क्रिप्टो करेंसी, वित्तीय लेन – देन का एक माध्यम है| बिलकुल हमारे भारतीय रुपये या अमरीकी डॉलर के तरह, सिर्फ यह अंतर है की हमारा रूपया भौतिक रूप में है और हम इसे छू सकते हैं जबकि क्रिप्टो करेंसी डिजिटल रूप में है और हम इसे छू नहीं सकते|
सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक, बस में 45 परीक्षार्थियों को पेपर हल करवाते पकड़ा नकल गिरोह
जयपुर। राजस्थान में पेपर लीक के मामले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 9,760 पदों के लिए करवाई जा रही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के ग्रुप सी का सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद युवा के सपनों पर पानी फिर गया। पेपर लीक की जानकारी मिलने के बाद परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले आयोग के चेयरमैन संजय कुमार श्रोत्रिय ने प्रश्न पत्र को निरस्त करने की घोषणा भी कर दी है। उदयपुर में पुलिस ने एक बस से 45 ऐसे युवकों को पकड़ा गया है, जिनके पास पेपर मिले हैं। यह बस उदयपुर में गोगुन्दा-पिंडवाड़ा हाईवे पर बेकरिया थाने के बाहर नाकाबंदी के क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी दौरान पकड़ी गई। उदयपुर पुलिस आज इसका खुलासा कर सकती है।
पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में एक बस को पकड़ा। जिसमें द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी सवार थे। यह बस जालोर से उदयपुर आ रही थी। बस को पर्दे से ढक रखा था। बस में मौजूद 45 परिक्षार्थियों को जोधपुर का एक युवक पेपर हल करवा रहा था। इस पर पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि 10 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। इस दौरान बस में कुछ पेपर मिले। बस में मिले पेपर को आरपीएससी के पास भेजा गया। पेपर की पुष्टि होने के बाद आनन-फानन में पेपर निरस्त कर दिया है। उदयपुर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा मामले का खुलासा करेंगे। फिलहाल, पुलिस और एसओजी की टीमें जांच में जुटी हुई है।
आरपीएससी ने रद्द किया पेपर
परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले आयोग के चेयरमैन संजय कुमार श्रोत्रिय ने वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के ग्रुप सी का सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र निरस्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उदयपुर में बस में सवार अभ्यर्थियों के पास सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र होने की जानकारी मिली। ऐसे माना जा रहा है कि गड़बड़ी हुई है और सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र को फिलहाल निरस्त करवा दिया गया है। किन कारणों से यह चूक हुई, इसकी जांच भी चल रही है। हालांकि, दूसरी पारी में होने वाली परीक्षा में कोई बदलाव नही किया गया।
प्रदेश में 21 से 27 दिसंबर तक वरिष्ठ अध्यापक भर्ती की परीक्षाएं चल रही हैं। आज वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के ग्रुप सी की परीक्षा थी। इसके तहत सुबह 9 बजे पहली पारी में 1193 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी। इसमें करीब 3.74 लाख छात्र रजिस्टर्ड थे। लेकिन, परीक्षा से ऐन वक्त पहले ग्रुप सी के जीके का पेपर रद्द क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी किया गया है। दोपहर 2 से 4.30 बजे तक विज्ञान विषय की परीक्षा 461 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। खास बात ये रही कि सुबह की पारी में अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को पेपर बांट दिए गए थे। लेकिन, पेपर रद्द होने पर परिक्षार्थियों से वापस पेपर ले लिए।
क्रिप्टोकरेंसी सिक्योर है की नहीं?
यह अल्गोरिथम के ऊपर कार्य करती है और किसी भी प्रकार के लेंन देन करने में डिजिटल सिग्नेचर क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी का उपयोग वेरिफिकेशन के लिए किया जाता है फिर आप किसी भी प्रकार के खरीददारी कर सकते है। क्रिप्टो ग्राफी की मदद से इसे सेव और सुरक्षित रखा जाता है इसका किसी भी बैंक से मतलब नहीं रहता है इसलिए बहुत सारे देश में इसे बैन भी कर दिया गया है।
क्रिप्टोकरेंसी को चलाने के लिए एक मेन कंप्यूटर होता है और हमेशा सिक्यूरिटी पर ध्यान देता है जो पियर टू पियर सिक्यूरिटी सिस्टम पर आधारित है इसमें इन्क्रिप्सन और डीक्रिप्सन के द्वारा सिक्योर किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी लोकप्रिय क्यूँ है?
आज का बिज़नेसमेन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की मुद्रा के रूप में देखते हैं और अब उन्हें खरीदने के लिए दिनोदिन दौड़ रहे हैं, संभवतः इससे क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी पहले कि वे अधिक मूल्यवान हो जाएं। कुछ इस तथ्य को पसंद करते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी केंद्रीय बैंकों को पैसे की आपूर्ति के प्रबंधन से हटा देती है, क्योंकि समय के साथ ये बैंक मुद्रास्फीति के माध्यम से पैसे के मूल्य को कम करते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में ब्लॉकचेन तकनीक के कारन ज्यादा पसंद आते हैं, क्योंकि यह एक विकेन्द्रीकृत प्रसंस्करण और रिकॉर्डिंग प्रणाली है और पारंपरिक भुगतान प्रणालियों की तुलना में अधिक सुरक्षित हो सकती है। क्रिप्टोकरेंसी मूल्य में दिनों दिन बढ़ रहे हैं जिससे आज सभी आकर्षित होते जा रहे है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करता है
क्रिप्टोकरेंसी किसी भी ब्यक्ति या कंपनी का स्वामित्व नहीं है और न ही किसी भी बैंक पर निर्भर है यह ओपन पेमेंट सिस्टम पर कार्य करता है। इसमें कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है यह ब्लाक चैन सिस्टम पर कार्य करता है। इसमें विशेष कंप्यूटर जिसे माइनिंग रिंग कहते है के द्वारा प्रत्येक लेनदेन को वेरीफाई करता है और इसी के द्वारा सारी गतिविधियां चलती है।
क्रिप्टोकरेंसी के बहुत सारे प्रकार है जिसमे बिट-कॉइन (BTC) सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है, इसी तरह बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध है जिसकी कीमते भी अलग अलग है।
क्रिप्टोकरेंसी का रेट क्या है?
सभी क्रिप्टोकरेंसी में Bitcoin की कीमत सबसे अधिक है अभी इसकी कीमत 35,95,062 रूपये है। Ethereum (ETH)की कीमत 2,76,647रुपये, Bitcoin Cash (BCH) 91,433रुपये, Litecoin (LTC) 23150रुपये है
- फ्रॉड होने के चांस बहुत कम होते है।
- नार्मल से ज्यादा सिक्योर है क्यूंकि यह अल्गोरिथम पर काम करती है।
- किसी को ट्रान्सफर करने के लिए 3rd पार्टी जैसे – बैंक की जरुरत नहीं है।
RBI गवर्नर ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर चेताया, कहा- अगले वित्तीय संकट का कारण बन सकता है
क्रिप्टोकरंसी को डिजिटल मनी के तौर पर इस्तेमाल किए जाने को लेकर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ा बयान दिया है। दास ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह के सट्टा उपकरणों को बढ़ने दिया जाता है तो अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी के साथ शुरू हो सकता है। इसी वजह से उन्होंने बिटकॉइन जैसे टोकन पर भी प्रतिबंध लगाने की बात कही है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा बड़ा रिस्क
उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर सकती है और हम हमेशा इसके बारे में जानते हैं। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में पिछले एक साल की घटनाओं का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि कैसे क्रिप्टोकरंसी के कारण एक्सचेंज एफटीएक्स पूरी तरह से क्रैश हो गया। इसे अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी कहा गया है। ऐसी घटनाएं आसन्न खतरे का संकेत देती हैं।
निजी क्रिप्टोकरेंसी के मूल्यांकन में गिरावट जारी है। क्रिप्टोकरंसी की नेटवर्थ 190 अरब डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गई है। इस पर बोलते हुए दास ने कहा कि इन सभी घटनाओं के बाद मुझे नहीं लगता कि हमें अपने रुख के बारे में कुछ और कहने की जरूरत है।
प्रतिबंध लगाने का आह्वान करें
दास ने अपने बयान में आगे कहा कि क्रिप्टोकरंसी विशुद्ध रूप से सट्टा गतिविधि है। उन्होंने इसे बैन करने की सोची. उनके अनुसार, अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग न्यायालय अपने-अपने खाते में इस पर अलग-अलग रुख अपना रहे हैं, लेकिन क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी आरबीआई उन पर पूर्ण प्रतिबंध के अपने रुख पर कायम रहना चाहता है। दास ऐसे सांकेतिक उपकरणों के घोर विरोधी रहे हैं।
दास ने कहा कि वे सिस्टम को बेहतर और अधिक कुशल बनाना चाहते हैं। उन्हें अभी तक इस बात का कोई विश्वसनीय प्रमाण नहीं मिला है कि इस तरह की निजी क्रिप्टोकरेंसी द्वारा जनता को कितनी अच्छी सेवा दी जाती है।
क्रिप्टो वॉलेट क्या है? (What is Crypto Wallet in Hindi)
एक सामान्य वॉलेट के विपरीत, जो वास्तविक नकदी रख सकता है, क्रिप्टो वॉलेट क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी तकनीकी रूप से आपके क्रिप्टो को स्टोर नहीं करता है। आपकी होल्डिंग ब्लॉकचेन पर रहती है, लेकिन इसे केवल एक निजी कुंजी का उपयोग करके ही एक्सेस किया जा सकता है। आपकी चाबियाँ आपके डिजिटल पैसे के स्वामित्व को साबित करती हैं और आपको लेनदेन करने की अनुमति देती हैं। यदि आप अपनी निजी चाबियां खो देते हैं, तो आप अपने पैसे तक पहुंच खो देते हैं। इसलिए अपने हार्डवेयर वॉलेट को सुरक्षित रखना या किसी विश्वसनीय वॉलेट प्रदाता का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
पूरा क्रिप्टो इकोसिस्टम ब्लॉकचेन पर आधारित है, सारे क्रीप्टोकरेन्सी और उसके ब्लॉक्स ब्लॉकचेन पर ही काम करते हैं| ब्लॉकचेन के बिना क्रिप्टो करेंसी की कल्पना नहीं की जा सकती है, ब्लॉकचेन बहुत सारे ब्लॉक्स की एक श्रृंखला एक कड़ी है जो एक दूसरे से जुडी होती है या दूसरे शब्दों में कहें तो एक ब्लॉक की सूचना दूसरे ब्लॉक की सुचना से जुडी होती है जो इसको उपयोगी बनाती है ये ब्लॉकचैन एक डेटाबेस की तरह काम करते है और किसी क्रिप्टो में शुरुआत से जितने भी लेनदेन हुए है सभी के हिसाब – किताब इसमें सुरक्षित होता है, जो की मिटाया या बदला नहीं जा सकता है जो इस टेक्नोलॉजी को हैकिंगप्रूफ भी बनाता है।
सुरेश-भजनलाल को आमने-सामने बिठाकर होगी पूछताछ
उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि पेपर लीक मामले में कल देर रात तक आरोपियों से पूछताछ के बाद लिखित कार्रवाई पूरी की। इसके बाद रविवार सुबह मजिस्ट्रेट समक्ष पेश किया। अब रिमांड पर लिए गए अभ्यर्थियों से इस बारे में पूछताछ की जाएगी कि आखिर उन्होंने सबसे पहले पेपर के लिए किससे बात की और किसके कहने पर पेपर उनके पास पहुंचा। वहीं, सुरेश विश्नोई और भजनलाल को भी आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। फिलहाल, पुलिस सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश में जुटी हुई है।
पेपर लीक मामले में वरिष्ठ अध्यापक रावताराम, एलडीसी पुखराज, द्वितीय श्रेणी शिक्षक भागीरथ और हेडमास्टर सुरेश कुमार विश्नोई का नाम सामने आने के बाद गहलोत सरकार ने चारों को सस्पेंड कर दिया है। अभी मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई और भजनलाल तो पुलिस की गिरफ्त में है। लेकिन, अभी मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई को पेपर पहुंचाने वाले जैसला के सुरेश ढाका और रेलवे से निलंबित कर्मचारी भूपेन्द्र सारण पुलिस की गिरफ्त से दूर है। उदयपुर से भी जालोर और जयपुर के लिए क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी टीमें रवाना की गई, जो सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश के लिए लगातार दबिश दे रही है।
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