थेलीन, मिथाइल ऑरेंज… वगैरह कितने ही सूचक हम जानते भी हैं। इन सबकी विशेषता यह है कि ये अम्लीय माध्यम में किसी एक रंग के होते हैं तो क्षारीय माध्यम में किसी और रंग के।

सूचक क्या है एक प्राकृतिक सूचक तथा एक गंधीय सूचक का उदाहरण दे?

इसे सुनेंरोकें➲ गंधीय संसूचक पदार्थ से तात्पर्य उन पदार्थों से होता है, जिन पदार्थों की गंध अम्लीय माध्यम या क्षारकीय माध्यम में परिवर्तित हो जाती है। इस तरह के पदार्थों को ‘गंधीय संसूचक’ कहा जाता है। उदाहरण के लिए वैनिला, प्याज, लौंग का तेल आदि गंधीय संसूचक के उदाहरण हैं। लौंग का तेल एक गंधीय संसूचक का उदाहरण है।

सूचक क्या है सूचक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसूचक (Indicator) : वे पदार्थ जो अपने रंग परिवर्तन के द्वारा पदार्थ के अम्लीय (Acidic), क्षारीय (Alkaline) तथा लवणीय (Saline) होने की सूचना देते है, उसे सूचक कहते है। जैसे – लिटमस पत्र, फिनॉल्फथेलीन, मेथिल ऑरेंज, हल्दी पत्र इत्यादि।

सूचक क्या है १०६ का नाम बताएं?

प्राकृतिक सूचक किसे कहते है?…सूचक और रंग या गन्ध परिवर्तन ::

सूचक रंग या गन्ध में परिवर्तन ( अम्ल के साथ ) रंग या गन्ध में परिवर्तन( क्षार के साथ)
प्राकृतिक सूचक
1.लिटमस लाल नीला

सूचक कितने प्रकार के होते?

इसे सुनेंरोकेंसूचक दो प्रकार के होते हैं-(1) प्राकृतिक सूचक, (2) संश्लेषित सूचक।

संसाधन उपयोग अवलोकन

संसाधनों का लक्षित बिलेबल उपयोग हो सकता है। इस लक्षित उपयोग को संसाधन की डिफ़ॉल्ट भूमिका में विशेषता के रूप में परिभाषित किया जाता है या व्यक्तिगत बुक करने योग्य संसाधन के रिकॉर्ड पर सेट किया जाता है. उपयोगिता की गणनाएं संसाधनों द्वारा की गई अनुमोदित समय संबंधी प्रविष्टियों का उपयोग कर रिपोर्ट की जाती हैं।

उपयोगिता की गणना के लिए निम्न सूत्र उपयोग किये जाते हैं:

  • बिलेबल उपयोगिता = वास्तविक चार्जेबल घंटे ÷ संसाधन की क्षमता
  • गैर-बिलेबल उपयोगिता = बिलिंग टाइप आईडी सहित वास्तविक समय स्टॉक सूचक का उपयोग = गैर-बिलेबल, पूरक, या उपलब्ध नहीं ÷ संसाधन की क्षमता
  • आंतरिक = बिना बिक्री अनुबंध के लगाया गया वास्तविक समय ÷ संसाधन की क्षमता
  • संसाधन की क्षमता = संसाधन का कार्य समय - कार्यालय से बाहर समय - गैर-कार्य दिवस

आप संसाधन उपयोगिता Resources पेन में देख सकते हैं।

ग्रिड में प्रत्येक सेल किसी प्रदत्त अवधि जैसे कि एक दिन, सप्ताह या महीने में संसाधन की बिलेबल उपयोगिता प्रतिशत का सूचक है। सेलों को रंगने के लिए निम्न सूत्र उपयोग किए जाते हैं:

चूंकि संसाधन की उपयोगिता दृश्य शेड्यूल बोर्ड पर आधारित है, आप अपने परिणामों को फ़िल्टर करने के लिए शेड्यूल बोर्ड की फ़िल्टरिंग क्षमताओं का उपयोग कर सकते हैं।

ग्रिड के लिए वांछित है कि आप रोल या व्यक्तिगत संसाधन पर आधारित लक्षित उपयोगिता सेट करें। यह सेटअप करने के लिए, संसाधन > संसाधन भूमिकाएं पर जाएं.

इसके अतिरिक्त प्रत्येक बुक करने योग्य संसाधन के लिए कोई डिफ़ॉल्ट रोल एसाइन किया जाना चाहिए। संसाधन > संसाधन पर जाएं. Project Service टैब पर सत्यापित करें कि संसाधन का रोल परिभाषित किया गया है और यह कि डिफ़ॉल्ट है फ़ील्ड को हां पर सेट किया गया है. जहां डिफ़ॉल्ट है = नहीं है, आप अतिरिक्त भूमिकाएं जोड़ सकते हैं. जिस भूमिका में, जहाँ डिफ़ॉल्ट है = हाँ है, उसका उपयोग उस भूमिका के लक्ष्य के एवज़ में संसाधन के उपयोग का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है.

Project Service टैब पर आप जाकर किसी संसाधन के लिए व्यक्तिगत लक्षित उपयोगिता भी सेट कर सकते हैं। उस मामले में उपयोगिता की गणना संसाधन के डिफ़ॉल्ट रोल के लक्ष्य के बजाय संसाधन की लक्षित उपयोगिता के आधार पर की जाती है।

किसी संसाधन के लिए उपयोग तभी दिखाया जाता है, जब ग्रिड में दिखाई गई अवधि के दौरान उस संसाधन ने प्रभार्य समय को स्वीकृति दी हो.

क्या आप हमें अपनी दस्तावेज़ीकरण भाषा वरीयताओं के बारे में बता सकते हैं? एक छोटा सर्वेक्षण पूरा करें. (कृपया ध्यान दें कि यह सर्वेक्षण अंग्रेज़ी में है)

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अर्जेंटीना व ब्राजील में खरीदी निकलने का सीधा प्रभाव भारतीय आयातकों पर

चीन ने अर्जेंटीना, ब्राजील से सोयाबीन तेल की खरीदी शुरू की तो भारतीय बाजारों पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। सोया तेल डिस्काउंट में मिलना कठिन होगा। चीन पाम तेल का उपयोग भी बढ़ा सकता है, जिसका लाभ मलेशिया, इंडोनेशिया के उत्पादकों को मिलने की आशा व्यक्त की जा रही है। चीन अगले तीन महीनों में 6 से 9 प्रतिशत आयात में कमी करने का प्रयास करेगा। इसमें अमेरिका में स्टॉक बढ़ेगा। आयात शुल्क का लाभ चाहे भारतीय किसानों को मिले या न मिले श्रीलंका, भूटान एवं बांग्लादेश को मिलने लगा है। इन देशों से ओलीन एवं वनस्पति का आयात शुरू हो गया है। पिछले दशकों में श्रीलंका से बड़ी मात्रा में वनस्पति आकर बिक चुका है। वायदे में सटोरिए सोयाबीन में किस आधार पर मंदी मार रहे हैं। समझ से परे हैं। मानसून का पता नहीं है। कब बरसेगा और बोवनी कब होगी, यह भी समझ नहीं आ रहा है।

तेल डिस्काउंट में मिलना बंद

आम धारणा यह है कि चीन द्वारा अमेरिका से सोयाबीन खरीदी बंद करने का भारत पर बड़ा प्रभाव नहीं आना चाहिए, क्योंकि अर्जेंटीना एवं ब्राजील से सोया तेल आयात करते हैं। यदि चीन की बड़ी खरीदी इन राज्यों में निकली तो भारत को भी महंगा सोया तेल खरीदना पड़ सकता है। सोया तेल डिस्काउंट में मिलना कठिन होगा। इसके अलावा मलेशिया में यह भय बैठा हुआ है कि चीन पाम तेल की खरीदी कब शुरू कर दे।

अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के बाद चीन आगामी महीनों में अमेरिका से आयात निर्भरता समाप्त करना चाह रहा है। इस वजह से ब्राजील-अर्जेंटीना से सोयाबीन की खरीदी करने लगा है। इसके अलावा सोया तेल के स्थान पर पाम तेल का उपयोग भी बढ़ा सकता है। यह आशंका भी घर करती जा रही है। अत: आने वाले महीनों में विश्व स्तर पर तेल-तिलहन मात्रा में क्या प्रभाव पड़ेगा, इसका आकलन करना बेहद कठिन है। इन दोनों राज्यों में सोया तेल भी महंगा हो जाएगा। चीन ने ब्राजील से मई माह में आयात बढ़ाया है। इसके अलावा अगले तीन माह में चीन 6 से 9 प्रतिशत आयात कम करने का प्रयास करेगा। अमेरिका में स्टॉक सूचक का उपयोग स्टॉक बढ़ेगा। अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट मंदी सूचक आ सकती है।

चीन ने आगामी महीनों के लिए सोयाबीन की बुकिंग कर रखी है। जून में 95 लाख टन, जुलाई में 90 लाख टन, अगस्त में 88 लाख टन। चीन में सोयाबीन का स्टॉक 85.40 लाख टन का बताया जा रहा है। कृशिंग में कमी आई है। सोया डीओसी का स्टॉक 10.6 लाख टन है, जबकि पिछले महीने में 11 लाख टन का था। सोया डीओसी का स्टॉक घट रहा है। सोया तेल का स्टॉक 13.70 लाख टन बताया गया है। यह स्टॉक पिछले महीने से 30 हजार टन अधिक है। चीन के बंदरगाहों पर 4.34 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक पड़ा है। चीन ने ब्राजील से खरीदी शुरू की तो स्टॉक हलका हो जाएगा। अर्जेंटीना की फसल कम उतरने से तेजी आने वाली थी, वह नहीं आ सकी थी। चीन की खरीदी के बाद आ सकती है।

महाराष्ट्र में आवक कम

वायदा कारोबार में मंदी वाले सटोरियों ने सोयाबीन के भाव घटाकर रख दिए हैं। भारत में सोयाबीन का आयात दलहन-तेल के समान खुला नहीं है। विदेशी बाजार को देखकर सटोरिए मंदी मार रहे हैं, जिसका सीधा संबंध ही नहीं है। किसानों के पास कितना सोयाबीन है, इसका सही अंदाज लगाना कठिन है। महाराष्ट्र में मप्र से आवक अधिक मात्रा में कम हो गई है। राजस्थान में लंबे समय से 10-12 हजार बोरी की आवक हो रही है। मप्र की अधिकांश मंडियां तीन दिन तक बंद हैं।

आयात शुल्क का असर
तेल उद्योग बार-बार तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाकर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहा है। इसके अलावा किसानों का भी कोई भला नहीं हो रहा है। आयात शुल्क बढ़ने के बाद टैरिफ घट गई। रुपए की विनिमय दर में बदलाव आ गया है। जिससे मंदी पड़ गई। उत्पादन लागत बढ़ गई। श्रीलंका ने डीजीएफ से 2.5 लाख टन वनस्पति भारतभेजने की अनुमति मांगी है। भूटान एवं बांग्लादेश से बड़ी मात्रा में ओलीन तेल आ रहा है। यह आयात टिन एवं लूज में हो रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले दशकों में भी श्रीलंका का वनस्पति बड़ी मात्रा में भारत आकर बिका था। जिससे वनस्पति बड़ी मात्रा में भारत आकर बिका था। जिससे वनस्पति उद्योग की नींव हिल गई थी। श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश से विशेष समझौता है। इसका लाभ देश उठा रहे हैं। यदि पतली गली से आयात बना रहा तो शुल्क बढ़ाना एवं किसानों को मदद करने जैसी योजनाओं पर पानी फिरता नजर आ सकता है।

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