अनधिकृत विदेशी मुद्रा कारोबार प्लेटफॉर्म न करें लेनदेन : आरबीआई

मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोशल मीडिया, सर्च इंजन, ओवर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है द टॉप (ओटीटी) और गेमिंग ऐप पर लोगों को विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा प्रदान करने वाले अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) के भ्रामक विज्ञापनों के झांसे में आकर कोई भी लेनदेन नहीं करने की हिदायत दी है।

आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया, सर्च इंजन, ओवर द टॉप (ओटीटी) और गेमिंग ऐप पर विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा प्रदान करने वाले अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) के भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहें। ऐसे ईटीपी एजेंटों के बारे में खबरें आई हैं, जो विदेशी मुद्रा व्यापार एवं निवेश योजनाओं को शुरू करने के लिए भोले-भाले लोगों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करते हैं और उन्हें आय से अधिक रिटर्न के वादे के साथ लुभाते हैं। साथ ही इस तरह की धोखाधड़ी की सूचनाएं भी प्राप्त हुई हैं कि अनधिकृत ईटीपी एवं पोर्टल पर कई लोगों को इस तरह के व्यापार या योजनाओं के माध्यम से पैसे गंवाने पड़े हैं।

उसने कहा कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999 के अनुसार, देश के नागरिक केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमति प्राप्त उद्देश्यों के लिए ही विदेशी मुद्रा का लेनदेन कर सकते हैं। आरबीआई द्वारा समय-समय पर निर्दिष्ट नियमों और शर्तों के अनुसार, अनुमति प्राप्त विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निष्पादित किए जा सकते हैं। उन्हें केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, बीएसई लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड) द्वारा इस उद्देश्य के लिए अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए।

आरबीआई ने स्पष्ट किया कि फेमा के तहत बनाई गई उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत विदेशी एक्सचेंजों या विदेशी प्रतिपक्षकारों को मार्जिन के लिए विप्रेषण की अनुमति नहीं है। अधिकृत व्यक्तियों और अधिकृत ईटीपी की सूची रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है। साथ ही विदेशी मुद्रा लेनदेन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) का एक सेट भी जनता के सामान्य मार्गदर्शन के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया है।

रिजर्व बैंक ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि वे अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या ऐसे अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा न करें। उसने चेतावनी दी कि फेमा के तहत अनुमति प्राप्त उद्देश्यों के अलावा या आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं किए गए ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन करने वाले लोगों पर फेमा के तहत दंडात्मक कार्रवाई इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है की जाएगी।

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काम की बात: लोगों को बरगला रहे अनधिकृत फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, कमाई गंवा रहे निवेशक

रिजर्व बैंक ने विदेशी करेंसी में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। खास तौर पर ऐसे अनधिकृत फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के प्रति चेताया है, जो हाल के महीनों में बड़े पैमाने पर उभरे हैं और लोगों से ऊंचे रिटर्न का वादा कर रहे हैं।

आरबीआई ने एक बयान जारी करके कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉम्स, सर्च इंजन्स, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और गेमिंग एप्स पर अनधिकृत ईटीपी के ढेर सारे भ्रामक विज्ञापन आ रहे हैं। अनधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स लोगों को निजी तौर पर संपर्क कर उन्हें फॉरेक्स में ट्रेड कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दे रहे हैं। इसमें फ्रॉड की शिकायतें आ रही हैं, और इनमें निवेश करने वाले अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं।

अथॉराइज्ड पर्सन्स के साथ ही हो लेनदेन
आरबीआई ने कहा है कि देश में इलेक्ट्रॉनिकली फॉरेक्स ट्रांजैक्शंस किए जा सकते हैं, लेकिन सिर्फ ऐसे इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के जरिए जो आरबीआई की तरफ से निश्चित उद्देश्यों के लिए अधिकृत हैं। लोगों को सिर्फ अधिकृत (अथॉराइज्ड पर्सन्स) लोगों के साथ विदेशी मुद्रा में लेनदेन करना चाहिए। ये लेनदेन भी केवल विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत तय उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए। केंद्रीय बैंक के बयान में कहा इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है गया है, ‘आरबीआई लोगों को चेताता है कि वे गैर-अधिकृत ईटीपी (इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म) पर फॉरेक्स ट्रांजेक्शंस न करें।’

भरना पड़ सकता है जुर्माना
आरबीआई के बयान में कहा गया है कि (फेमा) के तहत तय उद्देश्यों से इतर अन्य जरूरतों के लिए विदेशी मुद्रा में लेनदेन या अनधिकृत ईटीपी के माध्यम से ट्रांजैक्शन करने पर फॉरेन एक्सचेंज एक्ट के प्रावधानों के तहत जुर्माना लगाया जा सकता है।

गाइडलाइन: आरबीआई से अधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से ही कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग

अथॉराइज्ड पर्सन्स कौन हैं?
ये वो लोग या संस्थाएं हैं, जिन्हें आरबीआई ने फॉरेक्स में डील की अनुमति दी हुई है। ये अथॉराइज्ड डीलर, मनी चेंजर या विदेशी बैंक की यूनिट हो सकती हैं। इनकी लिस्ट आरबीआई की वेबसाइट पर है।

क्या कोई भारतीय ट्रेडिंग पोर्टल पर विदेशी मुद्रा में लेनदेन कर सकता है?
हां, लेकिन सिर्फ फेमा के तहत तय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है उद्देश्यों के लिए अधिकृत ईटीपी के से। इसके अलावा एनएसई, बीएसई और मेट्रोपोलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया के जरिये भी फॉरेक्स ट्रांजैक्शंस किए जा सकते हैं।

ईटीपी क्या हैं? क्या इन्हें आरबीआई से अनुमति लेनी पड़ती है?
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म स्टॉक एक्सचेंजों से इतर ऐसे इलेक्ट्रॉनिक् सिस्टम हैं, जहां शेयर, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स या विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग की जा सकती है। आरबीआई से अनुमति लिए बगैर ये भारत में ऑपरेट नहीं कर सकते।

इंटरनेट व्यापार

Internet Trading

इंटरनेट ट्रेडिंग इंटरनेट के जरिए विदेशी मुद्रा, स्टॉक और कमोडिटी बाजारों और इलेक्ट्रॉनिक मार्केटप्लेस पर ट्रेडिंग के पहुंचने का एक तरीका है, जो व्यापारियों को स्वतंत्र रूप से रीयल टाइम ट्रांजेक्शन करने का मौका देता है ।

इंटरनेट की सूरत से पहले निवेशकों व व्यापारियों को सूचना मिल रही थी और फोन द्वारा दलालों को आदेश दे रहे थे, जिससे कारोबार की प्रक्रिया धीमी पड़ रही थी । प्रौद्योगिकियों के विकास के साथ और इंटरनेट की उपस्थिति के साथ, स्टॉक एक्सचेंज पर व्यापार आसान इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है और अधिक सुलभ हो गया ।

नब्बे के दशक के मध्य में विदेशी मुद्रा बाजार के कई डीलरों और दलालों ने अपना विकास करना शुरू कर दिया व्यापारिक प्लेटफार्मों , जो सरल बनाने के लिए और से आदेश प्राप्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए चाहिए थे व्यापारियों. शुरू में, ट्रेडों बंद ऑनलाइन ब्रोकरेज नेटवर्क है, जो प्रबंधन डेटाबेस और ऑनलाइन उद्धरण के साथ ग्राहकों को प्रदान के माध्यम से बाहर किया गया । समय की उस अवधि के दौरान बाजार में वर्चस्व ' ग्राहकों के अनुरोधों, जो एक कंप्यूटर के माध्यम से भेजा गया था की सरल निष्पादन की योजना थी, तो दलाल उंहें संसाधित और एक निष्पादन के लिए प्रेषित । सेवाओं के इन प्रकार के शेयर बाजार के पेशेवर प्रतिभागियों के लिए मुख्य रूप से दिलचस्प थे, लेकिन, 2000 के दशक की शुरुआत में, वहां कई निपटने कंपनियों के क्षेत्र में अपनी सेवाओं की पेशकश दिखाई ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यापारियों की व्यापक जनता के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग । ऑनलाइन ट्रेडिंग की उपलब्धता ने गैर-पेशेवर निवेशकों को आकर्षित किया, जो वित्तीय साधनों के उपयोग के संबंध में अतिरिक्त सेवाओं की भी जरूरत थी । आज, दलाल विश्लेषणात्मक जानकारी और विश्लेषण के उपकरणों के लिए एक पहुंच के साथ एक ग्राहक प्रदान करता है, यह प्राप्त करता है और अनुरोधों को कार्यांवित और आवश्यकता के मामले में ग्राहक के साथ फोन या इंटरनेट द्वारा परामर्श ।

ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?

आजकल लगभग सभी दलाल (डेमो खाते खोलने के अवसर के साथ) आरामदायक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ व्यापारियों को उपलब्ध कराने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं, विश्लेषणात्मक समर्थन और यंत्र तकनीकी विश्लेषण । इंटरनेट का उपयोग करते हुए, एक व्यापारी आसानी से लेनदेन करने के लिए सभी आवश्यक जानकारी कभी भी और दुनिया के किसी भी हिस्से से प्राप्त कर सकते हैं । मोबाइल डिवाइसेज के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की शक्ल के साथ, स्मार्टफोन की उपलब्धता और सेल्यूलर नेटवर्क के कनेक्शन के लिए किसी भी जगह से ट्रेडिंग के लिए काफी कुछ किया गया है, जहां मोबाइल कनेक्शन उपलब्ध होगा ।

औपचारिक रूप से ब्रोकरेज कंपनियां विभिन्न वित्तीय साधनों का एक्सेस प्रदान करती हैं, लेकिन उनकी सेवाएं बिल्कुल नहीं के बराबर हैं । वहां एक दलाल को चुनने के लिए कई मानदंड हैं: सुविधा और ट्रेडों के लिए उपयोग की गति, जमा की ंयूनतम राशि, प्रसार, नियम और एक खाते से वापसी की लागत, की पेशकश की उपकरणों, लाभ उठाने, आदि के सेट

इस प्रकार, मुद्रा जोड़े, प्रतिभूतियों और विभिंन एक्सचेंजों और काउंटर बाजारों के अंय उपकरणों के साथ लेनदेन, जो हाल ही में प्रमुख बैंकों, बीमा कंपनियों और अंय संस्थागत के लिए उपलब्ध थे । निवेशक , अब, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की प्रणालियों के लिए धन्यवाद, वे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं ।

RBI Alert List : इन Apps और वेबसाइट का उपयोग करने से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है मुसीबत में पड़ जाएंगे आप, RBI ने जारी किया अलर्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में एक अलर्ट लिस्ट इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है जारी किया है जिसमें वैसे ऐप्स और संस्थाओं के नाम शामिल हैं जिन्हें फॉरेक्स में सौदा करने और फॉरेक्स लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है.

RBI Alert List

RBI Alert List: अगर आप भी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते है तो हो सकता है आप संकट में पड़ जायें. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में एक अलर्ट लिस्ट जारी किया है जिसमें वैसे ऐप्स और संस्थाओं के नाम शामिल हैं जिन्हें फॉरेक्स में सौदा करने और फॉरेक्स लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है. बता दें कि कई अनाधिकृत प्लेटफॉर्म निवेश पर ऊंचे रिटर्न का वादा करके लोगों को लुभाते हैं. ऐसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करना जोखिम भरा है. साथ ही ये प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को कानूनी संकट में भी डाल सकता है.

अनाधिकृत प्लेटफॉर्म के उपयोग से चलाया जा सकता है मुकदमा

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार, इन अनाधिकृत प्लेटफॉर्म के उपयोगकर्ताओं पर मुकदमा चलाया जा सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक ने बयान देते हुए कह कि जनता के सदस्यों को एक बार फिर आगाह किया जाता है कि वे अनाधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या इस तरह के अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा न करें. साथ ही कहा कि फेमा के तहत या आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं किए गए ईटीपी के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा लेनदेन करने वाले निवासी व्यक्ति फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999) के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए खुद को उत्तरदायी ठहराएंगे.

RBI Alert List

कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है संस्था भी अनाधिकृत

सूची जारी करते हुए यह भी बताया गया कि प्रकाशित सूची संपूर्ण नहीं है और प्रकाशन के वक्त जानकारी के आधार पर ही सूची बनायी गयी है. साथ ही कहा कि इस सूची में शामिल नहीं होने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है वाली किसी भी संस्था को आरबीआई अधिकृत नहीं माना जाए. विदेशी मुद्रा के लेनदेन के लिए अधिकृत व्यक्तियों और ईटीपी की पूरी सूची आरबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है.

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अनुमत उद्देश्यों के लिए ही करना चाहिए विदेशी मुद्रा लेनदेन

केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि आरबीआई के फेमा के अनुसार निवासी व्यक्तियों को केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है उद्देश्यों के लिए ही विदेशी मुद्रा लेनदेन करना चाहिए. जबकि अनुमत विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निष्पादित किए जा सकते हैं, उन्हें केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, बीएसई लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा इस उद्देश्य के लिए अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए.

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आरबीआई द्वारा इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म दिशानिर्देश, 2018 जारी किये इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है गये

आरबीआई द्वारा इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म दिशानिर्देश, 2018 जारी किये गये |_40.1

भारतीय रिजर्व बैंक ने योग्य उपकरणों में लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETP) के संचालन के लिए दिशानिर्देश जारी किए. इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफार्मों पर व्यापार को दुनिया भर में प्रोत्साहित किया जा रहा है क्योंकि यह मूल्य निर्धारण पारदर्शिता, प्रसंस्करण दक्षता और जोखिम नियंत्रण को बढ़ाता है.

केंद्रीय बैंक ETP द्वारा जारी मानदंडों के अनुसार किसी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज के अलावा किसी भी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का अर्थ है, जिस पर योग्य उपकरणों में लेनदेन होता है. ETP ऑपरेटर ‘का अर्थ रिजर्व बैंक द्वारा इन दिशाओं के तहत एक ETP संचालित करने के लिए अधिकृत इकाई होगी.

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