निवेश के लाभ – अर्थ, जोखिम और फायदे ,निवेश के विकल्प कैसे चुनें
आपने पहले कभी निवेश नहीं किया है? क्या आप यह जानने के लिए उत्साहित हैं कि निवेश क्या है? क्या आप सबसे बुनियादी तरीके से निवेश करना जानते हैं? अगर आप भी इसी सवाल का जवाब चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। यहां, हम आपको बताएंगे कि “निवेश” का क्या अर्थ है, इसके लाभ क्या हैं, आप किस प्रकार के निवेश कर सकते हैं, और भी बहुत कुछ।
अपने आर्थिक लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आप निवेश करने के विभिन्न तरीकों में से चुन सकते हैं, जैसे कि सर्वोत्तम म्यूचुअल फंड या स्टॉक। आइए कुछ महत्वपूर्ण बातों का पता लगाने के विचार पर गौर करें।
निवेश की परिभाषा
केवल बैंक खाते में पैसा डालना और उस पर ब्याज अर्जित करना निवेश नहीं है। जब आप निवेश करते हैं, तो आप अपने पैसे का इस्तेमाल Strategic तरीके से करते हैं ताकि पैसा आपके लिए काम कर सके। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप स्टॉक, रियल एस्टेट, सोना आदि थोड़े समय के लिए या लंबे समय के लिए खरीदते हैं।
लंबे समय में, केवल एक चीज मायने रखती है कि आपका पैसा कितनी जल्दी दोगुना किया जा सकता है। आइए इस प्रश्न को देखें, “लोग कैसे चुनते हैं कि कौन सा निवेश करना है, और उनका लक्ष्य क्या है?”
निवेश के लाभ
एक अच्छे diversified निवेश पोर्टफोलियो के साथ, आप अपने दीर्घकालीन आर्थिक लक्ष्यों तक पहुंच सकते हैं। सेवानिवृत्ति के लिए पैसे बचाएं, अपने लोन का जल्दी भुगतान करें, या अपने बच्चों को कॉलेज के लिए भुगतान करने में मदद करें। बचत खाते में पैसा डालना आसान और सुरक्षित है, लेकिन रिटर्न अक्सर कम होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से आपको लंबी अवधि में बड़ा रिटर्न मिल सकता है, लेकिन यह अधिक जोखिम के साथ आता है।
शेयर बाजार में सभी को पैसा लगाना चाहिए। निवेश शुरू न करने का कोई कारण नहीं है क्योंकि इससे बहुत सारी अच्छी चीजें आती हैं। आर्थिक रूप से आगे बढ़ने और संपत्ति बनाने के लिए निवेश करना सबसे अच्छा तरीका है। अलग-अलग विचारों वाले अलग-अलग लोग पैसा निवेश करने के अलग-अलग फायदे देखते हैं। लोग निवेश करना क्यों पसंद करते हैं, इसके कुछ सबसे सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
- नियमित रूप से धन प्राप्त करते रहें।
- लंबी अवधि के लिए संभावित निवेश
- आपके पास कितना पैसा है, उसके आधार पर निवेश करें।
- महंगाई बढ़ती जा रही है।
- निवेश आपको सेवानिवृत्ति की उम्र तक पहुंचने में मदद कर सकता है।
- निवेश करके आप अमीर बन सकते हैं।
- बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए अपना पोर्टफोलियो बदलें।
- अपने अन्य धन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए निवेश करें
- यदि आप निवेश करते हैं तो आप करों पर पैसा बचा सकते हैं।
- आय का एक और नियमित स्रोत।
- पूंजी से पैसा बनाना और रखना।
- सेवानिवृत्ति योजनाओं के लिए निवेश।
- बच्चों को उज्ज्वल भविष्य देने के लिए निवेश एक अच्छा तरीका है।
- शादी के खर्चे के लिए पैसा लगाना।
- व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त धन प्राप्त करना और भी बहुत कुछ…
आप निवेश के लक्ष्यों के बारे में अधिक जान सकते हैं और विषय की गहरी समझ प्राप्त करने के लिए वे क्यों महत्वपूर्ण हैं। यह कुछ ऐसा है जो आपको जीवन भर मदद करेगा।
Risk vs. Reward
निवेश के लिए सबसे पहला नियम यह है कि जोखिम और लाभ साथ हैं, जिसका अर्थ है कि आप जितना कम जोखिम लेंगे, उतना कम पैसा कमाएंगे, फायदे और निवेश के तरीके और अधिक जोखिम लेने से आपको अधिक पैसा बनाने में मदद मिलेगी।
यह जोखिम-लाभ अनुपात निवेश के प्रकार के आधार पर बदलता है। उदाहरण के लिए, बचत खाते से ब्याज कम से कम रिटर्न के साथ सबसे सुरक्षित निवेश है। दूसरी ओर, स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा होता है, लेकिन लंबे समय में बैंक ब्याज की तुलना में अधिक रिटर्न देता है।
बुद्धिमानी और चतुराई से निवेश करें
निवेश के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक सही चुनाव करना है। financial साधन जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट आदि हथियार की तरह हैं। यदि आप उनका सही उपयोग करते हैं, तो वे आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करेंगे, लेकिन यदि आप उनका गलत उपयोग करते हैं, तो वे उल्टा पड़ जाएंगे और आपको financial संकट में डाल देंगे।
जब आप निवेश करने के तरीकों की तलाश करते हैं, तो आप कई दिलचस्प financial योजनाओं, फायदे और निवेश के तरीके चिट फंड योजनाओं आदि के बारे में जान सकते हैं। आपको उन योजनाओं के बहकावे में नहीं आना चाहिए जिन्हें आप नहीं समझते हैं या जो आपके जोखिम को ध्यान में नहीं रखते है | लंबे समय में, आपके निवेश निर्णय स्मार्ट, सुरक्षित, कानूनी और मजबूत होने चाहिए।
अपना निवेश विकल्प कैसे चुनें
प्रक्रिया आसान है, और सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना पैसा या पूंजी निवेश करना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास बहुत सारा पैसा है, तो आप अचल संपत्ति में निवेश करना चाह सकते हैं। यदि आपके पास कम राशि है, तो आप financial फंडों में निवेश करना चाह सकते हैं।
यदि निवेश का निर्णय सही है लेकिन निवेश करने का समय गलत है, तो निवेश विफल हो जाएगा। एक बार निर्णय लेने के बाद, अगला कदम निवेश उत्पाद के बारे में आप जो कुछ भी कर सकते हैं उसे सीखना है। इससे आपको सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी। अगले चरण में, पर्याप्त अच्छी जानकारी प्राप्त करने के बाद, आप अपनी लंबे समय के निवेश योजना लिख सकते हैं।
निष्कर्ष
निवेश आपको कई अलग-अलग लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद कर सकता है और आपको कई अलग-अलग लाभ दिला सकता है। आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए सबसे कठिन रास्ता अपनाना पड़ सकता है। बस याद रखें कि अपने लक्ष्य तक पहुंचने का एकमात्र तरीका सही जानकारी सीखना और प्राप्त करना है। शॉर्टकट अल्पावधि में आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन आप ज्ञान के बिना लंबे समय के लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आत्मविश्वास और धैर्य का निर्माण नहीं कर सकते।
Author
सुधीर भारद्वाज इस ब्लॉग पर फाइनेंस से जुड़े विभिन्न विषयों पर लिखते हैं। उन्होंने commerce में डिग्री हासिल की है और वर्तमान में एमबीए कर रहे हैं। सुधीर को पर्सनल फाइनेंस, निवेश और वेल्थ मैनेजमेंट का शौक है। सुधीर की लेखन शैली सरल और समझने में आसान है। अपने लेखों में, उनका उद्देश्य पाठकों को सूचित वित्तीय निर्णय लेने में मदद करना है।
सोने में निवेश से पहले पढ़े इन 8 बातों को, नहीं तो प्रॉफिट के बजाय हो सकता है बड़ा नुकसान
अच्छे रिटर्न के लिए आप शेयर मार्केट, MF, SIP, प्रॉपर्टी समेत कई जगह निवेश कर सकते हैं। इन सभी में सोने के निवेश में लोगों का ज़्यादा फायदा दिखता है- पहला, एक तो सोने की कीमत भी बढ़ती रहती है और.
अच्छे रिटर्न के लिए आप शेयर मार्केट, MF, SIP, प्रॉपर्टी समेत कई जगह निवेश कर सकते हैं। इन सभी में सोने के निवेश में लोगों का ज़्यादा फायदा दिखता है- पहला, एक तो सोने की कीमत भी बढ़ती रहती है और दूसरा इसको जरूरत के समय पहन भी सकते हैं। लेकिन बहुत लोग सोने की खरीददारी करते समय कई चीजे नजरअंदाज करते हैं, इससे उन्हें बाद में फायदे के बजाय नुकसान हो जाता है।
जानकारी पूरी रखें
सही जानकारी न होने के कारण जब आप अपने सोने को बेचने के लिए जाते हैं तो आपको उतना मूल्य नहीं मिल पाता जितना मिलना चाहिए। सोने को आप लम्बे समय और मुसीबत के समय काम में आने के हिसाब से खरीदते हैं, इसलिए सोने की खरीदारी के समय आपको इन प्रमुख बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
शुद्धता- सोने की कीमत कैरट के आधार पर होती है और कैरेट से गोल्ड फायदे और निवेश के तरीके की शुद्धता का पता चलता है। सोने की सबसे अच्छी क्वालिटी 24 कैरट सोने की होती है जिसका मूल्य अधिक होता है। लेकिन कम कैरट के सोने की कीमत उससे कम होगी, इसलिए सोने की खरीददारी करते समय बाजार से अलग अलग कैरट का भाव जरूर पता कर लें।
डिजिटल गोल्ड में निवेश- डिजिटल गोल्ड में शुद्धत्ता और मेकिंग चार्ज जैसी कोई समस्या नहीं होती, इस कारण इसमें निवेश आके लिए प्रॉफिटेबल हो सकता है। लेकिन ध्यान रखने वाली बात है आप जिससे पेपर गोल्ड लें रहे हैं उस कंपनी के बारे में अच्छी तरह पड़ताल कर लें, नहीं तो धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
आभूषण पर लगे स्टोन- सोने के गहनों में कई बार कीमती स्टोन्स के अलावा नकली चमकदार स्टोन भी लगाए होते हैं, इसलिए खरीदारी के समय सोने और स्टोन दोनों के भाव अलग-अलग लें।
वजन की जांच- सोने की ज्यादातर ज्वेलरी वजन के हिसाब से बेचीं जाती है लेकिन कीमती स्टोन इसे भारी बनाते हैं. इसलिए ज्वेलरी के पूरे वजन के साथ गोल्ड के वजन को जरूर चेक कर लें। गोल्ड कीमती है, वजन थोड़ा भी ऊपर-नीचे हुआ तो आपको भरी नुकसान हो सकता है।
Hallmarking- बाजार में दो तरह के सोने के गहने होते हैं एक तो साधारण होते है जिनकी क्वालिटी की कोई गारंटी नहीं होती और दूसरे हॉलमार्किंग के तहत होते हैं जिनकी सोने की क्वालिटी अच्छी होने का सुबूत होता है। यह अधिकृत होते हैं और सोने की शुद्धता को प्रमाणित करता है।
मेकिंग चार्जेज: यह ऐसे चार्जेज होते हैं जो गहनों को बनाने के लिए चार्ज किये जाते हैं। हर ज्वेलर का मेकिंग चार्ज अलग होता है कोई पर ग्राम के हिसाब से लेता है तो कोई गहने के कुल वजन के हिसाब से। आपको इस बारे में पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए। अगर मेकिंग चार्ज ज़्यादा होगा तो आपको बाद में बेचने पर फायदा नहीं होगा। मेकिंग चार्ज जितना कम होगा, बाद में गहने को बेचते समय मुनाफा उतना ही ज़्यादा होगा।
बिल- सोना खरीदते समय इनवॉइस और रसीद लें, आने वाले समय में यही रसीद आपके काम आएगी। सही इनवॉइस और रसीद न होने पर बेचते समय आपको यह मुश्किल में डाल सकती है।
ज्यादा न खरीदें- सोने की कीमत आमतौर पर बढ़ती है लेकिन निवेश के हिसाब से देखा जाए तो आपके पोर्टफोलियो में यह बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए आपको अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट में निवेश कर पोर्टफोलियो को बैलेंस रखना चाहिए।
आपको बताते हैं सोने में आप कैसे निवेश कर सकते हैं-
पेपर गोल्ड- एक निवेशक के पास गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का उपयोग करने का विकल्प होता है।
गोल्ड ETF - गोल्ड के प्रचलित बाज़ार मूल्य पर गोल्ड ETF का स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार होता है। गोल्ड ETF के साथ, निवेशकों को कोई शुल्क या स्टोर चार्ज का भुगतान नहीं करना पड़ता है जो सोने को रखने आदि से जुड़ा होता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड- यह भारत सरकार और RBI द्वारा ऑफर किया जाता है, यह कागज़ के रूप में सोने खरीदने का एक और तरीका है। इन बॉन्ड में सोने मूल्य को ग्राम में दर्शाया जाता है जिसमें व्यापार शुरू करने के लिए न्यूनतम निवेश 1 ग्राम सोना आवश्यक है। ब्याज़ दर और मूल्य को बॉन्ड जारी करते समय RBI द्वारा तय किया जता है।
डिजिटल गोल्ड- सोने में निवेश का एक और तरीका डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) के माध्यम से है, जहां कोई भी 1 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकता है। कई मोबाइल वॉलेट डिजिटल गोल्ड ऑफर करते हैं लेकिन इनकी शुद्धता अलग अलग होती है।
सोने में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड- Gold MF(फंड्स ऑफ फंड) हैं जो अंतरराष्ट्रीय सोने की माइनिंग कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। गोल्ड, जिसे गोल्ड फंड ऑन फंड्स भी कहा जाता है, यह एक ओपन एंडेड फंड हैं जो गोल्ड ETF में निवेश करते हैं। निवेशक किसी भी समय किसी भी विशेष राशि का निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड सेविंग स्कीम- कई ज्वैलर्स गोल्ड ज्वेलरी सेविंग स्कीम (Gold Saving Schemes) ऑफर करते रहे हैं जो खरीदारों को चुनी हुई अवधि के लिए व्यवस्थित रूप से बचत करने और टर्म खत्म होने पर सोना खरीदने में मदद करती हैं। खरीदार को अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित राशि जमा करने की आवश्यकता होती है।
PPF: इस तरीके से निवेश करेंगे पैसा तो ब्याज का लाभ मिलेगा ज्यादा, वरना होगा नुकसान
नई दिल्ली। सरप्लस मनी को निवेश करने के कई तरीके हैं, लेकिन अधिकांश लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) में पैसा जमा करना पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए कि इन योजनाओं में पैसा जमा करना बैंकों में जमा राशि से ज्यादा सुरक्षित और गारंटी माना जाता है। साथ ही ज्यादा ब्याज ( Interest ) भी मिलता है। इसके अलावा, पीपीएफ ( PPF ) लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। इसमें अच्छा रिटर्न ( Good return ) के साथ टैक्स की भी बचत होती है। इसके बावजूद कई लोग पीपीएफ में निवेश ( PPF investment ) का सही लाभ नहीं उठा पाते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर पैसा कैसे लगाएं कि उसका पूरा लाभ मिले।
PPF: इस तरीके से निवेश करेंगे पैसा तो ब्याज का लाभ मिलेगा ज्यादा, वरना होगा नुकसान
नई दिल्ली। सरप्लस मनी को निवेश करने के कई तरीके हैं, लेकिन अधिकांश लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) में पैसा जमा करना पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए कि इन योजनाओं में पैसा जमा करना बैंकों में जमा राशि से ज्यादा सुरक्षित और गारंटी माना जाता है। साथ ही ज्यादा ब्याज ( Interest ) भी मिलता है। इसके अलावा, पीपीएफ ( PPF ) लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। इसमें अच्छा रिटर्न ( Good return ) के साथ टैक्स की भी बचत होती है। इसके बावजूद कई लोग पीपीएफ में निवेश ( PPF investment ) का सही लाभ नहीं उठा पाते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर पैसा कैसे लगाएं कि उसका पूरा लाभ मिले।
गोल्ड में निवेश के लिये मौजूद हैं कई विकल्प, जानिये इनके क्या हैं फायदे और नुकसान
निवेशक ठोस गोल्ड, ईटीएफ, गोल्ड बॉन्ड या डिजिटल गोल्ड के जरिये निवेश कर सकते हैं. इनमे से हर एक की निवेश को लेकर अपनी अलग अलग खासियत हैं.
रूस यूक्रेन संकट (Russia Ukraine crisis) के साथ सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. दरअसल अनिश्चितता के समय में सभी निवेशक सोने (gold) जैसे सुरक्षित विकल्प में पैसा लगाते हैं. वहीं बाजार के जानकार भी निवेशकों को सलाह देते हैं कि वो अपने पोर्टफोलियो का 15 प्रतिशत तक सोने में निवेश (investment) करें जिससे अनिश्चितता के इस माहौल में बाकी निवेश की गिरावट का नुकसान कम किया जा सके. भारत में सोने में निवेश के कई तरीके हैं जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है. आम तौर पर निवेश को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है जिसमें ठोस गोल्ड, पेपर गोल्ड और डिजिटल गोल्ड शामिल हैं जानिये इन विकल्प के फायदे क्या हैं और नुकसान क्या हैं.
ठोस गोल्ड
ठोस गोल्ड सोने में निवेश के सबसे आम तरीका है, इसमें ज्वैलरी, सोने के सिक्के और बार आते हैं. ठोस सोने को ग्राहक अपने पास रख सकते हैं उसे इस्तेमाल कर सकते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी इसे गिफ्ट कर सकते हैं या तुरंत कैश करा सकते हैं. इस तरीके से सोना आपके पास होता है इसलिए आम निवेशकों को निवेश के इस तरीके पर काफी भरोसा होता है. हालांकि रिटर्न के हिसाब ये उतना आकर्षक नहीं होते क्योंकि ज्वैलर इनपर मेकिंग चार्ज लेता है जो कि काफी ऊंचे हो सकते हैं, इसके साथ ही इनके चोरी होने, खोने का डर भी रहता है. वहीं कई बार सोने की शुद्धता को लेकर भी सवाल उठ खड़े होते हैं. इसके साथ ही इसे कैश करना आसान प्रक्रिया नहीं होता.. हालांकि इसके जरिये लोन उठाया जा सकता है. अगर आप ऐसा गोल्ड चाहते हैं जो निवेश भी हो जिसे आप खास अवसरों पर गहनों के रूप में इस्तेमाल कर सकें या फिर आगे गिफ्ट के रूप में दे सकें तो आप ठोस गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इस तरीके में आप सीधे जाकर दुकान से पूरा कैश देकर उसका सोना खरीद सकते हैं या फिर ज्वैलर की गोल्ड सेविंग स्कीम से जुड़ कर छोटी छोटी रकम देकर स्कीम के अंत में गहने खरीद सकते हैं.
पेपर गोल्ड
पेपर गोल्ड निवेश का वो तरीका होता है जिसमें आपको गोल्ड सिर्फ पेपर पर ही मिलता है, और रिटर्न गोल्ड की कीमत के आधार पर तय होता है. यानि आपको गोल्ड नहीं मिलता लेकिन शुद्ध गोल्ड के निवेश से जुड़े सभी फायदे मिलते हैं. इसमें गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और सॉवरन गोल्ड बॉन्ड आता है. ठोस गोल्ड के मुकाबले निवेश के लिये ये ज्यादा अच्छा विकल्प है. अगर आपको घर में गहनों की जरूरत नहीं है या आप अपने बच्चों के लिये गोल्ड जोड़ना चाहते हैं या फिर सोने में तेजी का फायदा उठाना चाहते हैं तो इस तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तरीके में आप मेकिंग चाजेंस से बचते हैं और सोने के खोने या चोरी होने की कोई टेंशन नहीं रहती. ईटीएफ के जरिये आप सोने की कीमतों में बदलाव का तेजी के साथ फायदा उठा सकते हैं वहीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मदद से आप सोने की लंबी अवधि में कीमतों में बढ़त के साथ एक निश्चित ब्याज का फायदा ले सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ इनके नुकसान पर नजर डालें तो आप इनका इस्तेमाल ठोस सोने की तरह नहीं कर सकेंगे. वहीं बॉन्ड में आपको एक निश्चित समय तक पैसे लगाये रखने पड़ते हैं.
डिजिटल गोल्ड
डिजिटल गोल्ड ठोस गोल्ड और पेपर गोल्ड का मिला जुला विकल्प है. गूगलपे जैसे कई प्लेटफार्म डिजिटल गोल्ड का विकल्प दे रहे हैं. डिजिटल गोल्ड उन लोगों के लिये सही है जो 100 रुपये जैसी छोटी रकम के साथ गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं. और अपने हिसाब से खरीद बिक्री करना चाहते हैं. डिजिटल गोल्ड में आपको सोने को खरीदने और बेचने की सुविधा मिलती है. वहीं एक निश्चित मात्रा पर पहुंचने के साथ सिक्के या बार के रूप में ठोस सोना पाने का भी विकल्प मौजूद रहता है.[डिजिटल गोल्ड में मेकिंग चार्जेस नहीं देने पड़ते वहीं इसमें सोने के चोरी होने या खोने का डर भी नहीं होता. वहीं आप बेहद छोटी रकम के साथ भी गोल्ड खऱीद सकते हैं. हालांकि डिजिटल गोल्ड में कंपनी अपने कुछ चार्ज लगाती है जिससे बिक्री की कीमत उसी समय की खरीद कीमत से 3 से 6 प्रतिशत कम रहती है. यानि डिजिटल गोल्ड निवेश के हिसाब पेपर गोल्ड से बेहतर नहीं होता. वहीं अगर आप डिजिटल गोल्ड को ठोस गोल्ड में बदलते हैं कंपनी आपसे यहां कुछ शुल्क भी वसूल करती है.
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