OPS vs NPS: ओल्ड और नेशनल पेंशन स्कीम के बीच क्या हैं बड़े अंतर

चुनावी दंगल में एक बार फिर पुरानी पेंशन को लेकर चर्चा है. गुजरात से लेकर हिमाचल तक ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर हल्ला मचा हुआ है. लेकिन ऐसा क्यों है. पेंशन तो न्यू पेंशन स्कीम में भी मिलती है. फिर वजह क्या है कि सरकारी कर्मचारी लगातार पुरानी पेंशन की मांग पर अड़े हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल, न्यू और ओल्ड पेंशन में काफी अंतर है. इस अंतर को समझने डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? पर आपको भी क्लियर हो जाएगा कि कर्मचारियों की डिमांड क्यों और क्या है. दोनों में अंतर जानने से पहले समझते हैं कि पुरानी पेंशन स्कीम इतनी खास क्यों है और उसकी डिमांड क्यों है.

[Delivery Trading] What is Delivery Trading meaning in Hindi | Delivery Trading Rules in Hindi | Intraday vs Delivery Trading

हेल्लो दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में जानगे की What is Delivery Trading meaning in Hindi एंड Delivery Trading rules in Hindi. ये तो आप सभी को पता ही है की आज के समय सभी लोग अपने Money investश करके उसको कई गुना बढ़ाना चाहते है जिसके चलते लोग कही भी Invetment करना स्टार्ट कर देते है जिसके चलते लोग अपने पैसे से हाथ धो बैठते है।

ऐसे में यदि आप नही चाहते ही आपका निवेश किया हुआ पैसा डूब जाये तो Delivery Trading Best Option है, जहाँ पर आपको Long Term में प्रॉफिट मिलता ही मिलता है। ऐसे में अगर आप भी Delivery Trading me Invest करना चाहते हो, लेकिन आपको नही पता की Delivery Trading kya hai और Delivery based Trading में कैसे निवेश करे? तो आप हमारे साथ इस पोस्ट में शुरू से लेकर अंत तक जरुर बने रहे । जिससे की हम आपको आसानी से समझा सकेगे की Delivery Trading rules in Hindi क्या क्या है ।

What is Delivery Trading meaning in Hindi

यह Delivery Trading एक ऐसी ट्रेडिंग है, जिसमे ट्रेडर को Buy Sell करने के उपर कोई time limit नही होती है। बल्कि आपको इसमें एक ही दिन शेयर को खरीद कर उसको उसी दिन बेचने का अवसर नही प्रदान किया जाता है। Delivery Trading में ट्रेडर अपने Stock को लम्बे समय तक होल्ड करके रख सकता है, जिसके चलते तब तब ट्रेडर के शेयर उसके Demat Account में रहते है जब तक की ट्रेडर अपनी Delivery Trading Hold करके रख सकता है जिसके चलते सभी ट्रेडर इस Delivery Trading की मदद से अपने लिए बहुत ही आसानी से Trading कर अपने लिए Profit Book कर लेते हो इस प्रकार की ट्रेडिंग को ही हम Delivery Trading के नाम से जानते है।

Delivery Trading meaning in Hindi

यह Delivery Trading एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे आप अपने शेयर को Intraday Trading की तरह व् Swing Trading की तरह इन्वेस्ट नही कर सकते है। बल्कि आपको इसमें आपको अपने Shares Buy कर आप Same Day नही बेच सकते है। बल्कि आप चाहे तो आप इसके बाद आप कभी भी 1 महीने या 1 साल बाद अपने शेयर को प्रॉफिट के साथ बेच सकते हो, यदि हम इसको आसान भाषा में साम्झने की कोशिश करे तो ये Delivery Trading एक प्रकार की Long Term Delivery Trading है।

Delivery Trading Rules in Hindi

यदि आप Delivery in Stock Market में इन्वेस्ट करना चाहते है तो सबसे पहले आप Delivery Trading relatd लाभ और हानियों के बारे में जरुर जान ले, जिससे की आप आसानी से सही समय Delivery Trading से जुड़े लाभ और हानियों के बारे में जान कर अपने investment को डूबने से बचा सको:-

  • Delivery Trading एक डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? Long Term Trading है जोकि आपको एक अच्छा return देती है, जिससे की आप अच्छा खासा Profit कमा सकते है।
  • इस Delivery Trading में आप अपने शेयर को पहले दिन खरीद कर नही बेच सकते हो, इसके अलावा आप अपने शेयर को किसी भी दिन बेच सकते हो।
  • Delivery Trading का सबसे बड़ा नुक्सान आप अपने शेयर को खरीद कर उसी दिन Profit के साथ नही बेच सकते हो।
  • इसमें Depository Participant (DP) charge लिया जाता है जिससे की आपका प्रॉफिट मार्जिन कम हो जाता है।

Delivery Trading Tips – Delivery Trading kaise kre

यदि आप Delivery Trading krna चाहते हो लेकिन आपको नही पता की Delivery Trading kaise kre तो आप हमारे द्वारा बताये गये निम्नलिखित points को step by step follow कर सकते हो। जिसकी मदद से आप डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? आसानी से Delivery Trading कैसे करे के बारे में जान सकोगे:-

  • सबसे पहले आपको किसी एक Broker को choose करके उसमे अपना Demat Account बना लेना है और उसके बाद आपको login हो जाना है।
  • अब आप अपनी पसंद के हिसाब से जिस भी company के Shares Buy चाहते है आपको उस शेयर को select करना होगा, और उसके आपको Types Trading वाले option पर click करके आप Delivery Trading को choose कर लेना है।
  • इसके बाद आपको Buy करना है और payment process complete करना है, payment process complete होते ही आपकी payment कट जाएगी और आपका शेयर successful आपके द्वारा ख़रीदा जायेगा।
  • इसके बाद जब भी आपको लगता है के अब अपने होल्ड किये स्टॉक सेल करना चाहते है तो सेल कर सकते है।

InTraday vs Delivery Trading

InTraday TradingDelivery Trading
InTraday Trading में किस भी शेयर को morning time Buy कर लिया जाता है । फिर उसी दिन जब कभी भी Profit दीखता है तो सेल कर दिया जाता है।Delivery Trading में Shares को Buy किया जाता है फिर 1 हफ्ता , मैना , वर्ष जब तक Shares Hold कर सकते है वेट किया जाता है। जैसे ही Stock me Profit दीखता है Stock Hold Sell कर दिया जाता है। इसको आप Long Term Trading भी कह सकते है।
InTraday Trading के लिए अच्छे खासे पैसे की जरूरत होती है । क्योके इस प्रकार से InTraday Trading Profit लेने के लिए बड़ी मात्रा में Shares Buy करने पड़ते है।Delivery Trading में आप मोटे मुनाफे के लिए Long Term के साथ इन्वेस्ट करते है तो आपको कम पैसे की इंवेटमेंट के साथ सब्र की जरूरत होती है।
Delivery Trading vs InTraday

FAQ Delivery Trading

जबकि Intraday Trading कम पूंजी खातों और मार्जिन भुगतान का अवसर देती है, डिलीवरी ट्रेडिंग के लिए इसके लेनदेन के लिए पूरी राशि की आवश्यकता होती है। एक इंट्राडे ट्रेडर डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? के रूप में, यदि कोई छोटे और छोटे अंतराल पर शेयरों के मूल्य का आकलन और पूर्वानुमान कर सकता है, तो Intraday Trading एक अच्छा विचार है।

हां, आप शेयर बाजार में बिना किसी समस्या के उसी दिन डिलीवरी शेयर बेच सकते हैं। हालांकि, आपके ट्रेड को डिलीवरी के बजाय इंट्राडे माना जाएगा, भले ही ट्रेड को सीएनसी या एमआईएस ऑर्डर टाइप में रखा गया हो।

एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना Intraday Trading है। और जब आप उसी दिन अपने शेयर नहीं बेचते हैं, तो आपका ट्रेड Delivery Trade बन जाता है।

निष्कर्ष

मैं आशा करता हूँ, आप सभी को What is Delivery Trading meaning in Hindi और Delivery Trading कैसे करते है अच्छे से समझ आया होगा । यदि अभी भी आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमें comments में जरुर बता सकते है । हमें आपके सभी सवालों का जवाब देते हुए बहुत ख़ुशी होती है। हमारे साथ जुड़े रहने और इसी प्रकार की Share Market related jankari के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।

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Syan Gyan काफी समय से Money Investment , Money Management , Finacial , Share market , Mutual Fund रिलेटेड जानकारी के लिए बुक्स डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? स्टडी कर रहे है और Finance related आर्टिकल लिख रहे है। यह हमारा मकसद आसान भाषा में Share market , Finace रेलतद जानकारी देना है। धन्यावाद।

Investing और Trading में अंतर (Hindi)|

Investing और Trading शेयर बाजार के दो पहलू हैं इन्वेस्टमेंट के लिए आपको लम्बी अवधि और एक धैर्य mindset की जरुरत पड़ती हैं पर ट्रेडिंग की लिए आप शार्ट टर्म के लिए कर सकते हैं पर इसमें जोखिम ज्यादा हैं पर अपने स्किल्स और नॉलेज को अच्छा करके आप इसमे शरुवात कर सकते हैं । तो आईये जानते हैं संक्षेप में Investing और Trading के बारे में !!

Table of Contents

What is Investing in Stock Market (Hindi)

किसी भी निवेश से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आखिर आप निवेश करना क्यों चाहते हैं और किस एसेट क्लास डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? में निवेश करना चाहते हैं। निवेश के कई विकलप हैं जैसे रियल एस्टेट , गोल्ड या फिर कोई गवर्मेंट स्कीम पर इस ब्लॉग में हम जानेगे स्टॉक मार्किट में निवेश क्या होता हैं ? Stock मार्किट में निवेश की सबसे महत्वपूर्ण बात यहाँ हैं की आप किस अवधि के लिए पैसा लगाना चाहते हैं और कितना पैसा लगाना चाहते हैं अपने फाइनेंसियल गोल को ध्यान में रखते हुए।

निवेश लंबी अवधि का दृष्टिकोण लेता है चाहे निवेश के लिए लंबे समय के लिए स्टॉक में निवेश किया गया हो क्योंकि निवेश के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। निवेशक धीरे-धीरे समय की अवधि में धन का निर्माण करते हैं। निवेश में आम तौर पर कई साल लगते हैं क्योंकि यह कई लाभों के साथ आता है जैसे कि लाभांश, स्टॉक स्प्लिट बोनस आदि। निवेशक को डाउनट्रेंड चक्र या साइडवेज मार्केट में धैर्य की आवश्यकता होती है। क्यूंकि आपका निवेश उस कंपनी की ग्रोथ से जुड़ा हैं जिसका आपने स्टॉक ले रखा हैं और इकनॉमिक एक्टिविटी आदि पर निर्भर करता हैं इसलिये इसमें समय लग सकता हैं ।

Stock Market में निवेश कैसे करें|How to start Investing in Stock Market

अगर आप नए इन्वेस्टर हैं और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आपको उसके बारे में अच्छे से जानकारी जुटानी चाहिए। निवेश आप लम्बी अवधी और छोटी अवधि के लिए भी कर सकते हैं और पैसे को एकमुश्त या सिप के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं अपने वित्तीय लक्ष्य को जानना सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है।एक योजना बनाएं और दूसरा उसका पालन करने डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? के लिए पर्याप्त अनुशासन बरतें।दूसरों को देखकर पैसा न लगाएं और स्टॉक की कीमत का सही आंकलन करें , वैल्यू देखें क्यूंकि इन्वेस्टर लम्बे समय के लिए निवेश करते हैं

वहीं शेयर मार्केट में जिस कंपनी में आप अपने पैसों को इन्वेस्ट करने वाले हैं, पहले उसके फंडामेंटल, ट्रैक रिकॉर्ड, हिस्ट्री चार्ट, मार्केट परफॉर्मेंस आदि चीजों के बारे में अच्छे से जान ले और कम कर्ज वाली कंपनियों का चुनाव करें आप इसके लिए किसी विशेषज्ञ की सहायता भी ले सकते हैं।

स्टॉक मार्किट में निवेश के लिए एक डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के जरुरत होती हैं इसके बाद ही आप किसी कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं और उसे लम्बे समय तक रख सकते हैं तथा अपने फाइनेंसियल गोल के हिसाब से उसे बाद में बेच सकते हैं ।

डीमैट अकाउंट की अधिक जानकारी के लिए आप निचे दिए लिंक पर क्लिक करके लेख पढ़ सकते हैं

What is Trading in Stock Market(Hindi)

Trading एक वस्तु का दूसरी वस्तु के साथ आदान-प्रदान है, लेकिन वित्तीय बाजार में एक व्यक्ति शेयर खरीदता है और दूसरा व्यक्ति शेयर बेचता है लेकिन शेयर को मुद्रा के आदान-प्रदान द्वारा श्रेय दिया जाता है।मुद्रा के आदान-प्रदान में शेयरों की खरीद और बिक्री में व्यापार होता है और शेयरों की खरीद और बिक्री के लिए होती है।,

ट्रेडिंग अल्पकालिक दृष्टिकोण के लिए होती है ट्रेडिंग ऊपर और नीचे की कीमतों में उतार-चढ़ाव से व्यापारियों को रोमांचित करती है।स्टॉक मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग की जा सकती हैं जैसे – इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोजिशनल ट्रेडिंग आदि। शार्ट टर्म ट्रेडिंग टाइम फ्रेम पे निर्भर करती हैं की कितने समय की लिए ट्रेड किया गया हैं यह एक दिन या कुछ दिनों और हफ्तों के लिए हो सकती हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा होता हैं क्यूंकि एक ही दिन में आपको अपनी पोजीशन काटनी पड़ती हैं चाहे प्रॉफिट हो या लॉस ।

Stock Market में Trading कैसे करें|How to start Trading in Stock Market

Stock Market में ट्रेडिंग से पहले आपको स्पष्ट होना चाहिए की इसमे पैसो का जोखिम हो सकता हैं इसलिए जरुरी स्किल और Knowledge का होना बहुत जरुरी हैं तो पहले अपनी स्किल और नॉलेज पे काम कीजिये जैसे के टेक्निकल एनालिसिस ,Chart को analyse करना की कहा पे ट्रेड का मौका मिलगा अपने रिस्क रिवॉर्ड को देख के उस से भी बड़ी चीज़े हैं ट्रेडिंग साइकोलॉजी और एक बेहतरीन ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग में अंतर क्या है? प्लान ।ट्रेडिंग और ट्रेडिंग प्लान के लिए निचे दिया गए लिंक पर क्लिक करके पढ़े ।

Trading Vs Investing|Trading और Investing में अंतर जाने

  • ट्रेडिंग ने शेयर बाजारों में मूल्य में उतार-चढ़ाव से पैसा कमाने का अवसर दिया जबकि निवेश के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती हैं।
  • ट्रेडिंग इंट्राडे शॉर्ट टर्म के लिए है जबकि निवेश कई सालों या दशकों के लिए भी लॉन्ग टर्म के लिए है।
  • ट्रेडिंग ट्रेडर में मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण पर भरोसा करते हैं जो तकनीकी संकेतक या चार्ट विश्लेषण करते हैं, जबकि निवेश में निवेशक मुख्य रूप से बैलेंस शीट से पी & एल शीट और प्रबंधन गुणवत्ता नेतृत्व के मौलिक विश्लेषण पर भरोसा करते हैं।
  • ट्रेडिंग में मार्केट टाइमिंग शामिल है जबकि निवेश में मार्केट को समय दिया जाता हैं
  • निवेश और व्यापार दोनों के लिए शेयर बाजार में अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है

स्वस्थ बाजार के लिए निवेशक और व्यापारी दोनों महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि व्यापारी और निवेशक ने बाजार को अस्थिरता और तरलता दी ताकि निवेशक या व्यापार बाजार में प्रवेश और निकास करें।

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