कम जोखिम में ज्यादा फायदा पाने का आसान तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग से निवेश, ले सकते हैं बीमा
यूटिलिटी डेस्क. हेजिंग की सुविधा पाते हुए अगर आप मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं तो फ्यूचर ट्रेडिंग के मुकाबले ऑप्शन ट्रेडिंग सही चुनाव होगा। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आप पूर्ण रूप से शेयर खरीदने के लिए आवश्यक पैसों की तुलना में बेहद कम पैसों से स्टॉक के शेयर पर सीमित नियंत्रण पा सकते हैं।
Types of Stock Trading in Hindi: शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कितने प्रकार से की जाती है? जानिए
Types of Trading in India: अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते है, तो पहले आपको यह जान लेना आवश्यक है कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है?(Types of Trading in Stock Market) इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है। (Types of Trading in Hindi)
Types of Stock Trading in Hindi: शेयर मार्केट ट्रेडिंग में रुचि रखने वालों के लिए अवसरों का सागर है। यह बहुत ही आकर्षक है अगर ट्रेडिंग में सही रणनीति का पालन किया जाए तो आप खूब सारा पैसा बना सकते है। लेकिन एक बात आपको समझना चाहिए कि आप किस प्रकार की रणनीति से स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते है। दरअसल शेयर market में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे तरीके मौजूद है। तो अगर शेयर मार्केट में आप भी निवेश करना चाहते है, तो पहले आपको यह जान लेना आवश्यक है कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है?(Types of Trading in Stock Market) इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है। (Types of Trading in Hindi)
Types of Share Trading in India
1) इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
यह व्यापारियों द्वारा शेयर मार्केट में प्रचलित सबसे सामान्य प्रकार का व्यापार है। इंट्राडे ट्रेडिंग एक ही दिन के व्यापार को संदर्भित करता है। व्यापारियों को बाजार बंद होने से पहले उसी दिन अपने स्टॉक को बेचना और खरीदना या खरीदना और बेचना होता है। इस स्टाइल को "व्यापार बंद करना" के रूप में भी जाना जा सकता है। यह किसी भी अन्य फॉर्मेट की तुलना में हाई ROIs चाहने वालों के लिए सबसे एग्रेसिव प्रकार के व्यापार में से एक है।
2) स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
यह एक प्रकार का शार्ट टर्म ट्रेडिंग है जो आम तौर पर 2 दिनों से 2 सप्ताह के बीच रहता है। जब कोई स्टॉक या ऑप्शन में निवेश करना चाहता है तो स्विंग ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प है। टेक्निकल ट्रेडर्स और चार्टिस्ट जो टेक्निकल टूल का उपयोग करके शार्ट टर्म प्राइस मोमेंटम का निरीक्षण करना पसंद करते हैं, इस कैटेगरी में आते हैं। ओवरनाइट ट्रेडों में अधिक मार्जिन के कारण यहां आवश्यक पूंजी दिन के कारोबार की तुलना में अधिक है।
3) आर्बिट्रेज ट्रेडिंग (Arbitrage Trading)
आर्बिट्रेज ट्रेडिंग एक ऐसी शैली है जो दो या दो से अधिक बाजारों या एक्सचेंजों में मूल्य अंतर का लाभ उठाती है। यह केवल एक विशाल नेटवर्क वाली प्रमुख ट्रेडिंग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं फर्मों के लिए रिजर्व्ड है क्योंकि इसके लिए कई एनालिटिकल स्किल की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अधिक नेटवर्क स्पीड की आवश्यकता होती है।
4) पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)
यह एक लंबी अवधि की ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है। पोजीशनल ट्रेडर बाजार में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि उनकी दीर्घकालिक दृष्टि चीजों को सुलझाती है। व्यापारी हमेशा कंपनी के भीतर बड़े गेम चेंजर की तलाश में रहते हैं ताकि उन्हें उनका वांछित रिटर्न मिल सके, इसलिए होल्डिंग पीरियड सबसे महत्वपूर्ण चिंता का विषय नहीं है।
5) ऑप्शन स्ट्रेटेजीज (Options Strategies)
ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक ऑब्जेक्टिव और मैथमेटिकल टाइप की सोच की आवश्यकता होती है। चूंकि रणनीति बनाना एक कठिन खेल है, इसलिए किसी को अपनी रणनीति बनाने और उन्हें लागू करने में अच्छा बनने के लिए थोड़ा अभ्यास और समय की आवश्यकता हो सकती है। भारत में, बहुत कम ऑप्शन ट्रेडर्स हैं, ज्यादातर जागरूकता की कमी ऐसा नहीं कर पाते।
6) ट्रेड युसिंग टेक्निकल एनालिसिस (Trade using Technical Analysis)
स्टॉक मार्केट टेक्निकल एनालिसिस ट्रेडिंग की किसी भी रणनीति के लिए महत्वपूर्ण है। स्टॉक टेक्निकल एनालिसिस टूल का उपयोग आपको शेयर बाजार की मांग और आपूर्ति में निकट परिवर्तनों के बारे में बेहतर जानकारी दे सकता है। एक स्किल के रूप में टेक्निकल एनालिसिस होने से व्यापारियों को सफल दिन के व्यापारी, स्थितीय या यहां तक कि स्विंग व्यापारी बनने में मदद मिलती है।
7) मनी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं फ्लो बेस्ड ट्रेडिंग (Money Flow Based Trading)
Money Flow Based Trading ओपन इंटरेस्ट एनालिसिस, प्रमोटर डील, स्टेक सेल्स, ग्रॉस डिलीवरी डेटा, एफआईआई इनफ्लो और डीआईआई फ्लो इन और शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं स्टॉक से बाहर पर निर्भर करती है। बाजार में आने वाले रुझानों की पहचान करने के लिए ऐसा डेटा आवश्यक है। यदि आपके पास पैसे के प्रवाह का विश्लेषण करने के लिए एक प्रवृत्ति है, तो यह आपके लिए सही प्रकार की ट्रेडिंग रणनीति है।
8) ट्रेड ड्रिवेन बाई इवेंट्स (Trade Driven by Events)
इवेंट बेस्ड ट्रेडिंग एक कॉर्पोरेट इवेंट का लाभ उठाता है जो घटित हुई है या होने वाली है। यह विलय और अधिग्रहण, दिवालियेपन, कमाई कॉल आदि के समय बाजार की कीमतों में बदलाव शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं का फायदा उठाने का प्रयास करता है। इस ट्रेडिंग स्टाइल को यह समझने के लिए टेक्निकल एनालिसिस स्किल की आवश्यकता होती है कि इस तरह के परिवर्तन किसी घटना शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं के होने से पहले बाजार को कैसे प्रभावित करते हैं।
9) हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (High Frequency Trading)
हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग स्पीड के बारे में है। निवेश बैंक, संस्थागत व्यापारी, हेज फंड आदि हाई स्पीड वाले कंप्यूटरों का उपयोग हाई स्पीड पर बड़े आर्डर का लेन-देन करने के लिए करते हैं। चूंकि सब कुछ कंप्यूटर आधारित है, इसलिए एनालिसिस के लिए कोई जगह नहीं है और निष्पादन के लिए केवल क्विक कॉल है। इस प्रकार के व्यापार की सलाह व्यक्तियों को नहीं दी जाती है, लेकिन यदि आप रुचि रखते हैं, तो आप अपना स्वयं का फंड शुरू कर सकते हैं या इसके प्रोग्रामर के रूप में एक फंड में शामिल हो सकते हैं।
10) क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग (Quantitative Trading)
क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग क्वांटिटेटिव एनालिसिस पर आधारित है। यह क्वांट फाइनेंस का एक बहुत ही जटिल क्षेत्र है। Statistical या Mathematical बैकग्राउंड के बहुत से लोग कंप्यूटर एनालिसिस और नंबर क्रंचिंग का उपयोग करके अपना स्थान पाते हैं। एक इच्छुक व्यक्ति के पास अच्छी प्रोग्रामिंग और मैथमेटिकल स्किल होना चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि आप इस स्टाइल को अपनाने से पहले रिसर्च करें।
शेयर बाजार में लगाए गए पैसे से हर निवेशक की अलग-अलग जरूरतें और मांगें होती हैं। शेयर बाजार में कोई निर्णायक बेस्ट ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी नहीं है क्योंकि सफलता उन्हें मिलती है जो अपनी शैली में इक्का-दुक्का होते हैं।
Insider Trading: आखिर क्या है इनसाइडर ट्रेडिंग, जिसमें फंसे हैं कई मशहूर बिजनेसमैन, जानिए अब तक के बड़े मामले
Insider Trading: अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो आपको इससे जुड़े नियम-कानूनों को अच्छें से जान लेना चाहिए. स्टॉक मार्केट में आपने की बार इनसाइडर ट्रेडिंग शब्द सुना होगा, पर क्या आपको इसकी पूरी जानकारी है.
Insider Trading (Photo: Wikimedia)
- नई दिल्ली ,
- 26 जुलाई 2022,
- (Updated 26 जुलाई 2022, 11:20 AM IST)
पिछले कुछ सालों में बढ़े हैं इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले
राकेश झुनझुनवाला भी फंसे हैं इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में
हाल ही में, कई मामलों में बहुत से लोगों पर Insider Trading (इनसाइडर ट्रेडिंग) का आरोप लगाया गया है. जिसमें उन्होंने अवैध लाभ में पांच मिलियन डॉलर से अधिक कमाए हैं. एनडीटीवी की एक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने ल्यूमेंटम होल्डिंग्स के पूर्व मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी 49 वर्षीय अमित भारद्वाज और उनके दोस्तों, धीरेनकुमार पटेल (50), श्रीनिवास कक्करा (47), अब्बास सईदी (47) और रमेश चित्तोर (45) पर आरोप लगाए हैं.
एसईसी का आरोप है कि कैलिफोर्निया में रहने वाले इन लोगों ने ल्यूमेंटम द्वारा दो कॉर्पोरेट अधिग्रहण घोषणाओं से पहले ट्रेडिंग की और 5.2 मिलियन अमरीकी डॉलर से ज्यादा अवैध फायदा कमाया. अब सवाल है कि आखिर Insider Trading या भेदिया कारोबार क्या है.
क्या है इनाइडर ट्रेडिंग
इनसाइडर ट्रेडिंग को इनसाइडर डीलिंग के रूप में भी जाना जाता है. जब कंपनी के कर्मचारी अवैध तरीके से कंपनी के शयर्स की खरीद-बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं, तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. यह खासकर कंपनी की किसी गोपनीय जानकारी के आधार पर किया जाता है और कर्मचारियों के पता होता है कि आने वाले समय में कंपनी के शेयर्स के दाम बढ़ेंगे.
उदहारण के लिए, आपकी कंपनी का किसी दूसरी कंपनी के साथ मर्जर होने वाला है या कंपनी अपने शेयर्य गिरवी रखकर लोन लेती है. और इस तरह की गोपनीय जानकारी की खबर प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को होती है. अगर ये अधिकारी डील को अनाउंस होने से पहले ही अपने किसी करीबी के नाम से कंपनी के शेयर खरीद ले ताकि मर्जर के बाद जब शेयर्स के दाम बढ़े तो इन्हें बेचकर वह अच्छा मुनाफा कमा सकता है.
हालांकि, प्रमोटर शेयर की खरीद SEBI के दिशा-निर्देशों के मुताबिक करता है तो यह गलत नहीं है. लेकिन गलत तरीकों से की गई खरीद और बिक्री के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होती है.
सामने आए हैं कई बड़े मामले
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, SEBI ने अप्रैल 2017 से अब तक कुल 177 - एक साल में औसतन लगभग 38 इनसाइडर ट्रेडिंग मामलों की जांच की है. इन मामलों में इंडस्ट्री से जुड़े कुछ मशहूर लोग भी शामिल हैं. इनमें सन फार्मा के दिलीप शांघवी और इसके कुछ निदेशकों, किरण मजूमदार-शॉ, राकेश झुनझुनवाला, भारती एयरटेल की प्रमोटर फर्म इंडियन कॉन्टिनेंट इनवेस्टमेंट जैसे नाम शामिल हैं.
राकेश अग्रवाल बनाम सेबी
साल 1996 में, ABS इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, राकेश अग्रवाल ने एक जर्मन व्यवसाय, बेयर एजी के साथ एक समझौते किया था. जर्मन कंपनी, ABS इंडस्ट्रीज लिमिटेड के 51% शेयरों को खरीदने वाली थी. यूपीएसआई द्वारा अधिग्रहण की घोषणा के बाद, अग्रवाल ने अपने एबीएस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बेच दिया, जिसका स्वामित्व उसके बहनोई, आई.पी. केडिया के पास था. इस मामले में सेबी ने माना कि राकेश अग्रवाल इनसाइडर ट्रेडिंग के दोषी थे.
हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड बनाम सेबी
हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड ("एचएलएल") ने सार्वजनिक निवेश संस्थान, यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया ("यूटीआई") से ब्रुक बॉन्ड लिप्टन इंडिया लिमिटेड ("बीबीएलआईएल") के विलय की सार्वजनिक घोषणा से दो सप्ताह पहले बीबीएलआईएल 8 लाख शेयर खरीदे. सेबी ने इनसाइडर ट्रेडिंग का संदेह करते हुए, अध्यक्ष, सभी कार्यकारी निदेशकों, कंपनी सचिव और एचएलएल के तत्कालीन अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस ("एससीएन") जारी किया था.
राकेश झुनझुनवाला बनाम सेबी
सेबी ने मशहूर इकोनोमिस्ट राकेश झुनझुनवाला शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं को भी इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में नोटिस भेजा था. नोटिस के अनुसार, राकेश झुनझुनवाला ने एप्टेक एजुकेशन और ट्रेनिंग कंपनी के शेयरों में इनसाइडर ट्रेडिंग किया था. यह कंपनी झुनझुनवाला और उनके परिवार की है. सेबी के अनुसार राकेश झुनझुनवाला ने साल 2006 में एप्टेक कंपनी के शेयर 56 रूपये पर खरीदे थे. उसके बाद से कंपनी में उनके और उनके परिवार के लोगों का हिस्सेदारी बढ़कर 49 प्रतिशत हो गया है.
हाल ही में, राकेश झुनझुनवाला, उनकी पत्नी रेखा और आठ अन्य लोगों ने एप्टेक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं के स्टॉक से जुड़े इस इनसाइडर ट्रेडिंग मामले को सेबी को सामूहिक रूप से 37 करोड़ रुपये का भुगतान करके सुलझाया है.
दिवाली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है मुहूर्त ट्रेड और इसका महत्व
हर साल दिवाली के दिन शेयर बाजारों में एक घंटे का विशेष कारोबार होता है। इसे मुहूर्त ट्रेडिंग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं के नाम से जाना जाता है। भारतीय शेयर बाजारों के लिए यह परंपरा छह दशक पुरानी है।
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा छह दशक पुरानी है। (PTI Photo)
दिवाली (Diwali) के दिन बैंकों और ज्यादातर दफ्तरों की तरह शेयर बाजारों (Share Market) में छुट्टी का दिन नहीं रहता है। हर साल दिवाली के मौके पर भारतीय शेयर बाजार एक घंटे के विशेष कारोबार के लिए खुलते हैं। इसे मुहूर्त ट्रेड (Muhurt Trading) के नाम से जाना जाता है। यह कई दशक पुरानी परंपरा है और हर साल इसका पालन किया जाता है।
यह है Muhurt Trading 2021 का समय
बीएसई (BSE) पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेड का समय शाम 6:15 बजे से 7:15 बजे तक का है। इस दौरान इक्विटी (Equity), इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन (Equity F&O) और करेंसी एंड कमॉडिटी (Currency & Commodity) सेगमेंट में विशेष ट्रेडिंग होगी। इस विशेष ट्रेड में ब्लॉक डील (Block Deal) के लिए शाम के 5:45 बजे से छह बजे तक का और प्री ओपन सेशन (Pre Open Session) के लिए शाम के छह बजे से 6:08 बजे तक का समय तय किया गया है। बीएसई की तरह एनएसई (NSE) में भी मुहूर्त ट्रेड का यही समय रहेगा।
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दिवाली के दिन होती है नए संवत की शुरुआत
दरअसल दिवाली के दिन से हिंदू नववर्ष (Hindu New Year) की शुरुआत होती है, जिसे संवत कहा जाता है। इस बार दिवाली को संवत 2078 (Samvat 2078) की शुरुआत होगी। परंपरागत तौर पर दिवाली से ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत होती है। इसी दिन आम कारोबारी भी अपना बही-खाता बदलते हैं। शेयर बाजारों में भी इस परंपरा का पालन किया जाता है। नव संवत की शुरुआत के लिए इसी कारण एक घंटे का मुहूर्त ट्रेड आयोजित किया जाता है।
छह दशक पुरानी है मुहूर्त ट्रेड की परंपरा
भारतीय शेयर बाजारों के लिए यह परंपरा करीब छह दशक पुरानी है। भारत ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई में 1957 में पहली बार मुहूर्त ट्रेड का आयोजन किया गया था। उसके बाद से अब तक हर साल दिवाली पर एक घंटे का मुहूर्त ट्रेड होता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेड 1992 से हो रहा है।
Muhurt Trade का है प्रतीकात्मक महत्व
मुहूर्त ट्रेड को शुभ माना जाता है। जिस तरह लोग अपने परिचित कारोबारियों की दुकान से इस दिन प्रतीकात्मक शॉपिंग करते हैं, उसी तरह कई ट्रेडर भी मुहूर्त ट्रेड के दिन प्रतीकात्मक खरीद-बिक्री करते हैं। आम तौर पर इस मौके पर ट्रेडर छोटे डील करते हैं। ज्यादातर मौकों पर मुहूर्त ट्रेड में शेयर बाजार कुछ चढ़कर ही बंद होते हैं। हालांकि कई बार मुहूर्त ट्रेड में भी शेयर बाजारों को लाल निशान में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती हैं देखा गया है।
कुछ ब्रोकर दे रहे हैं ये ऑफर
कई ब्रोकर मुहूर्त ट्रेड को लेकर इंवेस्टर्स को ऑफर भी दे रहे हैं। ब्रोकर प्लेटफॉर्म Zerodha ने सभी सेगमेंट के लिए मुहूर्त ट्रेड के दिन ब्रोकरेज चार्ज नहीं लेने की घोषणा की है। कंपनी 11 साल से यह परंपरा निभाती आ रही है। कंपनी ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म मुहूर्त ट्रेड के दौरान सभी इंट्राडे, एफएंडओ और कमॉडिटी ट्रेड ब्रोकरेज चार्ज से फ्री रहेंगे।
Stock Market holidays: शेयर बाजार में अगले हफ्ते 4 दिन नहीं होगा कारोबार, दिवाली के दिन होगी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग
अगर आप शेयर बाजार (Stock Market holiday) में रोज ट्रेडिंग करते हैं या रोज स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव से आपको फर्क पड़ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 22, 2022, 17:26 IST
नई दिल्ली. अगर आप शेयर बाजार (Stock Market holiday) में रोज ट्रेडिंग करते हैं या रोज स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव से आपको फर्क पड़ता है तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. दरअसल, शेयर बाजार अगले सप्ताह एक लंबी छुट्टी में प्रवेश करेगा और एक्सचेंज BSE और NSE कुल चार दिनों तक बंद रहेंगे. 4 छुट्टियों में से दो दिवाली त्योहार के उत्सव के कारण हैं. हालांकि, 24 अक्टूबर की शाम को निवेशकों को मुहूर्त ट्रेडिंग के तहत एक घंटे के लिए पूंजी बाजार, इक्विटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, कमोडिटीज और अन्य सिक्योरिटीज में ट्रेड करने की अनुमति होगी.
बता दें कि अक्टूबर में बड़े त्योहारों के चलते ना सिर्फ स्टॉक मार्केट, बल्कि बैंकों व सरकारी निजी कंपनियों में भी कई छुट्टियां रहती हैं. आइए जानते हैं कि अक्टूबर महीने में स्टॉक मार्केट कब कब बंद रहेंगे.
मंगलवार को होगा सामान्य कारोबार
BSE की आधिकारिक बेवसाइट bseindia.com की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक India share market सभी equity segment, equity derivative segment और SLB Segment रविवार और सोमवार को बंद रहेंगे. अगले दिन मंगलवार को सामान्य कारोबार होगा.
इस दिन भी मार्केट रहेगा बंद
BSE और NSE की वेबसाइट के मुताबिक अगले हफ्ते 4 दिन स्टॉक मार्केट में कारोबार बंद रहेंगे. इसके बाद 24 अक्टूबर (सोमवार) को दिवाली / लक्ष्मी पूजा और 26 अक्टूबर (बुधवार) को दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर भी बाजार में कारोबार नहीं होगा.
जानें क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?
इस साल के दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में दिवाली से शुरू होने वाले हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार संवत 2079 की शुरुआत भी होगी. ऐसा माना जाता है कि मुहूर्त व्यापार साल भर समृद्धि और धन लाता है. इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग करते हैं. इसलिए इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहा जाता है.
मुहूर्त ट्रेडिंग समय 2022
ब्लॉक डील सेशन – शाम 5.45 से 6.00
प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन – शाम 6.00 से 6.08
नॉर्मल मार्केट – शाम 6.15 से 7.15
कॉल ऑक्शन सेशन – शाम 6.20 से 7.05
क्लोजिंग सेशन – शाम 7.15 से 7.25
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