2. चाहे गए स्तरों पर ट्रेड ऑर्डर प्लेसमेंट तत्काल और सटीक होता है।
3. कीमतों में होने वाले बदलाव से बचने के लिए ट्रेड्स समय पर और तुरंत हो जाते हैं।
4. लेनदेन की लागत में कमी आती है।
5. कई बाजार स्थितियों पर एक साथ ऑटोमेटिक रूप से नजर बनाई जा सकती है।
6. ट्रेड्स प्लेस करते समय गलती की गुंजाइश का जोखिम काफी कम हो जाता है।
7. उपलब्ध ऐतिहासिक और रियल-टाइम डेटा का उपयोग करके एल्गो ट्रेडिंग का बैकटेस्ट किया जा सकता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि यह एक व्यवहार्य ट्रेडिंग रणनीति है या नहीं।
8. ह्यूमन ट्रेडिंग में होने वाली भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आधारित गलतियों की गुंजाइश नहीं रहती।
Forex Trading Fraud: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा, फर्जी ऐप के जरिए लोगों से ऐसे की 15 करोड़ की ठगी
सेबी ने जारी किये दिशानिर्देश
पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने हाल ही में निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से जुड़ी सेवाएं देने वाले ब्रोकर्स के लिये दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ‘उच्च रिटर्न’ का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है। सेबी ने एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे ब्रोकर्स के लिए कुछ जिम्मेदारी तय की है। एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पिछले या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है। साथ ही ऐसे किसी भी प्लेटफॉर्म से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है। सेबी के सर्कुलर में कहा गया, ‘‘जो शेयर ब्रोकर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले मंच से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे। साथ ही इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे।
एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती है, यह धारणा गलत
ट्विटर पर जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ने लिखा, “मुझे लगता है कि SEBI ने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि इस तरह के प्लेटफॉर्म ग्राहकों को लुभाने के लिए बैक-टेस्टिंग के जरिए असाधारण रिटर्न का लालच दे रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “एक धारणा गलत है कि एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती हैं। ऐसी रणनीतियां (Strategies) खोजना जो लाभदायक प्रतीत होने के लिए अधिक बार ट्रेड करती हैं, कठिन नहीं है। एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? लेकिन लगभग सभी मामलों में, हाई रिटर्न में तेजी से गिरावट आती है या एक बार जब आप इस पर होने वाली लागतों का हिसाब लगाते हैं तो रिटर्न एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? दिखता ही नहीं।”
algo trading : Zerodha के नितिन कामत ने ट्वीट पोस्ट कर फॉलोवर्स से किया अनुरोध, सेबी के कंसल्टेशन पेपर दें फीडबैक
नितिन कामत ने कहा, सेबी की अल्गो ट्रेडिंग पर रोक लगाने की योजना से ब्रोकर्स को अपनी एपीआई की पेशकश पर रोक लगानी पड़ जाएगी और यह टेक्नोलॉजी के इस दौर में 2 कदम पीछे जाने जैसा होगा
जिरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने अपने ट्विटर फॉलोवर्स से सेबी (SEBI) द्वारा अनियंत्रित अल्गो प्लेटफॉर्म्स (algo platforms) पर रोक लगाने के इरादे से जारी कंसल्टेशन पेपर के संबंध में सरकार को अपना फीडबैक और सुझाव भेजने का अनुरोध किया है।
10 दिसंबर को दो भागों में की गई ट्वीट पोस्ट में कामत ने लिखा, “सेबी ने गारंटेड रिटर्न का वादा करने वाले अनियंत्रित अल्गो प्लेटफॉर्म्स पर रोक लगाने के इरादे से एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। लेकिन जिस तरह से योजना बनाई गई है, उसका मतलब होगा कि ब्रोकर्स को अपनी एपीआई (APIs) की पेशकश रोकनी होंगी। यह टेक्नोलॉजी के इस दौर में 2 कदम पीछे जाने जैसा होगा। यदि आप अपना फीडबैक और सुझाव भेजते हैं तो वास्तव में इससे मदद मिलेगी। कंसल्टेशन पेपर का लिंक ब्लॉग पोस्ट में उपलब्ध है।”
इससे पहले कामत ने 9 दिसंबर को भी एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? एक पोस्ट की थी, जिसमें अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी।
किस तरह काम करती है अल्गो ट्रेडिंग
अपने ब्लॉग में, कामत अल्गो के बारे में कुछ इस तरह बताते हैं, “यह एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है, जो ट्रेडिंग स्ट्रैटजी के लिए डाटा कलेक्ट कर सकता है, ऐतिहासिक रूप से पीएंडएल (प्रॉफिट और लॉस) देखने के लिए अनुमानित रणनीति बताता है और अगर जरूरत हो तो जब भी स्ट्रैटजी खरीद या बिक्री के संकेत करती है तो ऑटोमैटिकली ट्रेड भी कर देता है।”
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उन्होंने बताया कि प्रोग्राम आंकड़े निकालने के लिए चार्ट्स की मैनुअल जांच की जरूरत को खत्म कर देता है- उदाहरण के लिए, पूर्व में पीएंडएल निकालने की रणनीति में 20 दिनों का मूविंग एवरेज निकालना होता था और खरीद व बिक्री के संकेतों के लिए चार्ट पर नजर रखनी होती थी।
उन्होंने बताया, “मैनुअली ऐसा करना खासा मुश्किल काम है। इसके बजाय एक प्रोग्राम या अल्गो ऐसा ऑटोमैटिकली कर एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? सकता एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? है। इसमें लाइव मार्केट डाटा की निगरानी की जा सकती है और अलर्ट जेनरेट किए जा सकते हैं, ऑर्डर प्लेसमेंट तक पूरी तरह ऑटोमेट हो सकता है।”
कामत ने अपने ब्लॉग में यह भी बताया कि किस तरह से विभिन्न प्लेटफॉर्म अल्गो का इस्तेमाल करते हैं और इस पर जिरोधा का रुख भी साफ किया।
कुछ लोगों के लिए नहीं होनी चाहिए एपीआई की सुविधा
उन्होंने कहा, “तकनीक आधारित इस दुनिया में हम पहुंच और प्रोडक्ट्स को लगातार कमोडिटाइज करने या कमोडिटी के तौर पर लेने की बात कर रहे हैं, ऐसे में किसी के खाते तक एपीआई (API) पहुंच या मशीन रीडेबिलिटी कुछ चुनिंदा लोगों के लिए ही नहीं होनी चाहिए। हर कोई जो चाहता है, उसे हासिल करने में सक्षम होना चाहिए। वर्तमान में, कस्टमर्स को एपीआई के माध्यम से अपने ट्रेडिंग अकाउंट तक पहुंच मिलनी चाहिए। संभवतः इसे पेश किया जाना चाहिए, ताकि इसमें कोई नियामकीय मध्यस्थता न हो। इसका सरल सा उदाहरण (नॉन मशीन रीडेबिल) पीडीएफ कॉन्ट्रैक्ट नोट हैं, जो टैक्स फाइलिंग के लिए जरूरी हैं। वित्त वर्ष के अंत में ऐसे पीडीएफ का इम्पोर्ट खासा मुश्किल होगा और गलतियों की संभावनाएं भी होंगी। हमने मशीन-रीडेबिल कॉन्ट्रैक्ट नोट्स तैयार किए हैं, जिन्हें सिर्फ एक क्लिक से एपीआई के जरिए टैक्स फाइलिंग प्रोग्राम्स में इम्पोर्ट किया जा सकता है। यह ग्राहकों के लिए खासी फायदेमंद है।”
इसमें गलत सेलिंग का है रिस्क
उन्होंने कहा, “भले ही अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से मार्केट में कोई कोई रिस्क नहीं पैदा होता है, लेकिन वे फाइनेंसियल रिस्क पैदा करते हैं। सबसे बड़ा रिस्क गलत सेलिंग का है। इन प्लेटफॉर्म्स को कुछ नियमों के अधीन लाया जा सकता है, जिससे उनकी जवाबदेही सुनिश्चित हो।”
सेबी ने 9 दिसंबर को ‘खुदरा निवेशकों के लिए अल्गोरिदमिक ट्रेडिंग पर कंसल्टेशन पेपर’ जारी किया था। इसके जरिए एपीआई एक्सेस और उसके इस्तेमाल से ट्रेड्स के ऑटोमेशन सहित रिटेल इन्वेस्टर्स द्वारा की जा रही अल्गोरिदमिक ट्रेडिंग पर मार्केट इंटरमीडियरीज और पब्लिक सहित विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से टिप्पणियां और विचार मांगे गए थे।
वेटिंग टाइम मैट्रिक्स को तोड़ने के लिए कोटक नियो ऐप हुआ लॉन्च
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड ने निवेशकों के लिए यूजर एक्सपीरिएंस को फास्ट और बेहतर बनाने के लिए कोटक नियो को लॉन्च कर दिया है.
- Money9 Hindi
- Updated On - November 30, 2022 / 05:30 PM IST
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड ने निवेशकों के लिए यूजर एक्सपीरिएंस को फास्ट और बेहतर बनाने के लिए अपने लेटेस्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इकोसिस्टम कोटक नियो को लॉन्च कर दिया है. कोटक नियो, एक मल्टी-प्लेटफॉर्म एक्सेस की पेशकश करता है, जिसमें मोबाइल ऐप, वेबसाइट, ट्रेड एपीआई और नेस्ट ट्रेडिंग टर्मिनल आदि शामिल हैं. इकोसिस्टम – देश भर में ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के बिहैवियर्स, उनकी परेशानियों के साथ-साथ इनपुट्स का विश्लेषण करने के बाद तैयार किया गया. निवेशक अपनी जरूरतों को पूरा करने वाले नियमित ऐप अपडेट्स की उम्मीद कर सकते हैं.
ट्रेडिंग के लिए सभी फीचर्स मौजूद
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के एमडी एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? और सीईओ जयदीप हंसराज ने कहा कि यह वेटिंग टाइम और पुराने कस्टमर एक्सपीरिएंस के मैट्रिक्स को बदलने का समय है. कोटक नियो की लॉन्चिंग को लेकर मैं सचमुच एक्साइटेड हूं, क्योंकि इसमें वे सभी फीचर्स और स्पीड मौजूद है जो ट्रेडिंग के दौरान हर कस्टमर चाहता है. हमारी टीम की महीनों की रिसर्च एंड डेवलपमेंट ने ट्रेडिंग जर्नी को बेहतर किया है. कोटक नियो को मिला शुरुआती रेस्पॉन्स बेहद उत्साहजनक रहा है, प्लेस्टोर पर ऐप की रेटिंग लगातार 4.4 प्लस रही है.
कोटक नियो में मिलेंगे ये फीचर्स
कोटक नियो, लॉन्ग-टर्म इंवेस्टमेंट आइडियाज के साथ ही इंट्राडे व शॉर्ट-टर्म ट्रेड्स के लिए कोटक की रिसर्च टीम की रिकॉमेंडेड कॉल्स देता है. इसके अलावा, एप्लिकेशन इंटरफेस, वन-क्लिक स्क्वायर-ऑफ, फास्टर ऑर्डर एक्जीक्यूशन, बास्केट ऑर्डर्स, एडवांस्ड चार्ट्स और मार्जिन ट्रेडिंग फेसिलिटी (एमटीएफ) जैसे कई ट्रेडर-फ्रेंडली फीचर्स ऑफर करता है.
आसानी से शुरू होगी ट्रेडिंग जर्नी
कोटक नियो, कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के ज्वाइंट प्रेसिडेंट और हेड संदीप चोरडिया ने कहा कि हमने कोटक नियो तैयार करने के दौरान ग्राहकों पर फोकस किया है. इसका आसान और सहज यूजर इंटरफेस एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? है, और कोई भी नया कस्टमर आसानी से नए प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपनी ट्रेडिंग जर्नी को शुरू कर सकता है. हम अपने सभी शुरुआती एडॉप्टर्स के आभारी हैं जो बीटा प्रोग्राम का हिस्सा थे और अपनी बहुमूल्य फीडबैक शेयर करते हुए हमें अपनी ऑफरिंग को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया.
इस साल शुरू हुए ये 2 नए प्राइसिंग प्लांस
इस साल, कोटक सिक्योरिटीज ने दो प्राइसिंग प्लांस – “ट्रेड फ्री” और ” ट्रेड फ्री यूथ ” भी शुरू किया है और यह कोटक नियो ऐप पर दोनों प्लांस उपलब्ध हैं. जहां “ट्रेड फ्री” एकमात्र ऐसा प्लान है, जो इंट्राडे ट्रेडिंग पर जीरो ब्रोकरेज ऑफर करता है, वहीं “ट्रेड फ्री यूथ” युवाओं को डिलीवरी और इंट्राडे दोनों में जीरो ब्रोकरेज पर ट्रेड करने में सक्षम बनाता है, जिससे यह जेनजेड के लिए सही ऑप्शन बन जाता है. रिसर्च इनसाइट्स, एडवांस्ड फीचर्स और प्रतिस्पर्धी प्राइसिंग प्लांस की खूबियों से लैस कोटक नियो, निवेशकों के ट्रेडिंग एक्सपीरिएंस को और बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है.
API कैसे बनाएं
API बनाने से आप कई प्रोग्रामिंग भाषाओं के माध्यम से बायनेन्स के सर्वर से जुड़ सकते/सकती हैं। डेटा बायनेन्स से लिया जा सकता है और बाहरी अनुप्रयोगों में इंटरैक्ट किया जा सकता है। आप अपना वर्तमान वैलेट और लेनदेन डेटा देख सकते/सकती हैं, व्यापार कर सकते/सकती हैं, और अपने निधि को तीसरे पक्ष के कार्यक्रमों में जमा और निकाल सकते/सकती हैं।
1. अपने बायनेन्स खाते में लॉग इन करने के बाद, उपयोगकर्ता केंद्र आइकन के अंतर्गत [API प्रबंधन] पर क्लिक करें।
सुरक्षा युक्ति: API बनाने से पहले,आपको अपने खाते पर टू-फैक्टर सत्यापन (2FA) सक्षम करने की आवश्यकता है।
4. अब आपका API बन गया है। कृपया अपनी गुप्त कुंजी सुरक्षित रखें क्योंकि यह दोबारा नहीं दिखाई जाएगी। इस कुंजी को किसी के साथ साझा न करें। अगर आप अपनी गुप्त कुंजी भूल जाते/जाती हैं, तो आपको API को हटाना होगा और एक नया API बनाना होगा।
कृपया IP एक्सेस प्रतिबंधों पर ध्यान दें। हम सुरक्षा कारणों से [केवल विश्वसनीय IP तक पहुंच प्रतिबंधित ]चुनने की सलाह देते हैं।
नवीनतम उद्योग आवश्यकताओं के अनुरूप बने रहने के लिए, बायनेन्स अपनी API सेवाओं को अपडेट कर रहा है।2021-08-09 03:00 (UTC) से प्रभावी, केवल वे उपयोगकर्ता जिन्होंने मध्यवर्ती सत्यापन पूरा कर लिया है, नई API कुंजी बना सकते/सकती हैं। उन खातों के लिए जिन्होंने केवल मूल सत्यापन पूरा कर लिया है, किसी भी मौजूदा API कुंजी को 2021-08-23 00:00 AM (UTC) के बाद निष्क्रिय कर दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए, कृपया घोषणा देखें।
Explainer : शेयर मार्केट में गारंटीड और हाई रिटर्न के दावे! जानिए क्या है Algo Trading और कैसे करती है काम
What is Algo Trading : एल्गो ट्रेडिंग को ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहते हैं। एल्गो नाम एल्गोरिदम (Algorithm) से निकला है। यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए होती है, जो ट्रेड करने के लिए तय निर्देशों (एक एल्गोरिदम) को फॉलो करता है। माना जाता है कि इसमें काफी तेजी से और अधिक बार प्रोफिट जनरेट होता है।
एल्गो ट्रेडिंग क्या है, जिसमें किया जा रहा हाई रिटर्न का दावा
हाइलाइट्स
- इसे ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहते हैं
- भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है एल्गो ट्रेडिंग
- ट्रेडिंग एक्टिविटीज को भावनाओं से रखती है दूर एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है?
- बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर पूरे होते हैं ट्रेड
1. बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर ट्रेड पूरे होते हैं।
2. चाहे गए स्तरों पर ट्रेड ऑर्डर प्लेसमेंट तत्काल और सटीक होता है।
3. कीमतों में होने वाले बदलाव से बचने के लिए ट्रेड्स समय पर और तुरंत हो जाते हैं।
4. लेनदेन की लागत में कमी आती है।
5. कई बाजार स्थितियों पर एक साथ ऑटोमेटिक रूप से नजर बनाई जा सकती है।
6. ट्रेड्स प्लेस करते समय गलती की गुंजाइश का जोखिम काफी कम हो जाता है।
7. उपलब्ध ऐतिहासिक और रियल-टाइम डेटा का उपयोग करके एल्गो ट्रेडिंग का बैकटेस्ट किया जा सकता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि यह एक व्यवहार्य ट्रेडिंग रणनीति है या नहीं।
8. ह्यूमन ट्रेडिंग में होने वाली भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आधारित गलतियों की गुंजाइश नहीं रहती।
Forex Trading Fraud: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा, फर्जी ऐप के जरिए लोगों से ऐसे की 15 करोड़ की ठगी
सेबी ने जारी किये दिशानिर्देश
पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने हाल ही में निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से जुड़ी सेवाएं देने वाले ब्रोकर्स के लिये दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ‘उच्च रिटर्न’ का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है। सेबी ने एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे ब्रोकर्स के लिए कुछ जिम्मेदारी तय की है। एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पिछले या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है। साथ ही ऐसे किसी भी प्लेटफॉर्म से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है। सेबी के सर्कुलर में कहा गया, ‘‘जो शेयर ब्रोकर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले मंच से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे। साथ ही इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे।
एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती है, यह धारणा गलत
ट्विटर पर जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ने लिखा, “मुझे लगता है कि SEBI ने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि इस तरह के प्लेटफॉर्म ग्राहकों को लुभाने के लिए बैक-टेस्टिंग के जरिए असाधारण रिटर्न का लालच दे रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “एक धारणा गलत है कि एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती हैं। ऐसी रणनीतियां (Strategies) खोजना जो लाभदायक प्रतीत होने के लिए अधिक बार ट्रेड करती हैं, कठिन नहीं है। लेकिन लगभग सभी मामलों में, हाई रिटर्न में तेजी से गिरावट आती है या एक बार जब आप इस पर होने वाली लागतों का एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? हिसाब लगाते हैं तो रिटर्न दिखता ही नहीं।”
Binance ने धमकी दी है कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर 3Commas की पहुंच को बंद कर देगा, यही कारण है
3Commas जैसे तृतीय-पक्ष ऐप्स की API कुंजियों के लीक होने के बाद अधिक उपयोगकर्ता पैसे खो रहे हैं। हाल ही में ट्विटर उपयोगकर्ता कॉइनमाम्बा से जुड़े एक मामले ने बिनेंस को विचार करने के लिए प्रेरित किया है 3Commas को ब्लॉक करना ‘ अगर कंपनी एपीआई लीक पर रोक नहीं लगाती है तो इसके प्लेटफॉर्म तक पहुंच।
Binance का मानना था कि उपयोगकर्ता अपनी निजी API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस) कुंजियों का खुलासा करने के बाद मुआवजे का हकदार नहीं था।
3Commas API कुंजी लीक और मामले नए नहीं हैं, लेकिन एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? बढ़ते मामलों से किसी को भी बिनेंस या किसी अन्य एक्सचेंज पर इसके स्वचालित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के लिए सचेत होना चाहिए।
Binance और 3Commas आमने-सामने हैं
नवंबर में, बिनेंस के सीईओ चांगपेंग झाओ (सीजेड) ने आगाह किया उपयोगकर्ताओं को अप्रयुक्त API कुंजियों को हटाने के बारे में बताया और उन्हें Skyrex और 3Commas का उपयोग करते समय सावधान रहने के लिए कहा।
इसी अवधि के दौरान, 3Commas ने कहा कि वे फ़िशिंग हमलों से भी लड़ रहे थे जो अन्य एक्सचेंजों के उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करते थे। विशेष रूप से, फ़िशिंग हमलों के कारण अब-दिवालिया FTX एक्सचेंज के उपयोगकर्ताओं को $6 मिलियन से अधिक का नुकसान हुआ, लेकिन एक्सचेंज ने उन्हें मुआवजा दिया।
हालाँकि, Binance ने दावा किया एपीआई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है? कि यह 3Commas की ओर से API कुंजी लीक थी और आवश्यक रूप से फ़िशिंग हमले नहीं थे। हालांकि, 3Commas के संस्थापक और सीईओ यूरी सोरोकिन ने दावा किया कि वे फ़िशिंग हमले थे जो बिनेंस सहित किसी को भी मार सकते थे।
वास्तव में, उन्होंने इसे लेने के लिए 3Commas के खिलाफ FUD के रूप में CZ के रुख को चित्रित किया और कहा कि वह अल्मेडा रिसर्च द्वारा पीछे छोड़ी गई इक्विटी हिस्सेदारी को बिनेंस की पेशकश करने के लिए तैयार थे। दिवालिया अल्मेडा रिसर्च ने 3Commas में $3 मिलियन का निवेश किया था।
हालाँकि उपयोगकर्ता कॉइनमाम्बा को अपनी एपीआई कुंजियों को नहीं हटाने के लिए खुद को दोषी ठहराया गया था, लेकिन कंपनियों की प्रतिक्रिया भी प्रभावशाली नहीं थी। Binance ने तब से CoinMamba के खाते को प्रतिबंधित कर दिया है निकासी मोड केवल बिनेंस की ग्राहक सेवा के लिए उपयोगकर्ता के खतरे का हवाला देते हुए।
सुरक्षित रहें और अपने धन की रक्षा करें
CZ ने आगे कहा कि अगर वे API कुंजी लीक करना बंद नहीं करते हैं तो वे आंतरिक रूप से 3Commas की पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए सहमत हुए हैं।
3Commas की पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए Binance का प्रस्ताव आगे के नुकसान को रोक सकता है, लेकिन उपयोगकर्ताओं को API कुंजी के साथ अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। तृतीय-पक्ष ऐप्स के साथ अतिरिक्त सतर्क रहें जिन्हें आप अपने ट्रेडों के साथ इंटरैक्ट करने की अनुमति देते हैं।
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