Delhi MCD Election Result News: दिल्ली में नगर निगम चुनाव (MCD Elections) के नतीजे घोषित हो गए हैं. आज 1349 उम्मीदवारों के भाग्य एमएसीडी रणनीति क्या है का फैसला हुआ. आम आदमी पार्टी का एमसीडी पर कब्जा हो गया है, वहीं 15 साल बाद बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई है. आप को एमएसीडी रणनीति क्या है 134, बीजेपी को 104, कांग्रेस को 9 और अन्य को 3 वार्ड पर जीत मिली. दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों में 4 दिसंबर को वोटिंग हुई थी और सिर्फ 50 फीसदी वोटरों ने मतदान किया था. इससे पहले टीवी 9 भारतवर्ष ने एग्जिट पोल किया था और इस एग्जिट पोल में भी आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा था.
दिल्ली में 'आप' की रणनीति का कितना असर, क्या MCD चुनाव में चलेगा पीएम का जादू?
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम चुनाव- 2022 (MCD Election- 2022) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. पिछले दिनों ही दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग (Delhi State Election Commission) ने 250 वार्डों में मतदान केंद्रों का मसौदा सार्वजनिक कर दिया था. ऐसे में अब सिर्फ इंतजार है चुनाव आयोग के अधिसूचना जारी होने का. चुनाव आयोग के अधिसूचना जारी होने से पहले ही दिल्ली की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां आम आदमी पार्टी और बीजेपी (AAP and BJP) चुनावी मोड में आ गई है. पीएम मोदी (PM Modi) ने एमसीडी चुनाव की कमान संभाल ली है. वहीं, ‘आप’ को पंजाब एमएसीडी रणनीति क्या है के बाद दिल्ली एमसीडी चुनाव में भी इंतजार है अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के करिश्मे का.
पिछले दिनों ही पीएम मोदी की एक सभा ने दिल्ली का राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया. इस सभा में पीएम मोदी ने दिल्ली एमएसीडी रणनीति क्या है के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 3024 लोगों को नए फ्लैट की सौगात दी थी और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर तंज कसा था. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी उसी दिन महिलाओं को अलग से ‘महिला मोहल्ला क्लीनिक’ की सौगात दे दी. एमसीडी चुनाव में बीजेपी की नजर जहां दिल्ली में ओबीसी और एससी मतदाताओं पर हैं तो वहीं केजरीवाल ने महिला मतदाताओं को कई तरह की सुविधाओं देने के साथ-साथ साफ-सफाई को प्रमुख मुद्दा बना लिया है.
AAP के साथ भाजपा-कांग्रेस के लिए भी बेहद अहम MCD, परिणाम तय करेगा आगे की राजनीति
दिल्ली महानगर पालिका (MCD) का चुनाव इस बार आगे की राजनीति की दिशा और दशा तय करने वाला है। इस चुनाव के परिणाम ना केवल आम आदमी पार्टी बल्कि भाजपा और कांग्रेस के लिए भी बहुत मायने रखते हैं। बुधवार को एमसीडी चुनाव के परिणामों का ऐलान होगा। बता दें कि पिछले 15 साल से दिल्ली की सिविक बॉडी पर भाजपा का ही राज है। चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और आम आदमी पार्टी में ही था।
यह चुनाव ज्यादा अहम इसलिए हो जाता है क्योंकि अगर एग्जिट पोल सही साबित होते हैं और आम आदमी पार्टी विजयी एमएसीडी रणनीति क्या है होती है तो जाहिर सी बात है पूरे देश की राजनीति में आप का प्रभाव बढ़ेगा। 2024 के चुनाव के लिए भी आम आदमी पार्टी की अच्छी भूमिका बन जाएगी। वहीं भाजपा और कांग्रेस के लिए भी यह चुनाव मायने रखता है ताकि देश की राजधानी में उनका अस्तित्व प्रासंगिक रहे।
समय पर MCD चुनाव हों और भाजपा जीते तो राजनीति छोड़ देंगे. केजरीवाल बोले, क्या लोकसभा चुनाव भी टाल सकते हैं?
- केजरीवाल का एमसीडी चुनाव को लेकर भाजपा पर अटैक
- दिल्ली के सीएम बोले, क्या लोकसभा के चुनाव भी टाल सकते हैं?
- कहा, अभी चुनाव कराए जाएं और भाजपा जीते तो राजनीति छोड़ देंगे
नई दिल्ली: राजधानी में MCD चुनाव टलने के संकेत पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने आज विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि अगर अभी एमसीडी चुनाव (MCD Election in Delhi) कराए गए और भाजपा जीत गई तो हम राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा का दिल्ली नगर निगम के चुनाव टालना शहीदों का अपमान है, जिन्होंने अंग्रेजों को देश से भगाकर जनतंत्र स्थापित करने के लिए कुर्बानियां दीं थीं। आज ये हार के डर से दिल्ली नगर निगम के चुनाव टाल रहे हैं, कल ये राज्यों और देश के चुनाव टाल देंगे।
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क्या लोकसभा चुनाव टाले जा सकते हैं?एमएसीडी रणनीति क्या है
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा MCD के चुनाव टाल रही है, यह कहते हुए कि दिल्ली के तीनों निगम एक कर रहे हैं। क्या इस वजह से चुनाव टल सकते हैं? कल ये गुजरात हार रहे होंगे तो क्या ये कह कर टाल सकते हैं कि गुजरात और महाराष्ट्र को एक कर रहे हैं? क्या इसी तरह का कोई बहाना बना कर लोकसभा चुनाव टाले जा सकते हैं?
इस बार क्यों खास है दिल्ली MCD का चुनाव, समझें कैसे पूरे देश की राजनीति पर पड़ेगा इसका असर
Updated: December 4, 2022 1:33 PM IST
MCD Election Analysis : देश की राजधानी होने की एमएसीडी रणनीति क्या है वजह से दिल्ली नगर निगम का चुनाव वैसे तो हमेशा से ही हाई प्रोफाइल चुनाव माना जाता रहा है लेकिन इस बार का चुनाव अपने आप में काफी खास है. रविवार को दिल्ली की जनता एक बार फिर से दिल्ली के एकीकृत यानी संयुक्त नगर निगम को लेकर मतदान कर रही एमएसीडी रणनीति क्या है है. रविवार को दिल्ली की जनता को यह फैसला करना है कि वह नगर निगम में किस राजनीतिक दल को सत्ता में बैठाना चाहती है.
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इस बार का नगर निगम चुनाव इस मायने में काफी खास माना जा रहा है कि नतीजा चाहे जो भी आए, इसका दूरगामी राजनीतिक प्रभाव पड़ना तय है और यह सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि देश की राजनीति पर भी आने वाले दिनों में इसका असर साफ-साफ नजर आने वाला है. इसलिए दिल्ली की राजनीति के दोनों धुरंधर राजनीतिक दलों भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
सबसे पहले बात, भाजपा की करते हैं. दिल्ली विधान सभा के चुनाव में लगातार हार का सामना करने के बावजूद दिल्ली नगर निगम के चुनाव में बीजेपी एक तरह से अपराजेय बनी रही. अपनी लोकप्रियता के चरम पर पहुंचने के बावजूद न तो कांग्रेस की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भाजपा को हरा पाई और न ही अरविंद केजरीवाल हरा पाए. साल 2007 से ही नगर निगम में भाजपा की मजबूत पकड़ बनी हुई है. साल 2007 में केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस गठबंधन की सरकार थी और दिल्ली में कांग्रेस की ही शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थी लेकिन इसके बावजूद नगर निगम के चुनाव में दिल्ली की जनता ने भाजपा को वोट किया.
MCD में लूटपाट और लैंटर से वसूली बंद करेंगे: एमएसीडी रणनीति क्या है दिल्ली CM
जीत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों के बहुत बधाई देना चाहता हूं. इतनी बड़ी और शानदार जीत के लिए, इतने बड़े बदलाव के लिए मैं दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं.दिल्ली के लोगों ने मुझे दिल्ली की सफाई, भ्रष्टाचार को दूर करने, पार्क को ठीक करने के साथ कई सारी जिम्मेदारियां दी हैं. मैं दिन रात मेहनत करके कोशिश करूंगा की आपके इस भरोसे को कायम रखूं. हमने दिल्ली सरकार में भ्रष्टाचार खत्म किया, वैसे ही MCD में एमएसीडी रणनीति क्या है लूटपाट और लैंटर से वसूली बंद करेंगे. कई बड़े नेता कहते थे कि स्कूल-हॉस्पिटल से वोट नहीं मिलते. दिल्ली की जनता ने देश को संदेश दे दिया है कि स्कूल-अस्पताल से भी वोट मिलते हैं.
अहंकार करने से बड़ी-बड़ी सत्ता गिर गई है. AAP के सभी मंत्री, MLAs, पार्षद कभी भी अहंकार मत करना. जिस दिन आपने अहंकार किया, उस दिन आपका पतन पक्का है. आपको ऊपर वाला कभी माफ नहीं करेगा. जितने जीते सबको बधाई, बीजेपी-कांग्रेस वालों को भी बधाई. जो हारे मायूस मत होना, दिल्ली की सफाई में आपका भी योगदान होगा. बस, राजनीति हो गई. अब सभी को मिलकर काम करना है. प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद और केंद्र का सहयोग भी चाहिए.
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