जैन ने पीटीआई- से बातचीत में कहा, "पिछले लगातार आठ वर्षों से देश में एफडीआई निवेश का नया रिकॉर्ड बनता आ रहा है। हालांकि मौजूदा भू-राजनीतिक चुनौतियों और धीमी पड़ती आर्थिक वृद्धि से जुड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं और आने वाले समय में कुछ नई चुनौती भी आ सकती है।"
Pakistan Economic Crisis: खाने को पैसे नहीं और भारत से पंगा. पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक ने शहबाज शरीफ सरकार को लगाई फटकार
भीषण नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने कीमत और वित्तीय स्थिरता को दांव पर लगाकर वृद्धि को तरजीह देने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना की है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने हाल ही में जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय अनुभव ने बार-बार बताया है कि जो देश भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 कीमत और वित्तीय स्थिरता को दांव पर लगाकर वृद्धि को प्राथमिकता देते हैं, वे वृद्धि को बरकरार नहीं रख पाते हैं। पाकिस्तान सरकार इसके बावजूद आर्थिक हितों को ध्यान में न रखते हुए एक के बाद एक फैसले ले रही है। पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार लगातार खतरे के निशान से नीचे बना हुआ है। वहीं, पाकिस्तान के नौसिखिए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पड़ोसी देश भारत से रिश्ते सुधारने की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर संबंधों को और बिगाड़ आए हैं।
जरुरी जानकारी | वर्ष 2023 में भी विदेशी निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बना रहेगा भारत
नयी दिल्ली, 25 दिसंबर अमेरिका में सख्त मौद्रिक नीति अपनाए जाने और रूस-यूक्रेन युद्ध जारी रहने से पैदा भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 हुई वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद भारत अपनी प्रोत्साहन-संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और काफी हद तक सेहतमंद आर्थिक वृद्धि की संभावना को देखते हुए वर्ष 2023 में विदेशी निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बना रह सकता है।
सरकार की तरफ से कारोबारी सुगमता और कुशल श्रमशक्ति को बढ़ाने के लिए किए गए उपायों, देश के भीतर प्राकृतिक संसाधनों की मौजूदगी, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) से जुड़ी नीतियों के उदार होने, विशाल घरेलू बाजार की मौजूदगी और वृद्धि दर अच्छी रहने की संभावनाओं से नए साल में भी भारत विदेशी निवेशकों का भरोसा जीतने में कामयाब रह सकता है। हालांकि अनुबंधों के क्रियान्वयन में देरी, थकाऊ प्रक्रिया और ऊंची ब्याज दरें चिंता का विषय रह सकती हैं।
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पुलिस की नौकरी के लिए कम कराई थी उम्र जानकारी पर बागपत पुलिस विक्रम के घर पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि बागपत के रहने वाले यशपाल सिंह की पत्नी ऊषा और दो बेटे विक्रम व परविंदर है। विक्रम पुलिस में नौकरी करना चाहता था। विक्रम की कुंडली योगेंद्र शर्मा के नाम से बनी है। उसका आधार कार्ड योगेंद्र शर्मा के नाम से बना है। हाईस्कूल अंकपत्र पर भी उसका नाम योगेंद्र शर्मा है। बाद में यूपी पुलिस की भर्ती में शामिल होने के लिए उसने अपनी उम्र कम करने के लिए फर्जीवाड़ा किया। उसी आधार कार्ड नंबर पर विक्रम के नाम से दूसरा आधारकार्ड बनवाया। इसमें उम्र पांच साल कम किया। इसी आधार पर उसने हाईस्कूल का दूसरा मार्कशीट बनवाया। नैनी पुलिस ने शनिवार को जब विक्रम को पकड़ा तो उसके पास से विक्रम का आधार कार्ड मिला। संदिग्ध की जांच के लिए बागपत पुलिस उसके घर पहुंची तो वहां पर योगेंद्र शर्मा के नाम से आधार कार्ड मिला।
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