ऑर्डिनरी शेयर अथवा साधारण शेयर : यदि कोई निवेशक साधारण शेयर्स का धारक होता है तो वह आंशिक हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं | आम शेयरधारक कंपनी के मुनाफ़ा में हिस्सा डिविडेंड या लाभांश के रूप में पता है | यदि किसी भी करना से कंपनी बंद होने वाली है तो सबसे आखिर में आम शेयर धारको का बची हुई पूंजी में हक़ होता है |
Delhi News: दिल्ली के ये बाजार हमेशा रहते हैं गुलजार, सस्ते और अच्छे सामान खरीदने हैं तो जरूर जाएं ये 5 मार्केट्स
By: निशांत चतुर्वेदी, दिल्ली | Updated at : 11 Dec 2022 12:26 PM (IST)
Delhi-NCR News: हमेशा से ग्राहकों की सोच रहती है कि उन जगहों को खरीदारी के लिए चुना जाए जहां पर सस्ते दामों पर अच्छे सामान मिलते हैं. इसके अलावा जो पुराने मार्केट हैं उस पर भी ग्राहकों का ज्यादा भरोसा देखने को मिलता है. आज हम आपको दिल्ली और एनसीआर के कुछ ऐसे मार्केट के बारे में बताएंगे जहां पर सस्ते दामों पर सभी प्रकार के सामान मिलते हैं और यही वजह है कि उन मार्केट में हमेशा ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. कपड़े, पहनावे, साज सजावट, ज्वेलरी त्योहारों, शादी सीजन, खानपान, घरों के अन्य आवश्यक सामानों के लिए इन जगहों पर खास तौर पर लोग पहुंचना पसंद करते हैं.
चांदनी चौक की रौनक को लोग हमेशा से ही पसंद करते हैं
चांदनी चौक नाम सुनते ही केवल दिल्ली नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के लोगों को भी यह समझ में आ जाता है कि यह बेहद खास जगह है. चांदनी चौक बाजार हमेशा गुलजार रहता है जहां पर कपड़े अच्छे खान-पान साज सजावट अन्य आवश्यक चीजें बेहद सस्ती दरों पर मिलती है और सबसे खास तो यहां के लजीज व्यंजन हैं. दिल्ली के चांदनी चौक बाजार में खरीदारी करने वाले अश्विनी चौबे ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान कहा कि यहां पर सालों से सामानों की खरीदारी करते रहे हैं.
BSE पर शेयरों की A, B, T, S और Z कैटेगरी क्या होती है? आज जान लीजिए इनके बारे में.
भारत के सबसे पुराने एक्सचेंज बीएसई शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? में करीब 5000 शेयर सूचीबद्ध हैं. शेयरों की इतनी बड़ी संख्या और उनकी कंपनियों के आकार व कारोबार आदि में भारी विविधता के चलते ही बीएसई ने ए', बी,टी,'एस और जेड नामक श्रेणियों में बांटा है. आमतौर पर निवेशकों को हर शेयर के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती
मार्केट कैप, ट्रेडिंग वॉल्यूम, नतीजे, मुनाफ़ा, डिविडेंड, प्रमोटर्स हिस्सा के आधार पर एक्सचेंज ने शेयरों को A, B, T, S, Z कैटेगरी में बांटा है.
3 करोड़ से 30 करोड़ की पूंजी वाली कंपनियों, जो केवल क्षेत्रीय एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होती हैं, के शेयर भी शामिल
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी शेयरों में ये सबसे अधिक तरल यानी सबसे ज्यादा लिक्विडिटी शेयर हैं, जिनमें ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी ऊंचा रहता है. 'ए' समूह के शेयरों की ट्रेडिंग सामान्य रोलिंग निपटान प्रक्रिया के अनुसार की जाती है. 'ए' कैटेगरी में कुल 387 कंपनियों को रखा गया है. 'ए' समूह के कुछ प्रमुख शेयरों में एबी नुवो, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, बलरामपुर चीनी, बजाज फिनसर्व, बाटा इंडिया, मारुति सुजुकी, एमआरएफ, नेटवर्क 18, एनएलसी इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज और सनोफी इंडिया आदि शामिल हैं
शेयर और शेयर के प्रकार
इससे पहले की आप शेयर मार्किट की बारीकियों को समझे, यह जरूरी है की आप शेयर को ठीक से समझे | इस आर्टिकल के जरिये शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? आप निम्नलिखित विषयों के बारे में ठीक से समझेंगे :
- शेयर क्या है
- शेयर कितने प्रकार होते हैं
शेयर क्या हैं:
जब भी हम किसी चीज़ का निर्माण करते है तो उस पे हमारा पूर्ण स्वामित्व होता है और जब भी हमे पैसों की जरुरत पड़ती है तो हम उसे चीज़ को बेच देते है | एक गौर करने वाली बात यह हैं कि जब हम उस चीज़ को बचेंगे तो हमारा अधिकार उस पे से पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है | लेकिन जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी का निर्माण करता है तो वह नहीं चाहता की उसका अधिकार उस कंपनी से पूर्ण रूप से खत्म हो अतः वह अपना ही एक हिस्सा ही बेचता है और वह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि किसी भी कंपनी में हिस्सा होना एक तरह का एसेट या संपत्ति होता है जो भविष्य में उस व्यक्ति को आय देगा | इसलिए जब भी कोई व्यक्ति किसी कंपनी का निर्माण करता है तो कानूनी तौर पे एक कंपनी एक इकाई जगह कई सरे इकाई में बाँट दिया जाता है | तो जब भी किसी भी व्यक्ति को अगर कभी भी पैसों की जरुरत पड़े तो उससे पूरी कंपनी बेचने की जरुरत न पड़े | सामान्यता कंपनी मालिक को पैसों की जरुरत पड़ती है – जब उससे कंपनी का विस्तार करना होता है या फिर निजी कारणों से उससे अपना हिस्सा बेच के पैसा जुटाना पड़ता हैं | यदि शेयर्स की संकल्पना न होते तो उस व्यक्ति को पैसे जुटाने के लिए अपने कंपनी में से शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? पूर्ण रूप से अपना स्वामित्व खोना पड़ता | अब जबकि शेयर की आवश्यकता या महत्व हम जाते है इसलिए अब हम शेयर को ठीक तरीके से परिभाषित कर सकते हैं |
शेयर बाजार में इस्तेमाल किए जाने वाले 23 सबसे महत्वपूर्ण शब्द
भारत में मुख्य रूप से 2 स्टॉक एक्सचेंज हैं: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)l बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दलाल स्ट्रीट, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में स्थित एक भारतीय शेयर बाजार है। सन 1875 में स्थापित, बीएसई एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज हैl बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, 30 बड़ी कंपनियों के बाजार मूल्य में उतार चढ़ाव की गणना करता हैl ये सभी शब्द बैंकिंग सामान्य ज्ञान के लिए बहुत उपयोगी हैंl
भारत में मुख्य रूप से 2 स्टॉक एक्सचेंज हैं: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)l बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दलाल स्ट्रीट, मुंबई, शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? महाराष्ट्र, भारत में स्थित एक भारतीय शेयर बाजार है। सन 1875 में स्थापित, बीएसई एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज हैl बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ,30 बड़ी कंपनियों के बाजार मूल्य में उतार चढ़ाव की गणना शेयर मार्केट में शेयर के कितने प्रकार होते है? करता हैl दूसरा स्टॉक एक्सचेंज NSE भी मुंबई में है और इसकी स्थापना 1992 में हुई थीl सामान्य लोगों की जानकारी के लिए शेयर बाजार में इस्तेमाल होने वाले मुख्य शब्द इस प्रकार हैं l
1. इक्विटी शेयर (Equity Share): इक्विटी शेयर वे अंश है जिन्हें कंपनी से मताधिकार प्राप्त होता है l ये अंशधारी ही धारित अंशों के अनुपात में ही कंपनी के स्वामित्वधारी होते हैं l इन्हें लाभांश वितरण में कोई वयीयता प्राप्त नही होती है l
2. वरीयता अंश (Preference Share): ये वे शेयर धारक होते हैं जिन्हें लाभांश वितरण में वरीयता दी जाती हैl लाभ बाँटने के बाद यदि कुछ लाभांश बचता है तो उसे इक्विटी शेयर धारकों में बांटा जाता हैl वरीयता अंश के शेयर धारकों को कंपनी में मताधिकार प्राप्त नही होता है l
3. इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO): इसका सम्बन्ध प्राइमरी बाजार से है जिसमे नयी कंपनियों के अंश बाजार में जारी किये जाते हैं l इस विधि के माध्यम से कम्पनियाँ बाजार से पैसा जुटा कर अपनी आगे की वित्तीय योजनाओं को बनाती है l
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