स्विंग ट्रेडिंग का लक्ष्य संभावित मूल्य चाल से मुनाफा कमाना है। जबकि कुछ व्यापारी ज्यादा हलचल वाले अस्थिर शेयरों की तलाश करते हैं, वहीं, हो सकता है कि दूसरे व्यापारियों को शांत स्टॉक्स में दिलचस्पी हो। ऐसे मामलों में स्विंग ट्रेडिंग यह पहचानने की प्रक्रिया है कि किसी एसेट की अगली कीमत क्या होगी, किसी पोजीशन में एंट्री करना, और अगर ये ट्रेड कामयाब होता है तो मुनाफा कमाना।

SBI ने लोन की ब्याज दरें बढ़ाईं, पुराने ग्राहकों को अधिक देनी होगी EMI

डब्बा ट्रेडिंग के ठिकाने पर छापा, 4 युवक गिरफ्तार दो लैपटॉप व 14 मोबाइल जब्त. संचालक फरार

पुलिस ने शहर में अवैध रूप से वायदा काराेबार, अनाधिकृत स्टॉक तथा कमोडिटी एक्सचेंज के रूप में डब्बा ट्रेडिंग का खुलासा किया है। इसके ठिकाने पर छापे में 14 मोबाइल, तीन कंप्यूटर सीपीयू और दो लैपटॉप के साथ हिसाब किताब के कागजात जब्त किए। कमोडिटी और स्टाक एक्सचेंज पर अवैध रूप से रोज करीब 5 करोड़ का टर्नओवर हाेता था। यह काम दस क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है साल से चल रहा था। इसका संचालक संदीप सेठिया मौके पर नहीं मिला। वहां मिले चार कर्मचारियाें काे गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान में इस साल में इस तरह का यह पहला केस बताया जा रहा है।

एसपी अनिल कयाल के अनुसार गांधीनगर सेक्टर 5 में एक मकान में ऑनलाइन सट्टा कारोबार की सूचना पर सदर एसएचओ नवनीत बिहारी व्यास के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची। मकान के एक कमरे में टेबल पर तीन कंप्यूटर तथा पास में दो लैपटॉप चालू थे। इन पर चार लाेग काम करते, मोबाइल पर बात व हिसाब नोट कर रहे थे। कंप्यूटर स्क्रीन पर ऑनलाइन एनसीडीएक्स जैसी वेबसाइट खुली हुई थी। पास में पड़े स्लीप पेड (सौदा बुक) में विभिन्न कंपनियों के इक्विटी एवं शेयर की समय के साथ रेट लिखी थी। मौके पर काम करते मिले गांधीनगर सेक्टर नंबर 4 निवासी कुसुमकांत पुत्र रमाकांत शर्मा, रतलाम (मध्य प्रदेश) निवासी सचिन पुत्र आनंदीलाल चौहान, रतलाम निवासी राहुल पुत्र नरेंद्र जैन एवं रतलाम निवासी प्रतीक पुत्र रमेश राव पाटील ने बताया कि इस केंद्र का मालिक संदीप सेठिया कुछ समय पहले ही हिसाब लेकर गया। पुलिस चारों को गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने स्वीकार किया कि इनके पास ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग संबंधी लाइसेंस या अधिकृत संस्था से अनुमति नहीं है।

क्रिप्टो में सामने आया इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला, जानिए आरोपियों ने कैसे बनाए करोड़ों

क्रिप्टो में सामने आया इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला, जानिए आरोपियों ने कैसे बनाए करोड़ों

क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला. क्रिप्टो को लेकर जिस बात का डर था वैसा ही हुआ है. क्रिप्टो में इनसाइडर ट्रेडिंग हो रही थी. इस मामले में दुनिया में पहली बार किसी को क्रिप्टोकरेंसी क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है में इनसाइडर ट्रेडिंग का दोषी पाया गया है. मामला जानने से पहले इनसाइडर ट्रेडिंग को समझना जरूरी है. अभी तक इनसाइडर ट्रेडिंग आपने शेयर मार्केट में ही सुनी होगी. इसलिए पहले इसे समझ लेते हैं. आम भाषा में समझें तो जब कोई व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से शेयरों की खरीद बिक्री करके फायदा कमाता है तो इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. इसे हिंदी में भेदिया कारोबार भी कहते हैं.

ये भी पढ़ें

अब तक नहीं मिला इनकम टैक्स रिफंड? इन 10 स्टेप्स से तुरंत खाते में आएगा पैसा

अब तक नहीं मिला इनकम टैक्स रिफंड? इन 10 स्टेप्स से तुरंत खाते में आएगा पैसा

Gold rate today: दो महीने के सबसे निचले स्तर पर सोना, अभी और गिरेंगे भाव!

Gold rate today: दो महीने के सबसे निचले स्तर पर सोना, अभी और गिरेंगे भाव!

अक्टूबर में PPF, सुकन्या समृद्धि की बढ़ेगी ब्याज दर? सरकारी कमाई बढ़ने से जगी उम्मीद

ईडी ने अवैध कारोबार मामले में ऑक्टाफेक्स के 21.14 करोड़ रुपये किए जब्त

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate (ED)) ने वेबसाइट (website) के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार (Illegal online forex trading) के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑक्टाफेक्स (octafax) और उससे जुड़े संस्थाओं के 21.14 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं। वहीं, दूसरी ओर चीन से नियंत्रित नौ कंपनियों के खातों में पड़ी 9.82 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली है।

यह भी पढ़ें | रबी के सीजन में शिप्रा नदी से हो रही है पानी की चोरी..कालियादेह क्षेत्र से मोटरें जब्त

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को जारी एक बयान क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है में बताया कि अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार मामले में ऑक्टाफेक्स (OctaFX) और संबंधित संस्थाओं के बैंक खातों में मौजूद 21.14 करोड़ रुपये की राशि को फ्रीज किया गया है। ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत यह कार्रवाई की है।

जांच एजेंसी ने चीन से नियंत्रित होने वाली नौ कंपनियों के खातों में पड़ी 9.82 करोड़ रुपये की राशि भी जब्त की है। एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है करते हुए चीन से नियंत्रित नौ संस्थानों के खातों में पड़ी यह राशि जब्त की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ‘एचपीजेड’ नामक ऐप-आधारित टोकन और इसी तरह के अन्य ऐप के दुरुपयोग से संबंधित मामले में यह कार्रवाई की है। (एजेंसी, हि.स.)

शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग की एक शैली है जो कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों के दौरान, स्टॉक में (या किसी भी वित्तीय साधन) में अल्पकालिक से मध्यम अवधि के लाभ कमाने की कोशिश करती है। व्यापार के अवसरों की तलाश के लिए स्विंग ट्रेडर मुख्य रूप से टेक्निकल एनालिसिस को काम में लेते हैं। यह व्यापारी प्राइस ट्रेंड और पैटर्न का विश्लेषण करने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस का भी उपयोग कर सकते हैं।

आमतौर पर, स्विंग ट्रेडिंग में एक से ज्यादा ट्रेडिंग सत्रों के लिए लॉन्ग या शॉर्ट पोजीशन को होल्ड करना शामिल होता है, लेकिन यह अवधि आमतौर पर, कई हफ्तों या कुछ महीनों से ज्यादा नहीं होती है। यह एक सामान्य समय सीमा है, क्योंकि कुछ ट्रेड कुछ महीनों से अधिक समय तक चल सकते हैं, फिर भी ट्रेडर उन्हें स्विंग ट्रेड मान सकते हैं। ट्रेडिंग सत्र के दौरान भी स्विंग ट्रेड हो सकता है, हालांकि ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है क्योंकि यह एक दुर्लभ परिणाम है जो बेहद अस्थिर परिस्थितियों की वजह से आता है।

डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग के बीच में अंतर पोजीशन होल्डिंग का समय होता है। क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है स्विंग ट्रेडिंग में, अक्सर, कम से कम रात भर होल्ड करना शामिल होता है, जबकि डे ट्रेडर बाजार बंद होने से पहले ही पोजीशन क्लोज कर लेते हैं। सरल शब्दों में कहें तो, डे ट्रेडर की पोजीशन एक दिन तक सीमित होती है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में कई दिनों से लेकर हफ्तों तक होल्डिंग हो सकती है।

रात भर पोजीशन होल्ड करने से, स्विंग ट्रेडर रात भर के जोखिम की अप्रत्याशितता को जन्म देता है जैसे क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है कि पोजीशन के खिलाफ गैप अप या गैप डाउन होना। ओवरनाइट रिस्क लेने से, स्विंग ट्रेड ,आमतौर पर डे ट्रेडिंग की तुलना में, छोटी पोजीशन के साथ किया जाता है। डे ट्रेडर आमतौर पर बड़ी पोजीशन का उपयोग करते हैं और वह 25% डे ट्रेडिंग मार्जिन का उपयोग कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग रणनीति

एक स्विंग ट्रेडर कई दिनों के चार्ट पैटर्न की तलाश करता है। कुछ सामान्य पैटर्न में मूविंग एवरेज क्रॉसओवर, कप-एंड-हैंडल पैटर्न, हेड एंड शोल्डर पैटर्न, फ्लैग, और ट्राएंगल शामिल हैं। एक ठोस व्यापारिक योजना तैयार करने के लिए अन्य संकेतकों के अलावा प्रमुख रिवर्सल कैंडलस्टिक्स का उपयोग किया जा सकता है।

आखिर में, हर स्विंग ट्रेडर एक योजना और रणनीति तैयार करता है जो उन्हें कई ट्रेडों पर बढ़त देता है। इसमें ऐसे ट्रेड सेटअप की तलाश शामिल है जिनसे एसेट की कीमत में अनुमानित चाल मुमकिन होती है। यह आसान नहीं है, और हर बार कोई भी रणनीति या सेटअप काम नहीं करता है। अनुकूल रिस्क-रिवॉर्ड के साथ, हर बार जीतना आवश्यक नहीं है। ट्रेडिंग रणनीति का रिस्क- रिवॉर्ड जितना अधिक अनुकूल होगा, उतनी ही कम जरूरत इसे कई ट्रेड पर मुनाफा कमाने की होगी।

फायदा -

एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN 200.47 अरब
BITFINEX 200.04 अरब
WAZIRX क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़

- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.

क्या है भारत में कानून ?

- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.

- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.

क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?

क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?

- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.

- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज बहुत ज्यादा.

किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत

1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?

- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?

रेटिंग: 4.58
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 752