न्यू फंड ऑफर यानी NFO में निवेश से पहले इन्हेें ठीक से परख लें.

क्या आपको किसी म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में निवेश करना चाहिए?

बाजार में मौजूद हज़ारों म्युचुअल फंड्स की स्कीमों में से कोई अपने पोर्टफोलियो के लिए 4-5 सबसे सही फंड्स कैसे चुनता/चुनती है?अगर आप म्यूचुअल फंड्स में नए हैं, तो डायरेक्ट प्लान के बजाय किसी सलाहकार/डिस्ट्रिब्यूटर की मदद से रेगुलर प्लान में निवेश करने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपको यह जानने की ज़रूरत है कि फंड्स कैसे क्या आपको निवेश करना चाहिए? काम करते हैं, एक फंड से आपको क्या चाहिए, किस किस्म के फंड में निवेश करना चाहिए आदि। अपने पोर्टफोलियो में ऐसे गलत फंड्स जो आपके भावी लक्ष्यों को भटका सकते हैं, रखने के बदले किसी रेगुलर प्लान में डिस्ट्रिब्यूटर का कमीशन सहना बेहतर है।

जब तक आप फंड्स के प्रकार, निवेश के उद्देश्य के मुताबिक फंड्स पर अपना पोर्टफोलियो कैसे बनाते हैं, फंड में जोखिम का लेवल, कोई फंड छोटी-अवधि या लंबी-अवधि के लिए सही है या नहीं, वह नियमित आमदनी देगा या बड़ी राशि बनाने में मदद करेगा, किसी फंड के परफॉरमेंस इंडीकेटर्स क्या हैं और अंततः आप निवेश क्यों कर रहे हैं नहीं समझते; तब तक अपने लक्ष्य के लिए सही फंड्स चुनने के लिए आपको मार्गदर्शन की ज़रूरत है। डायरेक्ट प्लान केवल उन निवेशकों के लिए सही रहता है जो कुछ समय से म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर रहे हैं और इनके प्रोडक्ट्स को जानते हैं।

किसी रेगुलर प्लान में निवेश की शुरुआत करना और अपने मौजूदा पोर्टफोलियो से कुछ अनुभव हासिल करने के बाद भावी खरीद के लिए डायरेक्ट प्लान में निवेश करना एक अच्छा विचार होगा ।

इन म्यूचुअल फंड्स ने केवल 3.5 साल में दोगुना किया निवेशकों का पैसा, क्या आपको भी करना चाहिए निवेश?

क्ववांट टैक्स प्लान में 5 साल में 22 फीसदी का सीएजीआर दिया है.

क्ववांट टैक्स प्लान में 5 साल में 22 फीसदी का सीएजीआर दिया है.

इन म्यूचुअल फंड्स ने 5 साल में 20 फीसदी या उससे अधिक का सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दर्ज किया है. अगर किसी क्या आपको निवेश करना चाहिए? निवेशक . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 09, 2022, 07:50 IST

हाइलाइट्स

निवेश सलाहकार निधि मनचंदा के अनुसार, इन फंड्स ने रिस्क को अच्छे से मैनेज किया है.
उनका कहना है कि इन फंड्स का रिस्क एडजेस्टेड रिटर्न बहुत अधिक है.
बता दें कि क्वांट म्यूचुअल फंड्स की स्कीम्स ने 5 साल में लगभग सभी फंड्स से बेहतर रिटर्न दिया है.

नई दिल्ली. म्यूचुअल फंड बगैर फंड मैनेजमेंट की चिंता किए निवेश से बेहतर रिटर्न कमाने का अच्छा तरीका होते हैं. कई फंड ऐसे होते हैं जो बहुत कम समय में निवेश का पैसा दोगुना या अधिक कर देते हैं. ऐसा ही फंड है क्वांट म्यूचुअल फंड. इसकी 4 स्कीम्स क्वांट टैक्स प्लान, क्वांट एक्टिव फंड, क्वांट स्मॉल कैप फंड और क्वांट मिड कैप फंड पिछले 5 साल में रिटर्न देने के मामले में हर इक्विटी फंड से आगे रहे हैं. इन म्यूचुअल फंड्स ने 5 साल में 20 फीसदी या उससे अधिक का सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दर्ज किया है.

5 साल में क्वांट टैक्स प्लान ने 22 फीसदी, क्वांट स्मॉल कैप फंड ग्रोथ ने 21.50 फीसदी और क्वांट मिड कैप फंड ग्रोथ प्लान ने 20 फीसदी का सीएजीआर दिया है. प्रोफिशिएंट इक्विटीज के संस्थापक एवं निदेशक मनोज डालमिया ने कहा है कि क्वांट म्यूचुअल फंड सदाबहार इक्विटी म्यूचुअल फंड हैं और इसके 4 प्लांस ने अपने निवेशकों को 20 फीसदी या उससे ज्यादा का रिटर्न दिया है. इसका मतलब है कि इन फंड्स ने निवेशकों का पैसा केवल 3.5 साल में दोगुना कर दिया है.

निवेश पर कितना मिला रिटर्न?
अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले क्वांट टैक्स प्लान में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता तो उसकी ये रकम दोगुनी से अधिक होकर 2.71 लाख रुपये हो गई होती. क्वांट एक्टिव फंड में 1 लाख रुपये निवेश करने वालों की रकम भी बढ़कर इतनी ही हो गई होती. वहीं, क्वांट स्मॉल कैप फंड में 1 लाख रुपये निवेश करने वालों की रकम 5 साल में बढ़कर 2.60 लाख रुपये हो गई होती. इसके अलावा क्वांट मिड कैप में अगर 5 साल पहले किसी क्या आपको निवेश करना चाहिए? ने एक लाख रुपये लगाए होते तो उसकी रकम बढ़कर 2.55 लाख रुपये हो गई होती.

क्या आपको करना चाहिए निवेश?
फिनटू में रिसर्च एंड डेवलपमेंट की ट्रेनिंग प्रमुख निधि मनचंदा कहती हैं कि क्वांट म्यूचुअल फंड्स ने रिस्क को काफी अच्छे से संभाला है और साथ ही निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न भी दिया है. उन्होंने कहा कि इसका रिस्क एडजेस्टेड रिटर्न काफी अधिक है. साथ ही फंड ने गिरावट के रिस्क को भी काफी बेहतर तरीके से मैनेज किया है. निधि मनचंदा ने इन बातों को आधार बनाते हुए कहा है कि निवेशकों को क्वांट म्यूचुअल फंड की इन स्कीम्स में पैसा लगाना चाहिए.

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क्या आपको निवेश करना शुरू करना चाहिए?

आइए सबसे मूलभूत सवाल से शुरुआत करें। क्या आपको निवेश शुरू करना चाहिए?

क्या आपको निवेश शुरू करना चाहिए? आर्थिक सुरक्षा के लिए निवेश एक अहम कदम है। जब आप जवान होते हैं, तो जीवन अपार संभावनाओं से भरा होता है। आपके कई सपने होते हैं- गाड़ी, मकान, मज़ेदार छुट्टियाँ और ना जानें क्या क्या! निवेश आपको इन्ही सब सपनों को पूरा करने में मदद करता है। क्योंकि निवेश आपकी संपत्ति को बढ़ाता है। अगर ठीक तरह से किया जाए, तो आज किया गया छोटा निवेश आपको भविष्य में बड़ा मुनाफा दे सकता है। लेकिन, सही निवेश कैसे करें? इसके लिए वित्तीय बाज़ारों की समझ होना ज़रूरी है जो शायद, बहुत मुश्किल लग सकता है। लेकिन चिंता ना करें, हम हैं ना! एंजेल ब्रोकिंग के स्मार्ट मनी पर निवेश और धन प्रबंधन के बारे में पढ़ें और अपने सपनों को पूरा करें।

भारत में क्या आपको निवेश करना चाहिए? निवेश: कब और .

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NFO क्या है? क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए, जानें क्या है सही स्ट्रैटजी

NFO को बहुत सारे निवेशक IPO जैसा ही समझते हैं. उन्हें लगता है कि जिस तरह शेयरों की डिमांड बढ़ने पर फायदा होता है, वैसा ही फंड में भी होगा. लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है.

NFO क्या है? क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए, जानें क्या है सही स्ट्रैटजी

न्यू फंड ऑफर यानी NFO में निवेश से पहले इन्हेें ठीक से परख लें.

एनएफओ (NFO) यानी न्यू फंड ऑफर. जब भी कोई म्यूचुअल फंड कंपनी क्या आपको निवेश करना चाहिए? एनएफओ लॉन्च करती है तो इसका जबरदस्त प्रचार किया जाता है. चैनलों और अखबारों में फंड मैनेजरों के इंटरव्यू आते हैं, जिनमें न्यू फंड की निवेश स्ट्रैटजी बताई जाती है. इसकी खूबियां गिनाई जाती हैं. ऐसा माहौल बनाया जाता है कि म्यूचुअल फंड ग्राहकों ने इसमें पैसा लगाया तो जबरदस्त मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन क्या यह सच है? क्या एनएफओ में फंड निवेशकों को निवेश करना चाहिए?

इस सवाल से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर न्यू फंड ऑफर यानी NFO है क्या? दरअसल, जब भी कोई एसेट मैनेजमेंट कंपनी ( AMC) कोई नया फंड लॉन्च करती है तो यह सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही खुला होता है. फंड पोर्टफोलियो के लिए शेयर खरीदना इसका मकसद होता है और इसलिए इसके जरिये पैसा जुटाया जाता है. एक तरह से एक नए फंड की शुरुआत करने के लिए पैसा जुटाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को न्यू फंड ऑफर कहा जाता है.

कई मायनों में यह आईपीओ जैसा लगता है लेकिन यह वैसा नहीं होता. मौजूदा नियमों के मुताबिक भारत में एनएफओ की अवधि 3 से 15 दिनों तक होती है. अगर फंड ओपन एंडेड है तो इसके कुछ दिनों बाद इसमें निवेश शुरू हो जाता है. अगर क्लोज एंडेड है तो निवेशक एनएफओ पीरियड के दौरान इसे सब्सक्राइव कर सकता है लेकिन उसे इस दौरान होल्ड किए रखना होगा. अब सवाल यह है कि आपको एनएफओ में निवेश करना चाहिए या नहीं. ज्यादातर एक्सपर्ट्स आम म्यूचुअल फंड निवेशकों को इसमें निवेश करने की सलाह नहीं देते हैं. आखिर क्यों? इसकी कुछ वजहें इस तरह हैं-

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कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं

चूंकि यह फंड नया होता है इसलिए इसका कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता है, जिसे देख कर हम निवेश का फैसला कर सकें. इसलिए ज्यादातर निवेशक फंड हाउस के पिछले प्रदर्शन को देख कर इसके एनएफओ में निवेश करते हैं. लेकिन यह सही रणनीति नहीं है. क्योंकि नई निवेश रणनीति के सामने नई चुनौतियां होती हैं और आपको पता नहीं होता कि यह फंड कामयाब होगा या नहीं. इसलिए हमेशा ऐसे फंड में निवेश करना बेहतर होता है, जिसका मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड हो.

एनएफओ,आईपीओ नहीं है

एनएफओ, आईपीओ की तरह लगता है लेकिन लेकिन यह इसकी तरह नहीं होता. बहुत सारे निवेशक इसे आईपीओ जैसा समझते हैं और उन्हें लगता है कि जिस तरह शेयरों में डिमांड बढ़ने पर उन्हें फायदा होता है, वैसा ही इसमें भी ऐसा होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. म्यूचअल फंड के एनएवी पर डिमांड और सप्लाई के नियम का कोई असर नहीं होता. किसी म्यूचुअल फंड में कितने यूनिट्स होंगे यह तय नहीं होता. यूनिट्स जरूरत पड़ने पर बना ली जाती हैं.

ऊंची लागत

हर फंड का एक एक्सपेंस रेश्यो होता है. ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो का मतलब यह है कि आप अपने फंड को मैनेज करने के लिए ज्यादा पैसा दे रहे हैं. जाहिर है इससे आपका रिटर्न घटेगा. भारत में रेगुलेशन नियमों के मुताबिक छोटे एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) क्या आपको निवेश करना चाहिए? वाले फंड ज्यादा एक्सपेंस चार्ज वसूल कर सकते हैं. एनएफओ जब लॉन्च होता है तो आमतौर पर इसका एयूएम छोटा होता है . इसलिए इसका एक्सपेंस चार्ज ज्यादा होने की संभावना रहती है. इसलिए यह महंगा होता है.

लॉन्चिंग टाइम

अगर कोई एनएफओ किसी खास वक्त लॉन्च हुआ है तो जरूरी नहीं है कि इसमें निवेश का यही सही वक्त है. एएमसी अपने प्रोडक्ट बास्केट को बड़ा करने या पूरा करने के लिए भी एनएफओ लाते हैं. इसलिए एनएफओ लॉन्च हुआ है इसलिए इसमें निवेश करना है, यह ठीक रणनीति नहीं है.

कुल मिला कर , एनएफओ में निवेश अंधेरे में तीर चलाने जैसा है. इसलिए अनिश्चितता की बजाय ऐसे फंड्स में निवेश करें जिसका एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड हो. अगर एनएफओ कुछ खास हो और आपके पोर्टफोलियो के हिसाब से यह फिट बैठ रहा है तो थोड़ा इंतजार करके देखें कि क्या इसकी थीम और निवेश रणनीति बताए गए मकसद के लिए मुफीद है.

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