शेयर बाजार में कच्चे हैं तो बनिए पक्के खिलाड़ी (File Photo)

Invest in US Stock Market: जानें घर बैठे कैसे करें Meta, Netfilx और Twitter के शेयरों में निवेश और क्‍या हैं इसके नफा-नुकसान

Investment in US Stocks: आप घर बैठे अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आप म्‍युचुअल फंडों के एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंडों का सहारा भी ले सकते हैं.

By: ABP Live | Updated at : 06 Oct 2022 04:28 PM (IST)

अमेरिकी बाजार में कैसे करें निवेश

Investment in US Stock Market: भारत में निफ्टी 50 से इस बात का मोटा-मोटा अनुमान लग जाता है कि घरेलू शेयर बाजार की दिशा क्या है. निफ्टी 50 में फ्री फ्लोटिंग मार्केट कैप वाली 50 शीर्ष कंपनियों शामिल हैं. अमेरिका में मार्केट किस ओर जा रहा है, इसका अंदाजा ‘डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज’ या डाउ, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर सबसे ज्यादा ट्रेडेड 30 अमेरिकी शेयरों की सूची और NASDAQ से लगता है. अमेरिका दुनिया की सबसे शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? बड़ी इकोनॉमी है और डाउ के साथ भी ऐसा ही है और इनका भारत के स्टॉक मार्केट पर बहुत अधिक असर देखने को मिलता है. ऐसे में पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन या भारतीय शेयर बाजारों को लेकर बेहतर अनुमान लगाने के लिए अमेरिकी शेयरों में कुछ निवेश करना अहम हो जाता है. आइए, हम इससे जुड़ी कुछ बुनियादी बातों के बारे में जानते हैं.

अमेरिकी में निवेश की ‘एबीसी’

आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि अमेरिका में निवेश करने के अलग-अलग क्या रास्ते हैं जिससे जटिल लग रही प्रक्रिया आसानी से समझ में आ जाएगी. इसके बाद फायदों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे और उसके बाद अमेरिका में निवेश के लिए उन जरूरी सूचनाओं पर बात करेंगे जो आपके लिए जानना जरूरी है. यह कुछ इस प्रकार आगे बढ़ता है:

  • अप्रोच (तरीका)
  • बेनिफिट्स (फायदे)
  • कंडीशन्स (परिस्थितियां)

भारत से अमेरिका में निवेश के लिए आप अलग-अलग तरीके अपना सकते हैं. फिनोलॉजी वेंचर्स के सीईओ प्रांजल कामरा कहते हैं कि अमेरिकी शेयर बाजार में दो तरह से निवेश किया जा सकता है. प्रत्‍यक्ष निवेश और अप्रत्‍यक्ष निवेश.

प्रत्यक्ष निवेश (Direct Investment): कामरा कहते हैं कि आप सीधे अमेरिकी स्टॉक में निवेश कर सकते हैं और यूएस ब्रोकरेज अकाउंट में शेयर होल्ड कर सकते हैं. नए जमाने के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्‍स और स्टॉक ब्रोकर्स न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE), NASDAQ और AMEX (अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज) जैसे प्रमुख एक्सचेंज में रियल टाइम में ट्रेडिंग करने की सहूलियत देते हैं. आपको अपने इंवेस्टमेंट को ट्रैक करना चाहिए और स्टॉक की एनालिसिस करनी चाहिए.

ETFs या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स: उन्‍होंने कहा कि आप निरंतर रिटर्न पाने के लिए यूएस ईटीएफ में इंवेस्ट कर सकते हैं. ये ईटीएफ इंडेक्स में शामिल पोर्टफोलियो को समान वेट के साथ रेप्लिकेट करते हैं.

म्यूचुअल फंड्स: कामरा कहते हैं कि अगर आप अपने शेयरों के परफॉर्मेंस और मार्केट में उतार-चढ़ाव को ट्रैक नहीं करना चाहते हैं तो आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं. ये फंड्स मार्केट के उतार-चढ़ाव के विश्लेषण और पोर्टफोलियो मैनेज करने के लिए फंड मैनेजर्स की नियुक्ति करते हैं. म्यूचुअल फंड्स स्टॉक, बॉऩ्ड और डेट में थोड़ा-थोड़ा निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड्स इस शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक्सपेंस रेशियो या एक्जिट लोड के रूप में आम तौर पर एक फीस लेते हैं.

एक्सिस म्‍यूचुअल फंड ने लॉन्‍च किया एक्सिस NASDAQ 100 FoF

एक्सिस म्‍यूचुअल फंड ने एक्सिस NASDAQ 100 फंड ऑफ फंड (FoF) लॉन्‍च किया है. यह एक ओपन एंडेड फंड ऑफ फंड स्‍कीम है जो NASDAQ 100 TRI के प्रदर्शन को ईटीएफ में निवेश के जरिये ट्रैक करेगा. एक्सिस के इस फंड के नए फंड ऑफर के दौरान न्‍यूनतम 500 रुपये का निवेश कर सकते हैं. इस फंड के फंड मैनेजर हितेश दास हैं.

क्‍यों करें अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश?

  • मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, नेटफ्लिक्स जैसी दिग्गज टेक कंपनियों और कई अन्य ग्लोबल कंपनियों के लिस्ट होने की वजह से अमेरिकी स्टॉक मार्केट एक व्यवहार्य विकल्प बन जाता है और यहां निवेशकों को सबसे ज्यादा एक्सपोजर भी मिलता है.
  • रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से भी यूएस स्टॉक की वैल्यू बढ़ जाती है.
  • डाइफर्सिफिकेशन से जुड़ी संभावनाएं
  • पिछले 10 साल के दौरान डाउ ने सेंसेक्स के तीन साल, पांच साल और यहां तक कि 10 साल के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है.
  • संकट के समय अमेरिकी डॉलर को भारतीय रुपया से ज्यादा स्थिर और सेफ समझा जाता है.
  • ये यूएस स्टॉक्स में निवेश के फायदे हैं. एक निवेशक के तौर पर आपको अमेरिका में निवेश से पहले अपनी जरूरतों, टैक्स और स्कीम्स को समझना चाहिए.

प्रांजल कामरा कहते हैं कि नई पीढ़ी के ऐप्स ने अमेरिका में निवेश को काफी आसान बना दिया है. फॉरेक्स जैसे महंगे वायर ट्रांसफर एवं ट्रांसफर चार्जेज की जगह अब बहुत सस्ते ‘डायरेक्ट ट्रांसफर्स’ की सुविधा उपलब्ध है जो स्टेट बैंक ऑफ मॉरीशस जैसे बैंकों के जरिए होता है. आपके ब्रोकर इसमें मदद करते हैं और आपका यह काम बिना किसी दिक्कत, बिना किसी ट्रांसफर या फॉरेक्स चार्ज के भुगतान के हो जाता है.

इससे इतर कुछ ब्रोकर्स जीरो कमीशन और अनलिमिटेड इंवेस्टिंग पर काम कर रहे हैं. यूएस मार्केट में निवेश करना प्रायः बहुत जटिल मालूम पड़ता है. हालांकि, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के सपोर्ट और प्रैक्टिस से आप अमेरिका में निवेश के अपने स्किल को निश्चित रूप से मांज सकते हैं और भारत में कहीं भी बैठकर ऐसा कर सकते हैं. ग्लोबल इंवेस्टिंग पर एनालिस्ट्स की चर्चाओं को सुनकर, आर्टिकल्स और केस स्टडीज को पढ़कर आप अप-टु-डेट रह सकते हैं.

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Published at : 06 Oct 2022 04:06 PM (IST) Tags: Mutual Funds ETF Meta Investment in US Market Benefits of Investment in US Stocks Exchange Traded Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

अब बस 5 मिनट में शुरू करें शेयर मार्केट में अपना इन्वेस्टमेंट, जानें क्या हैं जरूरी फॉर्मेल्टीज

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। इन्वेस्टमेंट हाईली एजुकेटेड लोगों की चीज है. इसमें बहुत रिस्क होता है. हम नहीं संभाल पाएंगे. बहुत से लोग इन्वेस्टमेंट के बारे में कुछ ऐसा ही सोचते हैं। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। स्मार्टफोन के इस समय में इन्वेस्टमेंट चुटकी बजाने जितना ही आसान हो गया है। आप घर बैठे-बैठे कुछ ही मिनट्स में अपना अकाउंट खोल सकते हैं और बस कुछ क्लिक्स में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। यहां तक कि आप सिर्फ 5 मिनट में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं। 5paisa.com इन्वेस्टमेंट की शुरुआत के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म है। यह फाइनेंशियल प्लानिंग की एक बेहतर जगह है। यहां आप म्यूचुअल फंड में भी पैसा लगा सकते हैं। खास बात यह है कि यहां जीरो ब्रोकरेज की सुविधा मिलती है। आइए जानते हैं कि आप सिर्फ 5 मिनट में कैसे शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं।

Commodity market is affected by these reasons, you should also know the reason

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डीमैट अकाउंट खोलें

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की जरूरत होती थी। पहले ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट अलग-अलग खोलना पड़ता था। लेकिन अब डीमैट के साथ ही अपने आप ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है। आप 5paisa.com पर अपना डीमैट खाता खुलवा सकते हैं। यह डीमैट खाता आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। आप अपने बैंक खाते से डीमैट अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं और वह पैसा निवेश कर सकते हैं। शेयर बेचने पर यह पैसा आप वापस अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।

शेयरों का चुनाव करें

डीमैट खाता खुल जाने के बाद लॉग-इन करें। अब आप यहां शेयरों का चुनाव कर सकते हैं। अपने पसंदीदा शेयरों को खरीदने या बेचने के लिए चुनें। ध्यान रखें कि आपके डीमैट खाते के फंड में वे शेयर खरीदने के लिए पर्याप्त राशि हो।

प्राइस पॉइंट को चुनें

शेयरों का चुनाव करने के बाद अब आपको यह चुनना होगा कि आपको उन्हें किस कीमत पर खरीदना है। इसके लिए लिमिट और मार्केट ऑर्डर का विकल्प होता है। आप लिमिट ऑर्डर सलेक्ट कर शेयर प्राइस चुन सकते हैं। मार्केट ऑर्डर में शेयर की कीमत वहीं होगी, जिस पर शेयर उस समय ट्रेड कर रहा होगा। अब यह चुने कि आपको ऑर्डर डिलीवरी के लिए लगाना है या इंट्राडे के लिए। इंट्राडे ऑर्डर में शेयर्स उस सत्र में बाजार बंद होने पर अपने आप स्क्वायर ऑफ हो जाएंगे। वहीं, डिलीवरी ट्रेड में शेयर आपके डीमैट खाते में रखे रहेंगे। अब बाय या सेल पर क्लिक कर दें।

ट्रांजैक्शन कंप्लीट करें

अगर आपने मार्केट ऑर्डर लगाया है, तो वह ऑर्डर तुरंत पूरा हो जाएगा। वहीं, आपने लिमिट ऑर्डर लगाया है, तो जब शेयर आपके ऑर्डर की कीमत पर आएगा, तब आपका ऑर्डर पूरा होगा। ट्रांजेक्शन पूरा होने पर पोजीशन में आपके खरीदे शेयर दिखने लगेंगे। सेटलमेंट टाइम के बाद ये शेयर आपके पोर्टफोलियो में आ जाएंगे।

शेयर बाजार में कच्चे हैं तो बनिए पक्के खिलाड़ी, आया इंवेस्टर एजुकेशन प्लेटफार्म ‘स्मार्ट मनी’

स्मार्ट मनी (Smart Money) में तीन व्यक्तियों अर्थात् 'बिगिनर', 'निवेशक' और 'ट्रेडर' पर केंद्रित सामग्री उपलब्ध कराई शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? गई है। इस समय इसमें 10 मॉड्यूल और 100 अध्यायों को कवर किया गया है।

शेयर बाजार में कच्चे हैं तो बनिए पक्के खिलाड़ी (File Photo)

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हाइलाइट्स

  • शेयर बाजारों में ट्रेडिंग और इंवेस्टमेंट की कला में महारत हासिल करना अब बहुत आसान हो गया है
  • शेयर बाजार के कच्चे खिलाड़ियों को स्मार्ट बनाने के लिए एंजेल ब्रोकिंग ने अपनी तरह का पहला इन्वेस्टर एजुकेशन प्लेटफॉर्म 'स्मार्ट मनी' लॉन्च किया है
  • यह प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स के लिए पर्सनलाइज्ड मॉड्यूल, वर्कशॉप्स, सर्टिफिकेशन, लाइव सेशन और क्विज़ के साथ खुद सीखने का अवसर देता है

10 मॉड्यूल और 100 अध्याय
स्मार्ट मनी में तीन व्यक्तियों अर्थात् 'बिगिनर', 'निवेशक' और 'ट्रेडर' पर केंद्रित सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इस समय इसमें 10 मॉड्यूल और 100 अध्यायों को कवर किया गया है। इनमें निवेश की मूल बातों से लेकर फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस तक हर चीज को गहराई से बताते हैं। व्यावहारिक उदाहरण, बैज और सर्टिफिकेट्स के साथ यह शिक्षण अधिक आकर्षक हो जाता है। स्मार्ट मनी प्रत्येक अध्याय के अंत में क्विज़ के साथ उपलब्ध कराई गई है और प्रमुख शब्दों को आसानी से याद करने में मदद के लिए ग्लॉसरी के साथ आता है।

कैसे करें इनरोल
आप तीन स्टेप वाली सरल साइन-अप प्रक्रिया के बाद इस प्लेटफॉर्म पर खुद को नामांकित इनरोल कर सकते हैं। बस एक-टैप रजिस्ट्रेशन (गूगल या फेसबुक के जरिए) करें और अपने 'फोकस क्षेत्रों' और 'लक्ष्यों' को परिभाषित करें। स्मार्ट मनी प्लेटफॉर्म फिर आपकी प्रवीणता और जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम शुरू करेगा। एंजेल ब्रोकिंग आपको अपने मित्रों और परिवार के बीच प्लेटफॉर्म को रैफर कर दिलचस्प पुरस्कार हासिल करने में सक्षम बनाता है।

पर्सनलाइज्ड अप्रौच में ट्रेनिंग
एंजेल ब्रोकिंग के सीएमओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि देश आज एक दिलचस्प स्थिति में है, जिसमें अधिक से अधिक लोग शेयर बाजार में प्रवेश कर रहे हैं। उन्हें यह जानने की जरूरत है कि वे किस दिशा में आगे बढ़ें और ज्यादा से ज्यादा जानें। स्मार्ट मनी प्लेटफॉर्म के साथ ठीक यही किया गया है। यह प्लेटफॉर्म लोगों को शिक्षित करते हुए एक पर्सनलाइज्ड अप्रौच रखता है और हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। यह सहज उपयोगकर्ता अनुभव है और इसका लाभ पहली बार निवेशकों और अनुभवीे ट्रेडर्स द्वारा समान रूप से उठाया जा सकता है। उनका मानना है कि स्मार्ट मनी लोगों को सोच-समझकर निवेश निर्णय लेने से बेहतर रिटर्न हासिल करने में मदद करेगी।

निवेशक की यात्रा में वित्तीय शिक्षा प्रमुख
एंजेल ब्रोकिंग के सीईओ विनय अग्रवाल का कहना है कि किसी भी संपन्न निवेशक की यात्रा में वित्तीय शिक्षा प्रमुख तत्व है। आज देश में टियर-2 शहरों, टियर-3 शहरों और उससे उससे भी आगे से रिटेल इंवेस्टर निकल रहे हैं। ऐसे खुदरा निवेशकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्मार्ट मनी प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया जा रहा है।

शेयर बाजार से पैसा बनाने के कारगर टिप्‍स, निवेश से पहले ध्‍यान रखें ये 7 बातें

7 simple ways to make money in stocks: शेयर बाजार में खासकर दो तरह के ट्रेडर होते हैं. एक जो फंडामेंटल पर फोकस रखते हैं और दूसरे जो अटकलों पर फैसला करते हैं.

Stock Market Investment Tips: शेयर बाजार से अगर पैसा बनाना चाहते हैं, कुछ खास बातों का जरूर ध्‍यान रखना चाहिए. आमतौर पर शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले यह सोचते हैं कि वो कम समय में तगड़ा मुनाफा कमा लेंगे. कई बार ऐसा होता है कि कुछ घंटे में शेयर से मोटा मुनाफा हो जाता है. इससे उलट भारी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है. बहरहाल, यह जान लें कि इक्विटी में ट्रेडिंग उतनी आसान भी नहीं है, जितनी आम निवेशक समझते हैं. बाजार में आपको अनुशासन और धैर्य की जरूरत पड़ती है. मार्केट में निवेश से पहले अच्‍छी तरह रिसर्च कर लेनी चाहिए. ऐसे 7 ऐसे आसान टिप्‍स जानते हैं, जिनको फॉलो कर बाजार से अच्‍छी कमाई की जा सकती है.

फंडामेंटल मजबूती का रखें ध्‍यान

शेयर बाजार में खासकर दो तरह के ट्रेडर होते हैं. एक जो फंडामेंटल पर फोकस रखते हैं और दूसरे जो अटकलों पर फैसला करते हैं. दोनों में बुनियादी फर्क स्‍टॉक की कीमत पर उनका नजरिया रहता है. फंडामेंटल निवेशक हमेशा से कंपनी की मजबूती पर ध्‍यान देता है न कि शेयर की कीमत पर. हमेशा फंडामेटल मैथड पर निवेश की कोशिश करनी चाहिए. बाजार से पैसा बनाने का यह अच्‍छा तरीका है.

कही-सुनी या दूसरों को देखकर न बनाएं स्‍ट्रैटजी

शेयर बाजार में इक्विटी की खरीद-बिक्री को लेकर किसी खास तरह की सोच में न रहे. कई ट्रेडर्स स्टॉक खरीदने या बेचने का फैसला ज्यादातर उनके जानकारों के प्रभाव में आकर करते हैं. अगर उनके आस-पास के सभी लोग किसी खास स्टॉक में निवेश कर रहे हैं, तो एक वह ट्रेडर भी उसी स्टॉक में निवेश करता है. इस तरह की स्‍ट्रैटजी से बचना चाहिए. लॉन्‍ग टर्म में यह स्‍ट्रैटजी सही नहीं है. दुनिया के दिग्‍गज निवेशक वारेन बफेट ने जब दूसरे लालची हो जाएं तो डरने की जरूरत है, वहीं जब जब दूसरे डर रहे हो, तो आप लालची बन जाएं.

बाजार में कभी भी जल्‍दबाजी न करें

स्‍टॉक मार्केट में कभी भी जल्‍दबाजी न करें. शेयर के दाम बढ़ने से पहले खरीदना और गिरने से पहले तुरंत बेचने का फैसला नुकसान करा सकता है. ज्‍यादातर निवेशक यह मानते हैं कि ट्राइंग टू टाइम इन मार्केट सही स्‍ट्रैटजी नहीं है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि किसी भी स्‍टॉक में सटीक टॉप और बॉटम का अंदाजा लगाना मुमकिन नहीं है. अगर बाजार से पैसा कमाना है, तो इस तरह की स्‍ट्रैटजी से बचें.

निवेश में अनुशासन जरूरी

बाजार में अनुशासन बहुत जरूरी है. बाजार के इतिहास देखें तो बुल मार्केट में भी अधिकांश निवेशकों में डर होता है. शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के चलते निवेशक अपनी कमाई डुबो देते हैं, वो भी तब जब मार्केट में बुलिश ट्रेंड रहा. यानी, तेजी का दौर रहा. इसलिए निवेशकों को निवेश को लेकर अनुशासन भरा रवैया रखना चाहिए. अगर लॉन्‍ग टर्म में कमाई करना चाहते हैं, तो निवेश का सिस्‍टमेटिक अप्रोच होना जरूरी है.

बाजार में अपना सरप्‍लस फंड ही लगाएं

अकसर यह सुनने में आता है कि शेयरों में निवेश के चलते कोई व्‍यक्ति भारी कर्ज में फंस गया. अगर आप शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत कर रहे हैं तो हमेशा सरप्‍लस फंड ही निवेश करें. सरप्‍लस फंड से मतलब कि जो आपके पास आपके खर्चों और अन्‍य जरूरतों को पूरा करने के बाद बचता है. अगर आपको मुनाफ होने लगता है, तो आप उस पैसे को दोबारा निवेश करेंगे. कभी भी लोन या कर्ज लेकर निवेश न करें.

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भावनाओं पर काबू रखें

बाजार में हमेशा भावनाओं में बहकर फैसला नहीं करना चाहिए. अगर आपका शेयर खरीदने-बेचने को लेकर इमोशंस पर कंट्रोल नहीं है तो आप भारी नुकसान करा सकते हैं. जब बाजार में तेजी रहती है तो ट्रेडर्स ज्‍यादा आकर्षित होते हैं और उस चक्‍कर में गलत शेयरों में पैसा लगा बैठते हैं. डर और लालच, ये दो ऐसे फैक्‍टर हैं, जिन पर शेयर में ट्रेडिंग के दौरान कंट्रोल होना चाहिए.

लक्ष्‍य हासिल करने लायक रखें

शेयर बाजार में निवेश को लेकर एक वास्‍तविक गोल रखें. निवेशकों को हमेशा लगता है शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? कि उन्‍होंने जो निवेश किया है वह बेस्‍ट रिटर्न देगा. लेकिन अगर आपका फाइनेंशियल गोल रियलस्टिक नहीं है तो आप परेशानी में फंस सकते हैं. बाजार में कभी भी समान रिटर्न की उम्‍मीद न करें.


(नोट: स्‍टॉक मार्केट के ये टिप्‍स ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के ब्‍लॉग से लिया गया है.)

घर बैठे लगाएं विदेशी बाजारों में पैसा, Apple-Tesla जैसे शेयर में सिर्फ 100-200 रुपए लगाकर करें शुरुआत

US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.

US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.

Invest in Us Stocks: शेयर में पैसे लगाने की बात कहें तो आमतौर पर हम किसी कंपनी के कुछ स्टॉक खरीदते हैं. स्टॉक की संख्या 10, 20 या कुछ भी हो सकती है. बहुत महंगे शेयर हर तरह के निवेशक नहीं खरीदते हैं. घरेलू बाजार की बात करें तो एक तरीका यह हो सकता है कि ​हम सीधे शेयर खरीदने की बजाए ऐसे म्यूचुअल फंड में पैसे लगाएं, जिसने उस स्टॉक में निवेश किया हो. लेकिन अगर हम एप्पल, गूगल, अमेजॉन और टेस्ला जैसे महंगे विदेशी शेयरों की बात करें तो इसका क्या तरीका है. यूएस स्टॉक मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप भी इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक ऐसा तरीका है, जिससे यह काम आसानी से हो सकता है.

कुछ महंगे विदेशी शेयरों की रुपये में कीमत

गूगल: 1.76 लाख रुपये (2408 डॉलर)

फेसबुक: 24090 रुपये (330 डॉलर)

अमेजॉन: 2.40 लाख रुपये (3281 डॉलर)

टेस्ला: 43750 रुपये (599 डॉलर)

एप्पल: 9271 रुपये (127 डॉलर)

इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पर सुविधा

मौजूदा समय में कई आनलाइल एडवाइजरी और इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म पर फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग की सुविधा दी जा रही है. इसमें 1 शेयर से कम भी आप खरीद सकते हैं. ये प्लेटफॉर्म निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वे कम से कम शेयर मार्केट मे इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म क्या हैं? 1 डॉलर से विदेशी शेयरों में निवेश की शुरूआत कर सकते हैं. जितना निवेश होगा, कीमत की रेश्यो में शेयर का उतना हिस्सा निवेशक के पोर्टफोलियो में जुड़ जाएगा.

यहां इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मान लीजिए किसी शेयर का भाव 200 डॉलर और आपने उसमें 10 डॉलर निवेश किया है. तो शेयर का 0.05 फीसदी हिस्से के आप मालिक बन जाएंगे. इसी तरह से मान लिया कि आप एप्पल का शेयर में मौजूदा समय में 2 डॉलर निवेश करना चाहते हैं. ऐसे में आपको 0.015 हिस्सा मिल जाएगा. एप्पल का शेयर अभी 127 डॉलर का है.

कितना कर सकते हैं निवेश

आरबीआई की 'लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम' (LRS) की गाइडलाइंस के मुताबिक कोई इंडिया का निवासी विदेशी बाजारों में हर साल 2.50 लाख डॉलर यानी 1.82 करोड़ रुपये तक निवेश कर सकता है. यह आरबीआई से अप्रूवल लिए बिना भी किया जा सकता है. इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी अकाउंट ओपनिंग की फ्री में सुविधा देते हैं. KYC प्रक्रिया पूरी करने के बाद कोई भी निवेशक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकता है. अमेरिकी नियमों के अनुसार निवेशक को बर्थ सर्टिफिकेट, एड्रे प्रूफ और PAN कार्ड की स्कैन कॉपी लगानी जरूरी होती है.

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