Experience the power of 3-in-1! An account that combines Savings Account, Demat Account, and Trading Account to provide you with a simple and paperless trading experience. To know more, visit –https://t.co/Mvt7i2K3Le#Go3in1WithSBI #AzadiKaAmritMahotsavWithSBI pic.twitter.com/3RDWUZEgIF — State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 15, 2021
जानिए क्या है लाभ अपने सेविंग अकाउंट को DEMAT अकाउंट से जोड़ने के ?
DEMAT अकाउंट उन लोगो के लिए सबसे अच्छा होता है जो लोग शेयर बाजार में अपने पैसो को इन्वेस्ट करना चाहते है, इसके साथ साथ एक ट्रेडिंग खाता भी जरूरी होता है क्यों आप ट्रेडिंग खाते शेयर को खरीदऔर बेच सकते है और साथ में एक सेविंग अकाउंट भी खुलवा लेना अच्छा माना जाता है।
जानिए क्या है लाभ अपने सेविंग अकाउंट को DEMAT अकाउंट से जोड़ने के ?-
DEMAT अकाउंट उन लोगो के लिए सबसे अच्छा होता है जो लोग शेयर बाजार में अपने पैसो को इन्वेस्ट करना चाहते है, इसके साथ साथ एक ट्रेडिंग खाता भी जरूरी होता है क्यों आप ट्रेडिंग खाते शेयर को खरीदऔर बेच सकते है और साथ में एक सेविंग अकाउंट भी खुलवा लेना अच्छा माना जाता है। डीमेट अकाउंट में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखा जाता है आपको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास अपने शेयर फिजिकल सर्टिफिकेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप में चेंज करने के लिए एक डीमेट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट कोई बैंक ,संस्थान या सेबी का कोई एजेंट हो सकता है यह आपके और डिपॉजिटरी के बीच में एक कड़ी के रूप में काम करता है। हमारे देश में वर्तमान समय दो डिपॉजिटरी उपलब्ध है जो नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लिमिटेड नाम से उपलब्ध है, ये डिपॉजिटरी इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर और प्रतिभूतियों के मैनेजमेंट का काम करते है।
कैसे करे बचत खाते को डीमेट खाता से लिंक ?-
अपने बचत खाते को डीमेट खाते से लिंक करने से आप निवेश लेन-देन को सरल बना सकते है। जैसे ही आपके सेविंग अकाउंट से बैलेंस क्रेडिट /डेबिट होता है वैसे ही शेयर आपके डीमेट अकाउंट क्रेडिट और डेबिट हो जाते है। यह स्टॉक मार्किट में व्यापर करते समय बहुत जरूरी होता है आपको अपने बचत खाते को इंटरलिंक करने से यह सुविधा आसानी से मिल जाती है इसको लिंक करने के और भी ज्यादा बेनिफिट्स जो आपको बताये जा रहे है तो चलिए शुरू करते है।
1- आप यदि अपने सेविंग अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट को डीमेट अकाउंट से जोड़ते है तो शेयर के साथ साथ म्यूच्यूअल फण्ड ,बांड ,गोल्ड लोन कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपाजिट जैसे और फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदने में बहुत आसानी होगी। इस एक लिंक झरने आप ढेर सरे लाभ कमा सकते हो।
2- इस linking से आप कहीं और कभी भी लेन देन को आसानी से कर सकते हो। शेयर मार्किट जैसी अस्थिर प्लेस में भी ऐसी सुविधा मिलना बहुत अच्छा है।
3-सबसे पहले आपको अच्छा बजार का एनालिसिस करना चाहिए क्योकि शेयर बजार में बहुत अस्थिरता होती है, एक बार अच्छा विश्लेषण आप कर लेते हो तो आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट से आसानी से लेन देन कर सकते हो।
4-डीमेट अकाउंट और सेविंग अकाउंट को लिंक करने से आप ट्रांजेक्शन पर आसानी से नज़र रख सकते हो इससे आप अपनी ख़रीदे गए बेचे गए शेयर और साथ में जो रिटर्न मिलता है उस पर भी नज़र रख सकते हो।
5- जब सारा काम ऑनलाइन हो रहा है तो आप इसे अपने मोबाइल से भी आसानी से मैनेज कर सकते हो।
शेयर बाजार में काम करने से पहले कुछ जरूरी चीजे-
सेविंग अकाउंट- आपको किसी बैंक का सेविंग अकाउंट होना जरूरी है।
ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट- ये होना सबसे जरूरी है जिस तरह से आप अपने पैसो को बैंक खाते में रखते हो उसी तरह शेयर इसी अकाउंट में रहते है।
कंप्यूटर/लैपटॉप/मोबाइल- वर्तमान समय के ऑनलाइन ट्रेडिंग में इनमे से एक का होना जरूरी है।
SBI 3-in-1 Account: एक खाते में मिलेंगे 3 बड़े फायदे, जानें इसके खास फीचर
SBI 3-in-1 Account: एसबीआई 3 इन 1 अकाउंट में खाताधारकों को एक बचत खाता, एक डीमैट खाता और एक ट्रेडिंग खाता एक साथ जुड़कर मिलते हैं.
SBI 3-in-1 Account: देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. एसबीआई ने ग्राहकों को 3-in-1 अकाउंट की सुविधा दी है जो बचत खाते (Saving Account), डीमैट खाते (Dmat Account) और ट्रेडिंग खाते (Trading Account) को जोड़ता है. इस अकाउंट से ग्राहकों को पेपरलेस और आसान ट्रेडिंग में मदद मिलेगी. ग्राहकों को ये सारी सुविधा एक ही अकाउंट के साथ मिलती है. एसबीआई ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.
हाल ही में, एसबीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट में कहा, 3-इन-1 की शक्ति का अनुभव करें! एक ऐसा खाता जो आपको एक सरल और पेपरलेस ट्रेडिंग अनुभव प्रदान करने के लिए बचत खाते, डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते को जोड़ता है. अधिक जानने के लिए, यहां जाएं- https://bank.sbi/web/personal-banking/investments-deposits/stocks-securities/3-in-1-account
जरूरी डॉक्युमेंट्स
अगर आप एसबीआई का 3 इन 1 अकाउंट खोलना चाहते हैं तो आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज होने चाहिए. बचत खाते के लिए ये जरूरी दस्तावेज होने चाहिए-
1. पैन कार्ड या फॉर्म 60 (PAN or Form 60) 2. फोटोग्राफ 3. ऑफिशियल वैलिड डॉक्युमेंट्स (OVD) जैसे- पासपोर्ट (Passport), आधार (Aadhar), ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License), वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card), मनरेगा द्वारा जारी जॉब कार्ड (MNREGA Job Card) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर द्वारा जारी पत्र जिसमें नाम और पते का डिटेल हो.
Experience the power of 3-in-1! An account that combines Savings Account, Demat Account, and Trading Account to provide you with a simple and paperless trading experience. To know more, visit –https://t.co/Mvt7i2K3Le#Go3in1WithSBI #AzadiKaAmritMahotsavWithSBI pic.twitter.com/3RDWUZEgIF
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अब खाते को डीमैट और ट्रेडिंग के रूप में जारी रखने के लिए जरूरी दस्तावेज इस प्रकार हैं-
>> पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ >> पैन कार्ड कॉपी >> आधार कार्ड कॉपी >> एक कैसिंल चेक या लेटेस्ट बैंक स्टेटमेंट
ई-मार्जिन फैसिलिटी
इस संबंध में ट्रेडर्स को ई-मार्जिन सुविधा के बारे में भी पता होना चाहिए. यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस सुविधा के तहत, कोई भी कम से कम 25 प्रतिशत मार्जिन के साथ ट्रेड कर सकता है और जरूरी मार्जिन प्राप्त करने के लिए कैश या कोलैटरल का उपयोग करके 30 दिनों तक की स्थिति को आगे बढ़ा सकता डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट है.
कैसे उठाएं लाभ?
खाते का लाभ उठाने के लिए, इच्छुक ग्राहकों को कुछ सरल चरणों का पालन करना होगा. वे इस प्रकार हैं-
Step 1: एसबीआई सिक्योरिटीज वेब प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेडिंग खाते में लॉग इन करें.
Step 2: ऑर्डर प्लेसमेंट (खरीदें / बेचें) मेनू पर जाएं.
Step 3: ऑर्डर देते समय प्रोडक्ट टाइप को ई-मार्जिन के रूप में चुनें.
अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति SBI की आधिकारिक वेबसाइट bank.sbi पर लॉग इन कर सकते हैं.
SBI ने बढ़ाई ब्याज दरें
SBI ने बड़ा फैसला लेते हुए बेस रेट में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की है. बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक ये 0.10 फीसदी बढ़कर 7.55 फीसदी हो गई है. किसी बैंक का बेस रेट वह मिनिमम रेट है जिसके नीचे कोई भी बैंक किसी व्यक्ति या संस्था को लोन नहीं दे सकता. बेस डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट रेट वह दर है जिस दर को बैंक अपने कस्टमर के लिए लागू करता है. कुछ यूं कहें तो बैंक जिस रेट पर कस्टमर को लोन देते हैं, वही बेस रेट है.
क्या आप भी शेयर मार्केट में करना चाहते हैं निवेश? तो इन अकाउंट की जानकारी है बेहद जरूरी
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए तीन अकाउंट जरूरी होते हैं.
शेयर मार्केट में आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. हालांकि, शेयर मार्केट में निवेश के लिए तीन अकाउंट डीमैट, . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 25, 2022, 12:31 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है, जहां आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. इस मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के शेयर होते हैं. हालांकि, नए निवेशकों को शुरुआती दौर में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शेयर बाजार में अपनी निवेश यात्रा शुरू करने से पहले, आपके पास तीन अकाउंट होने चाहिए. ये डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट हैं.
डीमैट या डीमैटेरियलाइज्ड अकाउंट (Demat Account) वह अकाउंट है, जहां आप अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर कर सकते हैं. निवेश के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसके लिए आपको किसी भी बैंक या शेयर ब्रोकरेज कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. वर्षों पहले शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग होती थी. इसमें शेयर सीधे ट्रांसफर होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब इनकी खरीद-बिक्री किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के डीमैट खाते के जरिए होती है. आप खुद या आपके बदले कोई शेयर ब्रोकिंग कंपनी शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकती है.
ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये भेजें ऑर्डर
जहां तक ट्रेडिंग अकाउंट (Trading account) का सवाल है, यह अकाउंट शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने में अहम भूमिका निभाता है. ट्रेडिंग अकाउंट का आशय एक डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट ऐसे अकाउंट से है, जिसके जरिये निवेशक शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज पर भेजने में सक्षम होता है. आपको बता दें कि शेयर मार्केट में निवेश के लिए ये तीनों अकाउंट एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं.
इन तीनों अकाउंट को खोलने के बाद ही निवेशक शेयर खरीदने बेचने के योग्य होते डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट हैं. जब हम शेयर बेचते हैं, तो इस दौरान शेयर हमारे डीमैट से ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते है. इसी तरह शेयर ख्ररीदने के मामले में शेयर हमारे डीमैट अकाउंट में आ जाते हैं. एक ट्रेडिंग अकाउंट किसी निवेशक के डीमैट अकाउंट और बैंक खाते को जोड़ता है.
बैंक अकाउंट भी जरूरी
बैंक अकाउंट (Bank Account) के बारे में तो आप जानते ही होंगे. शेयर बाजार में निवेश के लिए इसकी भी आवश्यकता होती है. जब कोई निवेशक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करता है, तो उस दौरान रकम जमा करने और निकालने का कार्य बैंक अकाउंट के जरिये होता है.
लाइवमिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, आप अपने तीसरे अकाउंट यानी बैंक अकाउंट को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के साथ खोल सकते हैं. बहुत से स्टॉक ब्रोकर हैं, जो किसी एक बैंक के साथ जुड़कर आपको ट्रेडिंग, डीमैट अकाउंट के साथ एक रजिस्टर्ड बैंक के साथ सेविंग अकाउंट भी खोल कर देते हैं. बैंक अकाउंट से आप आसानी से अपने ट्रेडिंग अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं.
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ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? इसके उपयोग क्या है?
Share Market में Invest करने के लिए कई प्रकार की जानकारियों का होना जरुरी होता है.
जैसे की Demat Account, Trading Account इत्यादी.
कुछ लोग Trading और Demat Account के बिच फर्क को नहीं जानते है. लेकिन इन दोनों के बिच बहुत बड़ा फर्क होता है.
पिछले पोस्ट में हमने Demat Account के बारे में बताया था. इसमें हम Trading Account के बारे में बताने वाले है.
इसमें आप जानेंगे की Trading Account क्या होता है ? ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? और Trading Account के लाभ क्या है? Trading Account कैसे खोले?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
What Is Trading Account In Hindi
Trading Account Means Trade करने वाला Account.
शेयर मार्केट में किसी भी शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग Account का जरुरत पड़ता है.
यानि, Trading Account से ही किसी भी शेयर को खरीदने और बेचने का काम होता है.
इस Account को शेयर मार्केट से जुड़ते समय खुलवाना होता है.
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है ?
Working A of Trading Account, How To Prepare Trading Account
Trading Account की प्रक्रिया Step-By-Step दिया गया है जो निम्न है.
Trading Account में पैसा Add करना
शेयर Price देखना
शेयर खरीद/बिक्री का Order देना
ऑर्डर Stock Exchange तक पहुचना
Counter Order मिलने पर यह ऑर्डर Execute होना
टैक्स और चार्ज के साथ ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे कटना
Demat Account में शेयर जमा होना
Value बढ़ने पर शेयर बेचने का ऑर्डर रखना
बेचकर उसका पैसा टैक्स और ब्रोकरेज कटने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट में जमा होना.
ट्रेडिंग अकाउंट के लाभ
Benefits of a Trading Account
फ़ोन पर या ऑनलाइन शेयर खरीदना या बेचना
मार्किट अपडेट और फ़्री न्यूज़ अलर्ट
विश्लेषकों की एक अनुभवी टीम से सलाह
व्यक्तिगत ट्रेडिंग सीमा निर्धारित करने की अनुमति
Trading Account कैसे खोले?
Trading Account Opening, Need of Trading Account
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए सबसे पहले एक सेबी पंजीकृत स्टॉकब्रोकर का चयन करना है.
सभी ब्रोकर का Application उपलब्ध है. जिसे आप अपने Device में इनस्टॉल कर सकते है.
ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए कुछ पैसे भी लगते है. जो सभी ब्रोकर का प्लान के हिसाब से अलग-अलग है.
Form भरने होते है. और कुछ डॉक्यूमेंट जमा करने होते है.
जमा किया जाने वाला डॉक्यूमेंट "Pan Card, Saving डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट Bank Account, Address Proof, Photo" होना चाहिए.
अब Document सत्यापित और Kyc के लिए Phone कॉल या घर पर विजिट करके किसी Person के द्वारा किया जाता है.
प्रोसेस Ok होने के बाद उस Account का इस्तेमाल कर पाते है. यानि शेयर की खरीद/बिक्री किया जा सकता है.
तो यह था Trading Account से जुड़े जानकरी जिसमे आपने डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट जाना की Trading Account क्या होता है ? ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है? और Trading Account के लाभ क्या है? Trading Account कैसे खोले?
अगर आपको इस जानकारी से डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट हेल्प मिला हो तो कृपया इसे जरुर शेयर करे.
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ऑनलाइन नॉमिनेशन से परिचय
अब आप अपने ट्रेडिंग और डीमैट खाते में एक या उससे ज़्यादा नॉमिनी को Console पर ऑनलाइन ही रजिस्टर कर सकते हैं बिना किसी परेशानी के। अगर आपका अकाउंट डॉर्मेंट होजाता है जो एक साल तक बिना ट्रेडिंग या एक्टिविटी की वजह से माना जाता है तब आपको वापस KYC करके अपने अकॉउंट को एक्टिवेट करना होगा
यदि आप ये हमारे नोटिफिकेशन भेजने के बावजूद भी नहीं करते हैं तब हम आपके नॉमिनी को ईमेल या SMS द्वारा सूचित करेंगे। यह इसलिए किया जाता है ताकि आपके नॉमिनी को आपके ट्रेडिंग और डीमैट खाते और उनके नॉमिनी होने के बारे में जानकारी दी जाये अगर कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई हो।
संदर्भ
डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया 2016 में ही पूर्ण रूप से ऑनलाइन करदी गयी थी (आधार e – sign के द्वारा ) , लेकिन नॉमिनी को जोड़ना अब तक एक फिजिकल प्रोसेस ही थी। यह इसलिए था क्यूंकि जो प्रोसेस MCA द्वारा बताई गयी थी उसमे फिजिकल फॉर्म का अन्य विटनेस हस्ताक्षरों के साथ जमा करना अनिवार्य था। इसका रेगुलेशन अभी हाल ही में बदला गया है , अब SEBI ने 3 नॉमिनी तक ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट में बिना कोई मुश्किल e-sign द्वारा जोड़ने की अनुमति जारी की है।
जब आप अपने ब्रोकर द्वारा अकाउंट खोलते हैं तो आप दो तरीके के अकाउंट खोलते हैं :
- एक ट्रेडिंग अकाउंट जो एक्सचेंज (NSE, BSE, MCX) पर रजिस्टर्ड है। ये वह अकाउंट है जिसमे आप अपने फंड्स और F&O पोसिशन्स को रखते हैं। अगर आपके इस अकाउंट में कोई एक्टिविटी ना की गयी हो तो आपके फंड्स क्वार्टरली सेटलमेंट तहत आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जायेंगे और नॉमिनेशन जो आपके बैंक खाते पर लागु किया हो उसको वैलिड ही रखा जायेगा ऐसे फंड्स के लिए। अगर किसी कारन आपके ट्रेडिंग अकाउंट में फिर भी फंड्स ऐसे डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट ही पड़े हों तो उनको आपके नॉमिनी को ट्रांसफर किया जा सकता है । F&O पोसिशन्स को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता इसलिए वो पहले लिक्विडेट और सेटल किये जाएंगे फिर आपके बैंक खाते या नॉमिनी को ट्रांसफर कर दिये जाएंगे।
- एक डीमैट अकाउंट जो डिपॉज़िटरी के साथ रजिस्टर्ड हो (CDSL पर Zerodha )। ये वो अकाउंट है जिसमे आप अपने शेयर्स या सेक्युरिटीज़ को डीमैट या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में रख सकते हैं। सेक्युरिटीज़ जब एक बार आपके डीमैट में आजायें तो इनको इसी तरह हमेशा के लिए रख सकते हैं जब तक आप इनको बेच दे या किसी और डीमैट में ट्रांसफर ना करदें। इसलिए ज़रूरी है आप अपने इस अकाउंट में नॉमिनी को जोड़ें। नॉमिनी को जोड़ने के साथ ये भी ज़रूरी है की आप अपने डीमैट अकाउंट होने की जानकारी आपके नॉमिनी को बताएं। जैसे हमने पहले भी बताया है हम आपके नॉमिनी को ईमेल या SMS द्वारा सूचित करेंगे अगर आपका अकाउंट वापस KYC ना करने पर या किसी और वजह से डॉर्मेंट होजाये।
नॉमिनी को सूचित करना क्यों ज़रूरी है?
एक हाल ही में हुए सर्वे से पता चला है की हिंदुस्तान के डिपॉजिट्स में ₹ 82,000 करोड़ तक का कार्पस बेदावा पड़ा हुआ है। यह सिर्फ अनुमान है और इसमें शामिल:
- बेदावा प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट – ₹ 26,497 Cr
- बेदावा बैंक अकाउंट – ₹ 18,381 Cr
- निष्क्रिय म्युचुअल फन अकाउंट – ₹ 17,880 Cr
- बेदावा LIC पॉलिसीस – ₹ 15,167 Cr
- प्रौढ़ फिक्स्ड डिपाजिट – ₹ 4,820 Cr
- बेदावा डिविडेंड्स – ₹ 4,100 Cr
ये सारे बेदावा शायद इसलिए हैं क्यूंकि इनके नॉमिनी को इन एसेट्स के होने की जानकारी ही नहीं है । हम आशा करते हैं की अलर्ट फीचर द्वारा हम ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण अवसरों में सारे कस्टमर्स के नॉमिनी को सूचित कर पाएं ।
और क्यूंकि हम डायरेक्ट म्यूच्यूअल फंड्स को डीमैट के रूप में Coin पर उपलब्ध करते हैं , ये नॉमिनेशन आपके उन सारे म्यूच्यूअल फण्ड होल्डिंग्स और आपके दुसरे सेक्युरिटीज़ के साथ सारे फंड्स को भी कवर करेगा।
नॉमिनी को कैसे जोड़ें।
ये आप Console पर जाकर कर सकते हैं, अगर आप एक से ज्यादा नॉमिनी जोड़ना चाहते हैं तो आपको ये लिखना होगा की आप हर नॉमिनी को कितना प्रतिशत देना चाहते है , आप 100% तक बाँट सकते है।
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