नई दिल्ली। ग्राहकी कमजोर बनी रहने के कारण मंगलवार को आयातित के साथ ही तुवर में तेजी का रुख देसी मसूर एवं चना की कीमतों.
इंदौर में तुअर दाल के भाव में तेजी, अन्य तुवर में तेजी का रुख दालों के भाव भी यहां चेक करें
स्थानीय दाल-चावल बाजार में सोमवार को तुअर (अरहर) दाल के भाव में 600 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई.
दाल: तुअर (अरहर) दाल सवा नंबर 10300 से 10400, तुअर दाल फूल 10500 से 10700, तुअर दाल बोल्ड 10900 से 11100,चना दाल 6500 से 7000, मसूर दाल 6700 से 7100, मूंग दाल 8800 से 9100,मूंग मोगर 10000 से 10500, उड़द दाल 9800 से 10100, उड़द मोगर 10300 से 11200 रुपये प्रति क्विंटल.
चावल: बासमती (921) 8100 से 9500, तिबार 7000 से 8000,दुबार 6000 से 7000, मिनी दुबार 5500 से 6000, मोगरा 3500 से 5500, बासमती सैला 4700 से 7000, कालीमूंछ 6900 से 7000, राजभोग 5900 से 6000, दूबराज 3500 से 4000, परमल 2400 से 2800, हंसा सैला 2500 से 2700, हंसा सफेद 2300 से 2500, पोहा 3500 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल.
तुवर साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (10 अक्टूबर)
पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार अकोला तुवर नयी मारूति 7850 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 7800/50 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान मिला जुला रुख दर्ज किया गया। देसी तुवर के साथ साथ बर्मा लेमन और अफ्रीकी तुवर में अच्छी मजबूती रही।
सरकार द्वारा बफर स्टॉक के लिए इम्पोर्टेड तुवर खरीदी की खबर से तुवर बिकवॉल पीछे हटे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 1 लाख टन से अधिक सरकार इम्पोर्टेड तुवर खरीदी की योजना बना रही है। सरकार घरेलु नए तुवर तक खरीदी के लिए तुवर में तेजी का रुख नहीं रुक रही, क्योंकि उनको भी अनुमान लग गया होगा की अगली फसल कमजोर है । हम लगातार कहते आ रहें है की अफ्रीकी तुवर आएगी तो तेजी लाएगी। क्योंकि देशी तुवर स्टॉक कमजोर है तुवर दाल में मांग एक माह से सुस्त था।
लेकिन आगे मांग निकलेगा हमारा मानना है की अफ्रीका की तुवर दाल सस्ता होने से खपत बढ़ेगी । हम ने पिछले सप्ताह अकोला बिल्टी तुवर अक्टूबर माह में 8300 से 8400 का लक्ष्य दिया है जो आसानी से प्राप्त होने की उम्मीद है । हालांकि महाराष्ट्र, कर्नाटक में बारिश से फसल को अभी अधिक नुकसान की खबर नहीं, अगले वर्ष तुवर उत्पादन 25 लाख के अंदर रहने की संभावना जताई है। तुवर का भविष्य उज्वल है इसमें कोई शक नहीं लेकिन समय समय पर मुनाफा लेते रहे।
मसूर साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (10 अक्टूबर)
पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार कटनी मसूर 6550 रुपये पर खुला था ओर शनिवार 6700 रुपये पर बंद हुआ । बीते सप्ताह के दोरान तुवर में तेजी का रुख मसूर मे मांग रहने से 150 रूपये कुंटल की मजबूत दर्ज हुआ। अंतराष्ट्रीय बाजार से मजबूत संकेतों को देखते हुए घरेलू मसूर के दाम में मजबूती रही। मसूर में पीछे 2 माह से कमजोरी का रुख दिख रहा था।
कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन उत्पादन अनुमान के कारण भाव में 150 डॉलर से अधिक गिरावट से घरेलू बाजार पर दबाव रहा। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में अब निचे में बिकवाल रुक गए है । भारत में नया मसूर फरवरी अंत में आएगा यानी की लगभग 5-6 माह का समय है। भारत को नया मसूर आने तक लगभग 7 से 8 लाख टन आयात की जरुरत पड़ेगी।
भविष्य में मसूर के टाइट सप्लाई और आयात पर निर्भरता बढ़ने के कारण भाव में अब कमजोर की संभावना कम । कटनी मसूर को अब 6500 मजबूत सपोर्ट जबकि 7000/7200 का लक्ष्य बन सकता है।
मूँग साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (10 अक्टूबर)
पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार दिल्ली बेस्ट मूंग राजस्थान लाईन नयी 7100 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 7200 रूपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान मूँग मे मांग निकलने से 100 रूपये कुन्टल की मजबूत दर्ज की गई ।
मूंग में मजबूती की संभावना जताई जा रही थी जो अभी तक सही रही। देश में मूंग की आवक राजस्थान में अच्छी आ रही है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना में मुंग की आवक कमजोर है। इस बीच कर्नाटक में एमएसपी 7755 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदी हो रही।
दिवाली के बाद अन्य राज्यों में खरीदी शुरू होने की संभावना मिलर्स और स्टॉकिस्ट के हाथ में मूंग का अधिक स्टॉक नहीं होने से समय समय पर उनकी मांग बनी रहेगी। वर्तमान भाव और गिरावट पर मूंग में खरीदी भविष्य में लाभदायक रहने की संभावना ।मूंग में तेजी आने पर समय समय पर मुनाफा लेते रहे। दिल्ली मूंग राजस्थान लाइन निचे में 6800 को मजबूत सपोर्ट दिसंबर के आसपास तक मूंग के दाम 7500 से 7700 के ऊपर रेंज में पहुँच सकता है।
उड़द साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (10 अक्टूबर)
पिछले सप्ताह शुरुआत सोमवार चेन्नई एसक्यू 8050 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम एसक्यू 8075 रुपये पर बंद हुआ । बीते सप्ताह के दौरान उडद मे मांग रहने से +25 रूपये कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ। मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश से आवक कमजोर रहने से देशी और बर्मा उड़द में रही मजबूती।
जानकारी के अनुसार देर से कटाई कर खेतों और खलिहान में रखे उड़द को छिटपुट नुकसान । अधिकतर उड़द की कटाई कर किसान ने अपने पास सुरक्षित कर लिया था । उड़द में अब वर्तमान भाव में बिलकुल मंदी नहीं लगती।
दिवाली के बाद एमएसपी भाव 6600 पर सरकारी खरीदी शुरू होने की उम्मीद, पाइपलाइन खाली है जिसके कारण आगे मांग समय समय पर निकलेगी। चेन्नई पोर्ट पर डिलीवरी देने के लिए बहुत अधिक स्टॉक नहीं है । इस बीच बर्मा से अब दो जहाज जो 20 अक्टूबर के अंदर पहुँचने थे, अब देर से आने की उम्मीद है ।
Pulses
नई दिल्ली। बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण गुरूवार को आयातित उड़द के.
मसूर- सीमित तेजी-मंदी
नई दिल्ली, 8 दिसम्बर (एनएनएस) हरी सब्जियों की आपूर्ति तथा उपलब्धता की वजह से यहां दलहनों और दालों की बिक्री.
विदेश में दाम तेज होने से उड़द के साथ ही अरहर बढ़ी, आयातित मसूर एवं चना मंदा
नई दिल्ली। बर्मा में उड़द एफएक्यू और एसक्यू के दाम तेज होने से बुधवार को घरेलू बाजार में उड़द के.
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तुअर दाल होगी 100 रुपए के पार, उत्पादन कम होने से तेजी
नई दिल्लीः जल्द ही तुअर दाल की कीमत फिर से 100 रुपए प्रति किलोग्राम होने जा रही है। दाल में तेजी चल रही है और अभी यह रुख जारी रहेगा। तुअर दाल के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 30-35 प्रतिशत की कमी बताई जा रही है। वहीं उड़द दाल के उत्पादन में पिछले साल की तुलना में 15-20 प्रतिशत की गिरावट है। तुअर एवं उड़द में तेजी के रुख से चना दाल में भी मजबूती शुरू हो गई है। थोक मंडी में तुअर दाल की कीमत 5,700-5,800 रुपए प्रति क्विंटल चल रही है। चना दाल की थोक कीमत 4,500 रुपए प्रति क्विंटल के आस-पास चल रही है। पिछले 2 माह के दौरान दालों के थोक भाव में 800 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी आई है।
दाल मिलर्स कर सकेंगे 2 लाख टन दाल का आयात
ऑल इंडिया दाल मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि तुअर दाल की थोक कीमत अगर 58 रुपए प्रति किलो होगी तो इसकी खुदरा कीमत 90 रुपए से अधिक आएगी क्योंकि दाल को तैयार करने के दौरान 25 प्रतिशत छिलका या चूरी निकलती है। उन्होंने बताया कि जिस गति से तेजी चल रही है उस हिसाब से तुअर दाल के थोक भाव 6,000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक हो जाएंगे। अग्रवाल ने बताया कि दाल की खुदरा कीमत 100 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर को जल्द ही छू लेगी। हालांकि दाल के दाम को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार दाल मिलर्स को आयात का लाइसैंस जारी करने जा रही है। दाल मिलर्स 2 लाख टन दाल का आयात कर सकेंगे।
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बाजार भाव : सोयाबीन तेल में गिरावट, सरसों तेल महंगा, अरहर की दाल 200 रुपये और मूंग दाल 100 रुपये घटी
मूंगफली तेल की मांग है जिससे इनके भाव तेजी के साथ बंद हुए, :
सस्ता होने के कारण सरसों, मूंगफली के तेल की मांग हो रही है, जिससे इनकी कीमतें तेजी से बंद हुई हैं, लेकिन जिस गति से परिष्कृत सरसों बनाई जा रही है और शेष आयातित महंगे तेलों में मिश्रित (मिश्रण) किया जा रहा है।
तेजी के रुख के बीच
विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली तिलहन बाजार की दिल्ली मंडी में मंगलवार को सरसों, मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तिलहन के थोक भाव में तेजी देखी गई. वहीं, इंदौर की संयोगितागंज अनाज मंडी में मंगलवार को अरहर (तूर) के भाव में 100 रुपये और मूंग के भाव में 300 रुपये प्रति क्विंटल की कमी आई। तूर दाल 200 रुपये, मूंग दाल 100 रुपये और मूंग मोगर 100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका।
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